राम को राजपाठ सौंपने की चल रही थी तैयारी, कैकई ने मांग लिए दो वरदान, वन को चले राम, खासियत-सभी पात्र महिलाएं
देहरादून के सरस्वती विहार विकास समिति अजबपुर खुर्द के तत्वाधान में इन दिनों दोपहर से शाम तक रामलीला का मंचन किया जा रहा है। इस रामलीला की खासियत ये है कि इसमें सभी पात्र महिलाएं हैं। रामलीला के आज चौथे दिन आज राम वनवास की लीला का मंचन किया गया। रामलीला में पात्रों ने बेहतर अभियन से दर्शकों को भावुक कर दिया। आज भी हर दिन की तरह क्षेत्र की वरिष्ठ महिलाएं और पुरुषों ने रामलीला का आनंद लिया। इसमें एक पुरुष 102 वर्ष और एक महिला 101 वर्ष की भी थीं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
राम को राजपाठ सौंपने की तैयारी में आई अड़चनराजा दशरथ अपनी रानियां के सम्मुख कहता है कि अब मैं उम्र की चौथी अवस्था में आ चुका हूं। इसलिए राम को राजपाट सौंपने की तैयारी करते हैं। जैसे ही यह खबर दशरथ की दूसरी पत्नी कैकई की दासी मंथरा को लगती है, वह तुरंत रानी कैकई के पास जाती है। वह कैकई के बेटे भरत को राजा बनाने के लिए राजा दशरथ से अपने दो वरदान मांगने को बोलती है। एक वरदान से भरत को राजपाट और दूसरे से राम को 14 वर्ष का वनवास की सलाह देती है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
वियोग में स्वर्ग सिधारते हैं दशरथ
पहले रानी कैकई तैयार नहीं होती, लेकिन बाद में रानी कैकई को समझ आता है और वह कोप भवन में चली जाती है। राजा दशरथ के बहुत समझाने पर भी वह नहीं मानी। आखिरकार राजा दशरथ को कैकई की बात माननी पड़ी और राम को 14 वर्षों के लिए वनवास की आज्ञा देनी पड़ी। इसी सदमे में राजा दशरथ मूर्छित हो जाते हैं। राम के साथ सीता और लक्ष्मण भी वन में चले जाते हैं। सुमंत जी राम, लक्ष्मण और सीता को छोड़ने जाते हैं। गंगा पार करने के लिए राम जी केवट का सहारा लेते हैं। केवट राम लक्ष्मण सीता को उनके चरण पखार कर नव से गंगा पार कर देते हैं। वहीं, सुमंत को वापस अयोध्या भेज देते हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पात्रों के परिचय
दशरथ के रूप में लक्ष्मी मालासी, सुमंत के रूप में कमलेश्वरी, वशिष्ठ के रूप में लीला धूलिया, राम के रूप में ललिता नेगी, लक्ष्मण के रूप में रूपा रावत, सीता के रूप में सोनिया रावत, कौशल्या के रूप में सुधा रावत, मंथरा के रूप में शोभा बिष्ट, कैकई के रूप में अनुराधा नेगी, सुमित्रा के रूप में उर्मिला रावत, केवट परिवार में सरोज बिष्ट, किरण बिष्ट, लक्ष्मी रावत, द्वारपाल धनेश्वरी ने आज के मंचन में अपनी शानदार अभिनय का परिचय दिया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
विधानसभा अध्यक्ष रितु भूषण खंडू़ड़ी की सराहना
आज के चौथे दिन के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि एवं विधानसभा अध्यक्ष रितु भूषण खंडूरी ने कहा कि समिति का यह कदम बहुत ही सराहनीय है। उन्होंने कहा कि महिला कलाकारों द्वारा रामलीला का आयोजन किया। मेरे लिए खुशी की बात यह भी है कि रामलीला टीम मेरे विधानसभा कोटद्वार मानपुर की है। मातृशक्ति का इस प्रदेश बनाने में अहम जिम्मेदारी निभाई और आज भी महिलाएं घर के सभी कार्य करके समाज को भी दिशा और संबल प्रदान कर रही है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ये रहे उपस्थित
इस अवसर पर अखिल गढ़वाल सभा देहरादून के अध्यक्ष रोशन धस्माना के साथ ही मनोज कुलाश्री, रेखा डंगवाल, सुशीला सेमवाल, हेमलता नेगी, राजेश्वरी नेगी, रेणु बिष्ट, रीना रावत, सुनीता चमोली, सुनीता नौटियाल आदि उपस्थित थे।
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Bhanu Prakash
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।




