लाठीचार्ज के विरोध में उत्तराखंड में युवाओं का हल्ला बोल, राजधानी दून छावनी में तब्दील, देहरादून और हल्द्वानी में प्रदर्शन
उत्तराखंड बेरोजगार संघ ने गांधी पार्क में बुधवार रात और बृहस्पतिवार को शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन कर रहे बेरोजगारों और छात्रों पर किए गए लाठीचार्ज के विरोध में आज शुक्रवार को प्रदेश बंद का आह्वान किया है। इसे देखते हुए पहले से ही पुलिस अलर्ट मोड पर है। देहरादून में गांधी पार्क और परेड मैदान को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। दून सहित कई शहरों में धारा 144 लगाई गई है। इसके बावजूद शुक्रवार को देहरादून के घंटाघर क्षेत्र में दुकानें व प्रतिष्ठान बंद रखे गए। यहां जगह-जगह पुलिस बल तैनात रहा। बंद के मद्देनजर हल्द्वानी में भी पुलिस तैनात रही। शुक्रवार को राज्यभर में पुलिस सक्रिय दिखाई दी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उपद्रव मचाने व पत्थरबाजी करने के मामले में गिरफ्तार किए गए बेरोजगार संघ के अध्यक्ष सहित 13 की शुक्रवार को कोर्ट में पेशी होनी है। कोर्ट के बाहर स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। इसी के विरोध में देहरादून में छात्र कचहरी स्थित शहीद स्मारक पर पहुंचे और प्रदर्शन करने लगे। छात्र बॉबी पवार को रिहा करने की मांग को लेकर नारे लगाते रहे। इस दौरान प्रदर्शन कर रहे छात्रों को समर्थन देने के लिए विभिन्न संगठन भी पहुंचे। राजधानी देहरादून में बेरोजगार युवा डीएम ऑफिस में घुस गए। डीएम के खिलाफ नारेबाजी करते हुए युवाओं ने प्रदर्शन शुरू किया। पुलिस ने ऑफिस कंपाउंड को किया छावनी में तब्दील कर दिया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

इसी क्रम में हल्द्वानी में रानीबाग स्थित चित्रशिला घाट में उत्तराखंड लोक सेवा आयोग, पुलिस व राज्य सरकार की सांकेतिक शवयात्रा निकालने के बाद युवाओं ने अंत्येष्टि और पिंडदान किया। इधर, बुद्ध पार्क में युवा आगे की रणनीति बनाने के लिए सभा करने पहुंचने लगे। जिसके लिए भारी पुलिस बल तैनात हो गया। हल्द्वानी के बुद्ध पार्क में पुलिस फोर्स भारी संख्या में तैनात है। देहरादून में हुए लाठीचार्ज के विरोध में ह्ल्द्वानी में युवाओं ने गीता पाठ शुरू कर दिया है। वहीं युवा कांग्रेस ने सीएम का पुतला फूंक विरोध जताया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उत्तरकाशी बाजार में युवाओं ने किया जोरदार प्रदर्शन
उत्तराखंड मे प्रतियोगी भर्ती परीक्षाओं मे लगातार हो रही धांधली व पेपर लीक की CBI जाँच कराये जाने की मांग को लेकर शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे नौजवान युवाओं पर किए गए बर्बरता पूर्ण लाठीचार्ज के विरोध में आज उत्तरकाशी के मुख्य बाजार मे जमकर प्रदर्शन किया गया। इस दौरान धामी सरकार का पुतला दहन कर नौजवान युवाओं ने अपना आक्रोश व विरोध प्रकट किया। सरकार अगर ऐसे ही युवाओं के खिलाफ क्रूर बनी रही तो युवाओ द्वारा किये जा रहे इस आंदोलन को उत्तराखंड राज्य निर्माण जैसे आंदोलन मे तब्दील होने मे देर नहीं लगेगी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ये है घटनाक्रम
उत्तराखंड में भर्ती धांधली के विरोध में गुरुवार को प्रदेशभर में युवाओं ने गुरुवार नौ फरवरी को लगातार दूसरे दिन भी प्रदर्शन किया। राजधानी देहरादून में सड़कों पर उतरी आक्रोशित युवाओं की भारी भीड़ के चलते कई जगहों पर ट्रैफिक जाम हो गया। प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए युवाओं ने कहा कि नकलरोधी कानून आने के बाद ही कोई भी भर्ती परीक्षा कराई जाए। बाद में पुलिस ने युवाओं को जबरन मौके से हटाना शुरू किया। इस दौरान दोनों पक्ष में तीखी नोकझोंक भी हुई। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इसके बाद हजारों बेरोजगारों पर अंततः पुलिस ने लाठी भांज दी। भारी पथराव के बीच पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को दौड़ा दौड़ा कर पीटा। कई प्रदर्शनकारी घायल भी हुए। मुख्य सड़क पर भगदड़ व अफरा तफरी मच गई। लाठी की मार से बचने के लिए बेरोजगारों ने गांधी पार्क, दुकानों गलियों की ओर रुख किया। काफी देर तक प्रदर्शनकारियों की पत्थरबाजी से पुलिसकर्मी भी जान बचाते देखे गए। इस दौरान पुलिस के साथ ही कई प्रदर्शनकारी भी घायल हुए। साथ ही कई प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उधर, सूत्रों का कहना है कि कुछ अराजक तत्वों ने पुलिस बल पर पथराव किया। पथराव होते ही पुलिस ने बचाव में लाठियां भांज दी। लाठीचार्ज में प्रदर्शनकरियों के चोटिल होने की भी खबर है। गुरुवार की दोपहर ही प्रदर्शनकारियों ने कांग्रेस नेता व चकराता के विधायक प्रीतम सिंह के वाहन का भी घेराव किया। इससे पूर्व, बुधवार की देर रात पुलिस ने बेरोजगार संघ के अध्यक्ष बॉबी पंवार व अन्य लोगों को बलपूर्वक व लाठी चलाकर गांधी पार्क से उठा लिया था। इसके बाद गुरुवार की सुबह हुए प्रदर्शन से तनाव बढ़ गया था। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि दोनों ही आयोग के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की सीबीआई जांच उच्च न्यायालय के न्यायाधीश की निगरानी में की जाए। इसके अलावा नकल करने वाले और नकल करवाने वालों के नाम सार्वजनिक किए जाएं। सुरेश सिंह ने बताया कि पटवारी की परीक्षा 12 फरवरी को होनी है। संभव है कि इस परीक्षा में भी धांधली की जाएगी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
दावों पर खरी नहीं उतर रही सरकार
गौरतलब है कि वर्ष 2021 में जुलाई माह में उत्तराखंड के तत्कालीन सीएम तीरथ सिंह रावत ने इस्तीफा दिया था। इसके साथ ही पुष्कर सिंह धामी की सीएम के पद पर ताजपोशी की गई थी। सीएम की शपथ लेते ही सीएम धामी ने कहा था कि वह जो भी घोषणा करेंगे, उसे छह माह के भीतर पूरा करके दिखाएंगे। यदि वह शिलान्यास करेंगे तो अपने उसी कार्यकाल में उसे पूरा करेंगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
शपथ लेते ही सीएम ने सबसे पहले पत्रकारों से बातचीत में कहा कि अगले चुनाव से पहले छह माह के भीतर प्रदेश में विभिन्न विभागों में रिक्त पड़े 22 हजार पदों पर नियुक्तियां कर दी जाएंगी। तब प्रदेश के युवाओं को सरकार से आस बंधी थी, लेकिन ये घोषणा कोरी साबित हुई और किसी भी विभाग में नियुक्ति नहीं हुई। फिर वह दोबारा मार्च 2022 में सीएम बने और इसके बाद कई परीक्षाओं में भर्ती घोटाला सामने आया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उत्तराखंड अधिनस्थ सेवा चयन आयोग की परीक्षा घोटाले में तो करीब 50 से अधिक लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी हैं। इसके साथ ही उनके कार्यकाल में विधानसभा में बैकडोर से नियुक्ति के साथ ही अन्य कई नियुक्तियों में घोटाले की बात सामने आई। ऐसे में अधिनस्थ चयन आयोग की परीक्षाओं को उत्तराखंड लोकसेवा आयोग को दिया गया। लोकसेवा आयोग की परीक्षाओं में भी पेपर लीक के मामले सामने आए और पटवारी व लेखपाल की परीक्षा होने के बाद रद्द कर दी गई। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
भर्ती परीक्षा को लेकर ऐसे सामने आए घोटाले
गौरतलब है कि बेरोजगार संघ के प्रतिनिधिमंडल की ओर से सीएम को शिकायत की गई थी। उन्होंने उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की ओर से चार और पांच दिसंबर 2021 को आयोजित स्नातक स्तर की परीक्षा में अनियमितता के संबंध में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को ज्ञापन सौंप कर कार्रवाई की मांग की थी। इस पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश के बाद डीजीपी अशोक कुमार ने भर्ती परीक्षा में हुई गड़बड़ी को लेकर जांच एसटीएफ को सौंपी थी। परीक्षा में गड़बड़ी के मामले में सबसे पहले उत्तराखंड पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने छह युवकों को गिरफ्तार किया था। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस मामले में एक आरोपी से 37.10 लाख रूपये कैश बरामद हुआ। जो उसके द्वारा विभिन्न छात्रों से लिया गया था। इस मामले में अब तक कुल 43 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। इसमें बीजेपी नेता भी शामिल है, जिसे पार्टी ने छह साल के लिए निष्कासित कर दिया है। परीक्षा भर्ती मामले में अब तक कुल 94.79 लाख कैश बरामद किया है। इसी मामले में दो दर्जन से ज्यादा बैंक अकाउंट फ्रीज लिए जा चुके हैं। जिसमे करीब तीस लाख की राशि जमा है। ऐसे में कई परीक्षाओं को रद्द कर दिया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
वहीं, परीक्षाओं का संचालन उत्तराखंड लोकसेवा आयोग को दिया गया। आयोग की परीक्षाओं में भी पेपर लीक के मामले सामने आए हैं। इनमें लेखपाल, पटवारी परीक्षा को भी रद्द कर दिया गया है। वहीं, जेई और एई परीक्षा में पेपर लीक के मामले में भी गिरफ्तारियां हो रही हैं। इनमें एक आरोपी बीजेपी का नेता भी है।

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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।