राहुल गांधी ने चीन को लेकर किया आगाह, कहा-अगर कुछ हुआ तो सरकार जिम्मेदार, न्यायपालिका, चुनाव आयोग, पेगासस आवाज दबाने के लिए
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी बुधवार को लोकसभा में मोदी सरकार पर जमकर बरसे। बेरोजगारी का जिक्र करते हुए उन्होंने अपना भाषण शुरू किया और चीन को लेकर सरकार को आगाह भी कर गए।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव में कहा कि राष्ट्रपति अभिभाषण में बेरोजगारी पर एक भी शब्द नहीं था। रोजगार को लेकर केंद्र पर निशाना साधते हुए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि देश का युवा रोजगार मांग रहा है। आपकी सरकार रोजगार देने में असमर्थ है। पिछले साल 3 करोड़ युवाओं ने रोजगार खो दिए। 50 साल में सबसे ज्यादा बेरोजगारी आज है। उन्होंने कहा कि हमने 23 करोड़ लोगों की गरीबी दूर की और इस सरकार ने 27 करोड़ लोगों को गरीब बना दिया।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर बहस के दौरान संसद में कहा कि अब दो अलग-अलग भारत हैं, एक अमीरों के लिए और दूसरा गरीबों के लिए. उन्होंने कहा, “दोनों के बीच की खाई चौड़ी हो रही है। उन्होंने कहा, “राष्ट्रपति के अभिभाषण में किस बारे में नहीं बताया गया? मुझे लगता है कि तीन मूलभूत चीजें हैं। पहला यह विचार है कि दो भारत हैं, एक भारत नहीं। एक बहुत धनी लोगों के लिए है, जिनके पास अपार दौलत है और जिन्हें नौकरी की आवश्यकता नहीं है। दूसरा है गरीबों के लिए।
राहुल गांधी ने लोकसभा में कहा, “आप मेड इन इंडिया, मेड इन इंडिया के बारे में बात करते हैं। मेड इन इंडिया अब संभव नहीं है। आपने ‘मेड इन इंडिया’ को बर्बाद कर दिया है। आपको छोटे और मझोले उद्योगों का समर्थन करने की जरूरत है, वरना ‘मेड इन इंडिया’ संभव नहीं है। छोटे एवं मझोले उद्योग ही रोजगार पैदा कर सकते हैं। उन्होंने कहा, “आप मेड इन इंडिया, स्टार्टअप इंडिया इत्यादि के बारे में बात कर रहे हैं और सिर्फ बेरोजगारी बढ़ रही है।
उन्होंने कहा कि आप ये मत सोचो कि जिस गरीब हिन्दुस्तान को आप बना रहे हो ये चुप बैठा रहेगा। ये चुप नहीं बैठा रहेगा। इस हिन्दुस्तान को दिख रहा है कि आज हिन्दुस्तान के 100 सबसे अमीर लोगों के पास हिन्दुस्तान के 55 करोड़ लोगों से ज़्यादा जायदाद है, ये नरेंद्र मोदी जी ने किया है। लोकसभा में कांग्रेस नेता ने कहा, “हिन्दुस्तान के 84 प्रतिशत लोगों की आमदनी घटी है और वो तेजी से गरीबी की ओर बढ़ रहे हैं। 27 करोड़ लोगों को हमने गरीबी से निकाला था और 23 करोड़ लोगों को आपने गरीबी में वापस डाल दिया।
राहुल गांधी ने कहा कि न्यायपालिका, चुनाव आयोग और पेगासस लोगों की आवाज को नष्ट करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले उपकरण हैं। गांधी ने कहा कि मैं आपातकाल पर भी बोलूंगा। मैं इसके बारे में बात करने से नहीं डरता। राजा (King) का विचार वापस आ गया है, जिसे कांग्रेस ने 1947 में खत्म कर दिया था। अब एक शहंशाह है। अब हमारे राज्य और लोगों के बीच बातचीत के साधनों पर एक विचार से हमला किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि इसलिए, उदाहरण के लिए, आज तमिलनाडु के विचार को भारतीय संस्था से बाहर रखा गया है। आप कह रहे हैं कि बाहर निकलो यहां से। उनके पास आवाज नहीं है। पंजाब के किसान खड़े हो सकते हैं, लेकिन उनके पास आवाज नहीं है। विरोध प्रदर्शन के दौरान कोरोनोवायरस महामारी के चलते लोगों की जान चली गई, लेकिन राजा ने नहीं सुना।
लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
वाट्सएप नंबर-9412055165
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।