बाल कवि अनुराग सिंह की कविता- मेरे प्रिय शिक्षक
मेरे प्रिय शिक्षक
हाथ पकड़कर हमें लिखाते।
अक्षर अक्षर हमें सिखाते।
देकर हम बच्चों को शिक्षा।
हमको इक दिन बड़ा बनाते।
हमको आप बहुत हैं भाते।
सारे शब्दों का अर्थ बताते।
आप हमें अंधकार से हरदम,
उजियारे की ओर ले जाते। (कविता जारी, अगले पैरे में देखिए)
अच्छा मानव हमें बनाते।
जीवन जीना हमें सिखाते।
जमीन से उठाकर हमको।
आसमान तक हो पहुँचाते।
सारे गुरुओं को मेरा नमन।
सभी को मेरा दिल से प्रणाम
गुरुओं का नित पूजन करें हम।
गुरुदेव आपका शत-शत वन्दन।।
कवि का परिचय
अनुराग सिंह
कक्षा-8
राजकीय उच्चतर प्राथमिक विद्यालय, गूमखाल।
विकासखंड द्वारीखाल, जिला पौड़ी गढ़वाल, उत्तराखंड।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।