पुलिस ने खाली कराया जंतर मंतर, नए संसद भवन की ओर मार्च कर रहे पहलवानो को लिया हिरासत
दिल्ली पुलिस ने जंतर मंतर को पूरी तरह से खाली करा लिया है। जंतर-मंतर से पहलवानों के अलावा सभी प्रदर्शनकारियों को हटाया गया। पहलवानों के टेंट और अन्य सामान को भी हटाकर जंतर मंतर को साफ कर दिया गया। इससे पहले ओलंपियन और कॉमनवेल्थ गेम्स चैंपियन सहित शीर्ष भारतीय पहलवानों को हिरासत में लिया गया। उन्होंने नवनिर्मित संसद भवन के बाहर विरोध प्रदर्शन करने का प्रयास किया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
एथलीट यौन उत्पीड़न और डराने-धमकाने के आरोपों को लेकर भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृज भूषण सिंह की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। इस मांग को लेकर वे करीब एक माह से धरने पर बैठे थे। WFI के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के विरोध में पहलवानों द्वारा आज दिल्ली में ‘महिला सम्मान महापंचायत’ का आह्वान किया गया था। इसे लेकर दिल्ली में कड़े सुरक्षा बंदोबस्त किए गए। दिल्ली पुलिस के स्पेशल सीपी ने कहा कि पहलवानों को हमने पहले कहा था कि आज कोई राष्ट्रविरोधी काम न करें, लेकिन उन्होंने हमारी बात नहीं मानी। हमने सभी को डिटेन कर लिया है और जंतर मंतर खाली करा दिया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
राजनीतिक दलों ने नेताओं की टिप्पणियां
महिला पहलवानों को जबरदस्ती हटाए जाने को लेकर अब राजनीति भी शुरू हो गई है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने पुलिस के इस रवैये को लेकर ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा कि- राज्याभिषेक पूरा हुआ। अहंकारी राजा, सड़कों पर कुचल रहा जनता की आवाज़। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
दिल्ली की सीएम अरविंद केजरीवाल ने पहलवानों के साथ पुलिस के इस व्यवहार को लेकर भी ट्वीट किया। उन्होंने लिखा कि देश का मान बढ़ाने वाले हमारे खिलाड़ियों के साथ ऐसा बर्ताव बेहद ग़लत एवं निंदनीय। शिवसेना (उद्धव गुट) से सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने भी पहलवानों के साथ हुए इस बर्ताव को लेकर ट्वीट किया। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि वर्ल्ड चैंपियन, भारत की बेटियां, आज अपने सम्मान के लिए लड़ रही हैं, उस सांसद को लगातार बचाया जा रहा है, सरकार को शर्म आनी चाहिए।
इस घटना को लेकर सीताराम येचुरी ने भी ट्वीट किया। उन्होंने लिखा कि एक तरफ़ मोदी लोकतंत्र पर उपदेश दे रहे थे, वहीं कुछ ही मीटर दूर, उनकी सरकार का असली, घिनौना चेहरा कुछ इस तरह सामने आया। धिक्कार है! (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पहलवानों ने लगाए हैं ये आरोप
पहलवानों का आरोप था कि रेसलर फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने अपशब्दों का प्रयोग किया था और खिलाड़ियों को गाली भी दी थी। साथ की यौन शोषण के भी आरोप लगाए। पहलवानों ने कहा था कि हम यहां खेलने आए हैं। वो विशेष रूप से खिलाड़ी और राज्य को टारगेट कर रहे हैं। अध्यक्ष के खिलाफ सात महिला पहलवानों ने पुलिस को लिखित तहरीर भी दी है। इसमें एक नाबालिग पहलान भी शामिल है। इन महिला पहलवानों ने संघ अध्यक्ष पर यौन उत्पीड़न का भी आरोप लगाया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में देश के शीर्ष पहलवानों की भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह द्वारा कथित यौन दुराचार के खिलाफ एक याचिका पर सुनवाई हुई थी। इसके बाद दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे पहलवानों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि हम सुप्रीम कोर्ट के आदेश का सम्मान करते हैं, लेकिन धरना जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि हमें दिल्ली पुलिस पर भरोसा नहीं, वह कमजोर प्राथमिकी दर्ज कर सकती है। अब इस मामले में केस भी दर्ज कर लिया गया है।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।