Loksaakshya Social

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

November 8, 2024

जंतर मंतर में पुलिस का तांडव, दो रेसलर के सिर फोड़े, ओलंपियन विनेश फोगाट को अपशब्द, रात भर हंगामा

दिल्ली के जंतर-मंतर पर चल रहे पहलवानों के धरने के बीच बुधवार की रात को पुलिस और पहलवानों के बीच झड़प हो गई। इस दौरान दिल्ली पुलिस का तांडव देखने को मिला। पहलवानों का आरोप है कि दिल्ली पुलिस के कुछ जवानों ने शराब के नशे में डंडे से पिटाई की है। पुलिस की पिटाई से एक पहलवान का सिर फट गया है। उसे हॉस्पिटल भेजा गया है। घटना के बाद से जंतर मंतर पर पुलिस की सुरक्षा को बढ़ा दी गई है। जानकारी के अनुसार दो पुलिसकर्मियों को पहलवानों ने बैठा कर रखा है। धरना दे रहे दो से तीन लोगों को चोट लगी है। घटना में विनेश फोगाट के भाई भी घायल हो गए हैं। हालांकि पुलिस ने मारपीट की खबर से इनकार किया है। वहीं पुलिस ने जंतर मंतर को पूरी तरह से सील कर दिया है। किसी को भी धरना स्थल में प्रवेश करने और पहलवानों से मिलने की अनुमति नहीं दी है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

क्या इसी दिन को देखने को जीता था मेडल
मीडिया से बात करते हुए विनेश फोगाट ने कहा कि पुलिसवाले ने हमलोगों को गाली दी। एक पुलिस वाले ने शराब पी रखी थी। उसने मारपीट की है। उन्होंने सवाल किया कि इसी दिन देखने के लिए क्या उन लोगों ने देश के लिए मेडल लाया था। हमारा पहलवान घायल है, उसे अस्पताल नहीं ले जाने दे रहे थे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

पुलिस का तर्क
वहीं दिल्ली पुलिस की तरफ से कहा गया है कि आम आदमी पार्टी विधायक सोमनाथ भारती फोल्डिंग बेड्स लेकर आये थे, जबकि इसकी इजाजत नहीं थी। जब इसको रोका गया तो समर्थक ट्रक से बेड्स निकालने को लेकर आक्रामक हो गए। इस दौरान एक छोटी तकरार हुई, जिसमें सोमनाथ भारती और दो अन्य लोगों को हिरासत में लिया गया। इधर आम आदमी पार्टी के विधायक सोमनाथ भारती जंतर मंतर पर पहलवानों को फोल्डिंग देने गए थे। उन्होंने मीडिया से बताया है कि उन्हें दिल्ली के मंदिर मार्ग पुलिस थाने में हिरासत में लेकर रखा गया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

सोमनाथ से हमने नहीं मंगाई फोल्डिंग
हालांकि पहलवानों ने कहा है कि उन्होंने सोमनाथ भारती से फोल्डिंग नहीं मंगाई थी। हमने फ़ोल्डिंग मंगाई थी, बारिश की वजह से फ़र्श गीला था। इसलिए फोल्डिंग मंगाई गई थी। पहलवानों ने आरोप लगाया है कि जंतर-मंतर पर महिला पुलिसकर्मियों को तैनात नहीं किया गया था। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

गद्दे भीगने पर मंगवाई थी फोल्डिंग
पूर्व पहलवान राजवीर ने बताया कि बारिश के कारण गद्दे भीग गए थे, इसलिए हम सोने के लिए फोल्डिंग चारपाइयां ला रहे थे, लेकिन पुलिस ने इसकी अनुमति नहीं दी। नशे में धुत पुलिसकर्मी धर्मेंद्र ने विनेश फोगाट से अपशब्द कहे और हमारे साथ हाथापाई की। उन्होंने कहा कि पुलिस कर्मियों ने हमें पीटना शुरू कर दिया। बजरंग पूनिया के रिश्तेदार दुष्यंत और राहुल के सिर पर चोटें आई हैं। पुलिस ने चिकित्सकों को भी घटनास्थल पर नहीं आने दिया। यहां तक कि महिला कांस्टेबल ने भी हमारे साथ दुर्व्यवहार किया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

अमित शाह को भेजी चिट्ठी
हाथापाई के बाद बजरंग पूनिया ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के चिट्ठी लिखी है। उन्होंने इस चिट्ठी में अमित शाह से जंतर-मंतर पर आंदोलनकारी खिलाड़ियों की मांगों का तत्काल समाधान करने की मांग की है। बजरंग पूनिया ने इस चिट्ठी में तीन मई की रात दिल्ली पुलिस वालों के साथ हुई कथित धक्का-मुक्की और कहासुनी का जिक्र किया है। उन्होंने लिखा है कि पुलिस वालों ने पहलवानों पर हमला कर दिया और दो रेसलर के सिर फोड़ दिए। ओलंपियन विनेश फोगाट को अपशब्द कहे गए और साक्षी मलिक व संगीता फोगाट के साथ बदसलूकी की गई। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

चिट्ठी में पूनिया ने लिखा
बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट ने 3 मई की रात में उनके साथ हुई कथित मारपीट के बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को चिठ्ठी लिखी। उन्होंने लेटर में लिखा कि हम ओलंपियन दिल्ली के जंतर-मंतर पर 11 दिनों से अपनी मांगों को लेकर शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे हैं। तीन मई की रात लगभग 11 बजे जब हम अपने रात्रि विश्राम की व्यवस्था कर रहे थे तो दिल्ली पुलिस के एसीपी धर्मेंद्र ने 100 पुलिस वालों के साथ हम पर हमला कर दिया। इस हमले में दुष्यंत फोगाट और राहुल यादव के सिर फोड़े गए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

चिट्ठी में लिखा है कि विनेश फोगाट के साथ पुलिस अधिकारी ने गाली-गलौज की। इसके साथ ही साक्षी मलिक और संगीता फोगाट के साथ के साथ पुरूष पुलिसकर्मियों ने धक्का-मुक्की की। अंतरराष्ट्रीय पहलवानों पर इस तरह से हमला करना और अपमानित करना खिलाड़ियों का मनोबल तोड़ने और देश की छवि को खराब करने वाला है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

चिट्ठी में की गई ये मांगें
1- घटना के जिम्मेदार अधिकारियों पर तत्काल कठोर कार्रवाई की जाए।
2- धरनास्थल पर हमारी न्यूनतम जरूरत की चीजें जैसे वाटरप्रूफ टेंट, मजबूत स्टेज, पलंग, साउंड सिस्टम, गद्दे और प्रैक्टिस के लिए कुश्ती मैट और जिम का सामान लाने की अनुमति दी जाए।
3- अलग-जगहों से हिरासत में लिए गए हमारे सभी साथियों को तुरंत किया जाए।
4- सरकार के उच्च अधिकारियों से हमारी मांगों के संबंध में शीघ्र वार्ता कराई जाए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

रोने लगे बजरंग पूनिया, बोले भारत सरकार को वापस कर देंगे मेडल
एनडीटीवी से बातचीत पर पहलवान बजरंग पूनिया ने कहा कि यह बहुत ही खराब समय है। जिसके खिलाफ हमलोगों ने केस दर्ज करवाया उसके खिलाफ पुलिस ने कुछ भी नहीं किया है। वहीं खिलाड़ियों के साथ कैसे किया जा रहा है आप देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि अपराधी कौन है? पुलिस बृजभूषण शरण सिंह को बचाना चाह रही है। उन्होंने कहा कि अगर हमारा सम्मान नहीं होगा तो हम अपना मेडल भारत सरकार को वापस कर देंगे। मुझे ऐसा सम्मान नहीं चाहिए। क्या इस देश में कानून नाम की कोई चीज नहीं है। बातचीत के दौरान बजरंग पुनिया भावुक हो गए और रोने लगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

दीपेंद्र हुड्डा हिरासत में
खिलाड़ियों से झड़प की खबर के बाद देर रात में कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा जंतर-मंतर पहुंचे तो पुलिस ने उन्हें रोक दिया और थोड़ी देर बाद हिरासत में ले लिया। दीपेंद्र हुड्डा ने अपने ट्विटर एकाउंट पर लिखा- अभी जब मैं जंतर-मंतर पर खिलाड़ी बेटियों का हाल-चाल लेने पहुंचा तो धरने के बाहर दिल्ली पुलिस ने मुझे हिरासत में लिया और अब वसंत विहार पुलिस चौकी ले आए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

इसके साथ ही उन्होंने एक वीडियो भी शेयर किया है, जिसमें वह कहते नजर आ रहे हैं कि वह केवल 5 मिनट के लिए खिलाड़ियों से बात करेंगे। पुलिस के धारा 144 लागू होने की बात कहने पर दीपेंद्र हुड्डा ने यहां तक कहा कि वह खिलाड़ियों से अकेले मिलेंगे और अपने पीएसओ को भी साथ नहीं ले जाएंगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

पांच मिनट मांग रहे थे हुड्डा
हुड्डा कहते दिखाई दे रहे हैं कि मैं केवल 5 मिनट के लिए अंदर जाऊंगा। इस दौरान न तो मेरा पीएसओ साथ होगा न ही कोई सुरक्षा कर्मी होगा। मैं अंदर जाऊंगा, बेटियों से मिलूंगा, उनका हाल-चाल पूछूंगा और उनसे कहूंगा कि इस प्रदर्शन को शांतिपूर्ण ही रहने दें। हालांकि, पुलिस ने उन्हें अंदर नहीं जाने दिया और हिरासत में लेकर वसंत विहार थाने लेकर गई। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

आम आदमी पार्टी ने साधा निशाना
आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने वीडियो जारी कर कहा है कि जंतर मंतर पर जो घटना हुई है वो बेहद गलत है। जिन्होंने देश के नाम को आगे बढ़ाया है उसका अपमान किया जा रहा है। पूरे दिन बारिश हुई है। पुलिस उन्हें कह रही है कि आप कीचड़ में सो जाइए। अगर वो एक गद्दे या फोल्डिंग लगाना चाह रही हैं तो केंद्र सरकार को इतनी परेशानी हो रही है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज और आम आदमी पार्टी के कुछ अन्य विधायक भी घटनास्थल पर पहुंचे हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

पहलवानों को मिल रहा है राजनीतिक दलों का समर्थन
आंदोलन कर रहे पहलवानों के समर्थन में कई राजनीतिक दलों के नेता जंतर मंतर पर जा चुके हैं। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने प्रदर्शन को अपना समर्थन देते हुए पहलवानों से मुलाकात की थी। इस दौरान उन्होंने पीएम मोदी पर निशाना साधा था। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल भी पहलवानों से मिलने पहुंचे थे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

पहलवानों ने लगाए हैं ये आरोप
पहलवानों का आरोप था कि रेसलर फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह ने अपशब्दों का प्रयोग किया था और खिलाड़ियों को गाली भी दी थी। साथ की यौन शोषण के भी आरोप लगाए। पहलवानों ने कहा था कि हम यहां खेलने आए हैं। वो विशेष रूप से खिलाड़ी और राज्य को टारगेट कर रहे हैं। अध्यक्ष के खिलाफ सात महिला पहलवानों ने पुलिस को लिखित तहरीर भी दी है। इसमें एक नाबालिग पहलान भी शामिल है। इन महिला पहलवानों ने संघ अध्यक्ष पर यौन उत्पीड़न का भी आरोप लगाया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में देश के शीर्ष पहलवानों की भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह द्वारा कथित यौन दुराचार के खिलाफ एक याचिका पर सुनवाई हुई थी। इसके बाद दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे पहलवानों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि हम सुप्रीम कोर्ट के आदेश का सम्मान करते हैं, लेकिन धरना जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि हमें दिल्ली पुलिस पर भरोसा नहीं, वह कमजोर प्राथमिकी दर्ज कर सकती है। अब इस मामले में केस भी दर्ज कर लिया गया है।
नोटः यदि आप लोकसाक्ष्य की खबरों को नियमित रूप से पढ़ना चाहते हैं तो नीचे दिए गए आप्शन से हमारे फेसबुक पेज या व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ सकते हैं, बस आपको एक क्लिक करना है। यदि खबर अच्छी लगे तो आप फेसबुक या व्हाट्सएप में शेयर भी कर सकते हो। 

+ posts

लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You cannot copy content of this page