संसद के मानसून सत्र में विपक्षी दलों के एकजुट हमले की तैयारी, केसीआर ने कई नेताओं को मिलाए फोन
बार बार विपक्ष की एकता का हल्ला मचता है, लेकिन जब मौका आता है तो उसमें बिखराव होने लगता है। ये राष्ट्रपति के चुनाव में भी देखा जा रहा है। विपक्ष की इसी कमजोरी का फायदा सत्ता पक्ष को भी मिलता रहा है और आगे भी मिलता रहेगा।
इसके अलावा उन्होंने तमिलनाडु के सीएम स्टालिन के करीबी सहयोगियों, राजद नेता तेजस्वी यादव, सपा प्रमुख अखिलेश यादव, एनसीपी प्रमुख शरद पवार और विपक्षी दलों के अन्य राष्ट्रीय नेताओं से भी बात की। बताया जा रहा है कि केंद्र के खिलाफ लोकतांत्रिक लड़ाई शुरू करने के सीएम केसीआर के प्रस्ताव पर विपक्षी दलो के नेता सकारात्मक प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
केसीआर की पार्टी तेलंगाना राष्ट्र समिति कभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार की समर्थक रही है। अक्सर संसद में प्रमुख मुद्दों पर पीएम मोदी का समर्थन करते हुए इस पार्टी को देखा गया है। अब तेलंगाना के मुख्यमंत्री कई मुद्दों पर केंद्र और भाजपा के प्रति प्रमुख विपक्षी आवाजों में से एक हैं। पिछले हफ्ते, उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश में “सबसे कमजोर और अक्षम” प्रधानमंत्री बताया था। उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र में “दोहरे इंजन वाली गैर-भाजपा सरकार” की जरूरत है।