एकता दिवस पर बोले पीएम, सरदार पटेल होते तो कश्मीर का ये हाल नहीं होता
आज देश भर में सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती मनाई जा रही है। इस दिन को पूरे देश में राष्ट्रीय एकता दिवस (राष्ट्रीय एकता दिवस) के रूप में भी मनाया जाता है। इस मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी ने आज स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर जाकर सरदार पटेल की जयंती पर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की है। इसके बाद वह राष्ट्रीय एकता दिवस परेड में भी शामिल हुए। राष्ट्रीय एकता दिवस पर आज स्टैच्यू ऑफ यूनिटी से संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना महामारी, आतंकवाद, कश्मीर और पुलवामा हमले तक का जिक्र किया। उन्होंने इस दौरान पाकिस्तान का नाम लिए बिना उस पर हमला बोला। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गुजरात दौरे का आज दूसरा और आखिरी दिन है।
पीएम मोदी ने पुलवामा हमले के बाद की गई राजनीति पर कहा कि ऐसे राजनीतिक दलों से आग्रह करूंगा कि देश की सुरक्षा के हित में, हमारे सुरक्षाबलों के मनोबल के लिए, कृपा करके ऐसी राजनीति न करें, ऐसी चीजों से बचें।अपने स्वार्थ के लिए, जाने-अनजाने आप देशविरोधी ताकतों की हाथों में खेलकर, न आप देश का हित कर पाएंगे और न ही अपने दल का।
पटेल ने भारत के सांस्कृतिक गौरव को लौटाने का का जो संकल्प देखा, उसका विस्तार अयोध्या में देखने को मिला। आज हम 130 करोड देशवासी ऐसे राष्ट्र का निर्माण कर रहे जो सशक्त है, सक्षम भी हो। समानता भी हो और संभावनाएं भी हों।
इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि आज दुनिया के सभी देशों को आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने की जरूरत है। आतंकवाद और हिंसा से किसी को फायदा नहीं हो सकता। भारत ने हमेशा आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई लड़ी है। उन्होंने कहा कि भारत ने आतंकवाद को हमेशा एकजुट होकर करारा जवाब दिया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा सभी देशवासियों को सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती की बहुत-बहुत शुभकामनाएं। देश की सैकड़ों रियासतों को, राजे-रजवाड़ों को एक करके, देश की विविधता को आधार भारत की शक्ति बनाकर सरदार पटेल ने हिंदुस्तान को वर्तमान स्वरूप दिया।
उन्होंने कहा कि सभी देश को आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने की जरूरत है। आतंकवाद हिंसा से कभी भी किसी का कल्याण नहीं हो सकता है। भारत पिछले कई दशकों से आंतवाद का भुक्तभोगी रहा है। हजारों जवानों और निर्दोष नागरिकों को खोया है। आतंक की पीड़ा को भारत भली भांती जानता है। भारत ने आकंदवाद को हमेशा जवाब दिया है।
उन्होंने कहा कि मुश्किल समय में धारा 370 हटने के बाद कश्मीर ने समावेश का एक साल पूरा किया। सरदार साहब जीवित रहते तो बाकी रजवाड़ों के साथ ये काम उनका काम होता तो आज पूरा करने की मुझे करने की नौबत नहीं आती। सरदार साहब रहते तो कश्मीर का जो हाल पहले हुआ वो नहीं होता।
प्रधानमंत्री मोदी ने सरदार वल्लभ भाई पटेल को पुष्प अर्पित करके श्रद्धांजलि देने के बाद केवड़िया में राष्ट्रीय एकता दिवस’ परेड में भी हिस्सा लिया। सरदार पटेल ने भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में और रियासतों के भारत में विलय में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। बता दें प्रधानमंत्री मोदी दो दिन के गुजरात दौरे पर हैं. आज उनकी दो दिवसीय यात्रा का अंतिम दिन है।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।