उत्तराखंड में बारिश का दौर जारी, आज का दिन भी भारी, 150 सड़कें बंद, सीएम का केदारनाथ दौरा रद्द, दिल्ली, यूपी सहित उत्तर भारत हुआ तर
उत्तराखंड में बारिश का दौर जारी है। अब बारिश का कहर आफत बनकर टूट रहा है। पर्वतीय क्षेत्रों में सड़कें भूस्खलन के चलते ध्वस्त हो रही हैं। अब तक करीब 150 सड़कें बंद हैं। वहीं, मैदानी इलाकों में जलभराव की समस्या से लोगों को दो चार होना पड़ रहा है। गंगा सहित अन्य नदियां, बरसाती नाले उफान पर हैं। मौसम विभाग ने आज मंगलवार यानी 20 जुलाई को भी प्रदेश के कई इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी है। उधर, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मौसम के हालातों के मद्देनजर केदारनाथ का दौरा स्थगित कर दिया है। वहीं, दिल्ली-एनसीआर, मेरठ सहित यूपी के कई जिलों के साथ ही उत्तराखंड में भी लोगों को जलभराव की समस्या से जूझना पड़ रहा है। वहीं, मौसम विभाग ने आज भी भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी है।
भारी बारिश से उत्तरकाशी में शनिवार को बादल फटने से मकान ध्वस्त हो गया था। इसमें एक परिवार के तीन सदस्य दब गए थे। सभी के शव रविवार को निकाल लिए गए। वहीं, रविवार की सुबह टिहरी जिले के भिलंगना क्षेत्र के मेढ़ गांव में भी बादल फटने से लोगों के घरों में मलबा घुस गया था। दून में भी बारिश से सड़कें जलमग्न रहीं। साथ ही लोगों की दुश्वारियां भी बढ़ीं।
सीएम का केदारनाथ दौरा रद्द
प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर अतिवृष्टि व आपदा को देखते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का आज का केदारनाथ व रुद्रप्रयाग का भ्रमण कार्यक्रम निरस्त कर दिया गया है। मुख्यमंत्री, आज सचिवालय में शासन के वरिष्ठ अधिकारियों और जिलाधिकारियों के साथ मध्याह्न 12 बजे वीडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम से प्रदेश में अतिवृष्टि और आपदा प्रबंधन की समीक्षा करेंगे। बैठक में लोनिवि, स्वास्थ्य, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, ऊर्जा, सिंचाई सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहेंगे।
प्रदेश में 150 से ज्यादा सड़कें बंद
उत्तराखंड में लगातार बारिश का सर्वाधिक प्रभाव सड़कों पर पड़ा है। मलबा आने से बदरीनाथ, केदारनाथ और यमुनोत्री हाईवे के साथ ही 150 से ज्यादा सड़कें बंद हैं। इससे 300 से ज्यादा गांवों का जिला मुख्यालय से संपर्क कट गया है। वहीं 150 से ज्यादा गांव में बिजली आपूर्ति बाधित हो गई है।
गंगा समेत कई नदियों में उफान
प्रदेश में शनिवार रात से शुरू हुआ बारिश का सिलसिला लगातार बना हुआ है। हरिद्वार और ऋषिकेश में गंगा चेतावनी निशान के करीब बह रही है। लक्सर और ऋषिकेश के आसपास के गांवों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है। हालात के मद्देनजर तटीय क्षेत्रों में रहने वालों को सतर्क रहने को कहा गया है। बाढ़ चौकियां अलर्ट पर हैं। इसके अलावा रुद्रप्रयाग में मंदाकिनी और अलकनंदा का जलस्तर भी बढ़ रहा है, जबकि कुमाऊं में सरयू, शारदा, गोरी और काली नदियां उफान पर हैं।
सतर्क रहने का अलर्ट
राज्य मौसम विज्ञान केंद्र ने उत्तराखंड में आज के लिए ओरेंज अलर्ट जारी किया है। संवेदनशील पर्वतीय इलाकों में भूस्खलन और सड़कें बंद होने की घटनाएं बढ़ सकती हैं। साथ ही नदी और नाले उफान पर रहेंगे। छोटी नदी, नालों के समीप रहने वालों को सावधान रहने को कहा गया है। आकाशीय बिजली से भी सतर्क रहने को कहा गया है।
मौसम का पूर्वानुमान
राज्य मौसम विज्ञान केंद्र उत्तराखंड के निदेश बिक्रम सिंह के मुताबिक, आज 20 जुलाई को राज्य के अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश गर्जन और तेज बौछार के साथ हो सकती है। नैनीताल, बागेश्वर, पिथौरागढ़ जिले में कहीं कहीं भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है। ऐसे में आज का यलो अलर्ट जारी किया गया है। 21 जुलाई को उत्तरकाशी, चमोली, पिथौरागढ़ जिले के कुछ स्थानों पर, तथा शेष जिलों के अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। 22 जुलाई को भी अनेक स्थानों पर गर्जन के साथ हल्की से मध्यम बारिश का अनुमान है। नैनीताल, चंपावत, बागेश्वर, पिथौरागढ़ जिले में कहीं कहीं भारी बारिश का अनुमान है। 23 जुलाई का भी यलो अलर्ट जारी है। इस दिन अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होगी।
Bhanu Bangwal
लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
वाट्सएप नंबर-9412055165
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।