देहरादून से नैनीताल तक घर से लापता हुए बुजुर्ग और दो महिलाएं, पुलिस ने तलाशा
इसे संयोग की कहा जाएगा कि 24 घंटे के भीतर देहरादून से लेकर नैनीताल जिले में एक बुजुर्ग और दो महिलाएं गायब हो गई। तलाशने के बाद भी जब उनका पता नहीं लगा तो परिजनों ने पुलिस का सहारा लिया। तीनों मामलों में पुलिस को सफलता मिली और गायब हुए लोगों को उनके परिजनों के हवाले कर दिया गया।
देहरादून में बसंत बिहार थाना क्षेत्र में जंगल मे लापता हुए बुजुर्ग व्यक्ति की तलाश के लिए पुलिस टीम ने जंगल में 17 घंटे तक कांबिंग की। चार फरवरी की रात्रि थाना बसंत बिहार पर सिटी कंट्रोल रूम से सूचना दी गई कि ग्राम सेवली शुक्लापुर से एक बुजुर्ग व्यक्ति जंगल में लकड़ी लेने गए थे। अभी तक घर वापस नहीं लौटे हैं। उन्हें काफी तलाश किया गया, लेकिन जानकारी नहीं हो पाई। अत्यधिक बारिश होने के कारण गांव वाले भी तलाश नहीं कर पा रहे हैं।
उक्त सूचना पर पुलिस फोर्स की सहायता मांगी गई। इस पर थाना बसंत बिहार के प्रभारी निरीक्षक के नेतृत्व में देर रात्रि शुक्ला पुर में पहुंच कर जानकारी की गई तो ज्ञात हुआ कि सुरेंद्र प्रसाद भट्ट (52 वर्ष) पुत्र नरोत्तम प्रसाद भट्ट ग्राम शुक्ला पुर थाना बसंत विहार देहरादून कान से कम सुनते हैं। साथ ही उन्हें कम दिखता है। वह लकड़ी बिनने जंगल में गए थे, लेकिन देर रात्रि 7 बजे तक नहीं लौटने पर ग्रामीणों ने उन्हें तलाश किया। उनका पता नहीं चल सका।
पुलिस ने उन्हें हेसको शुक्लापुर के जंगल से तलाश लिया। पूछताछ में सुरेंद्र ने बताया कि ज्यादा बारिश पड़ने तथा अंधेरा होने के कारण वह घर का रास्ता भूल गए। यहीं पेड़ की आड़ में बनी गुफा में बारिश से बचने के लिए रुक गए। पुलिस के ग्रामीणों के साथ चलाए रात भर के सर्च अभियान के तहत गुमशुदा को सकुशल तलाश कर परिजनों के सुपुर्द किए जाने पर स्थानीय जनता ने भूरी-भूरी प्रशंसा की।
हल्द्वानी पुलिस ने तलाशी महिला
हल्द्वानी पुलिस के मुताबिक लालमणि निवाड़ गन्ना सेंटर निवासी जगजीवन सिंह खोलिया ने चार फरवरी की रात सूचना दी कि उनकी बहू समय बिना बताए घर से कहीं चली गई है। काफी ढूंढने पर भी नहीं मिली है। इस सूचना के आधार पर अलग-अलग दो टीमें बनाई गई तथा डीसीआर के माध्यम से जनपद एवं बाहरी जनपदों को सूचित किया गया।
जानकारी प्राप्त हुई की गुमशुदा को बेल बाबा के आसपास पैदल-पैदल जाते देखा गया है। इसके आधार पर उक्त गुमशुदा की तलाश लोकल स्तर पर गठित टीम चीता कर्मियों की ओर से बेल बाबा एवं टांडा के जंगल में कांबिंग की गई। अगली सुबह पांच फरवरी को साढ़े तीन बजे मीनाक्षी नाम की महिला को रुद्रपुर से सकुशल बरामद किया गया।
इस पर उसे उसकी मां आशा कठायत, भाई सुमित कठायत एवं ससुराल पक्ष के सास सुशीला खोलिया, ससुर जगजीवन को बुलाकर उनके सुपूर्द कर दिया गया। महिला ने ब ताया कि वह पैदल-पैदल टांडा जंगल होते हुए रुद्रपुर पहुंच गई।
ऐसे तलाशा महिला के परिजनों को
नैनीताल में बाईपास चौकी मंडी के पास तड़के तीन बजे गश्त के दौरान पुलिस को एक महिला सड़क पर दिखाई दी। पुलिस ने जब उक्त महिला से उसका नाम व पता पूछा तो वह कुछ भी नहीं बता सकी। इस पर उसे चौकी मंडी लाया गया। महिला की ओर से कुछ भी नहीं बताने पर मंडी चौकी प्रभारी ने महिला की फोटो जनपद स्तरीय विभिन्न व्हाट्सएप ग्रुपों में सेंड की।
इस पर पता चला कि महिला का पता ईश्वर विहार पानी की टंकी के सामने मुखानी है। इस पर उसके परिजनों को चौकी मंडी बुलाकर उसे उनके सुपूर्द कर दिया गया। परिजनों ने बताया गया कि वह डिप्रेशन का शिकार है। महिला के सकुशल मिलने से परिजनों ने नैनीताल पुलिस का धन्यवाद व्यक्त किया।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।