Loksaakshya Social

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

October 19, 2025

सात अक्टूबर को उत्तराखंड आएंगे पीएम मोदी, केदारनाथ में ड्रीम पोजेक्ट का करेंगे निरीक्षण, तेजी से चल रहे हैं काम

देवभूमि उत्तराखंड से विशेष लगाव रखने वाले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सात अक्टूबर को उत्तराखंड आ रहे हैं। माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री अपने आराध्य बाबा केदार के दर्शन के लिए केदारनाथ भी जाएंगे।

देवभूमि उत्तराखंड से विशेष लगाव रखने वाले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सात अक्टूबर को उत्तराखंड आ रहे हैं। इस दौरान वह जौलीग्रांट एयरपोर्ट के नए टर्मिनल और ऋषिकेश एम्स में आक्सीजन प्लांट का लोकार्पण कर सकते हैं। यह भी माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री अपने आराध्य बाबा केदार के दर्शन के लिए केदारनाथ भी जाएंगे। केदारनाथ धाम में वह अपने ड्रीम पोजेक्ट के तहत चल रहे निर्माण कार्यों का भी अवलोकन करेंगे। प्रधानमंत्री के प्रस्तावित दौरे को देखते हुए शासन-प्रशासन के साथ ही भाजपा भी तैयारियों में जुट गई है। वहीं, केदारनाथ धाम में भी युद्धस्तर पर निर्माण कार्य चल रहा है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की केदारनाथ धाम के प्रति उनकी अगाध आस्था। एक दौर में केदारनाथ के नजदीक ही उन्होंने तप किया था। यही कारण भी है कि जब भी समय मिलता है बाबा केदार की यह भूमि उन्हें देवभूमि खींच लाती है। कोरोनाकाल में प्रधानमंत्री यहां नहीं आ पाए थे। ऐसे में अब कोरोना संक्रमण के मद्देनजर स्थिति नियंत्रण में है तो प्रधानमंत्री यहां का रुख करेंगे। वह सात अक्टूबर को यहां आ रहे हैं। हालांकि केदारनाथ में जो निर्माण कार्य हो रहे हैं, उन पर पीएम मोदी की नजर रहती है। वह कई बार वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये वहां चल रहे कार्यों की जानकारी ले चुके हैं।

एक अक्टूबर से केदारनाथ के लिए हेली सेवा होगी शरू
केदारनाथ के लिए उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (यूकाडा) एक अक्टूबर से हवाई सेवा शुरू करने जा रहा है। व्यवस्था यह बनाई गई है कि हेलीकाप्टर के जरिये केवल वही श्रद्धालु केदारनाथ धाम जा सकेंगे, जिनके पहले से ही ई पास बने हुए हैं। इसके लिए जीएमवीएन व यूकाडा की वेबसाइट पर टिकट बुकिंग का काम शुरू हो गया है। वहीं, हेली सेवा शुरू होने से पहले बुधवार को डीजीसीए की टीम हेलीपैड का निरीक्षण करेगी।
सरकार ने कोर्ट के निर्देशों पर यहां प्रतिदिन 800 श्रद्धालुओं को दर्शन करने की अनुमति दी है। यूकाडा ने कुछ समय पहले देवस्थानम बोर्ड को पत्र लिखकर एक अक्टूबर से चारधाम यात्रा के लिए हेली सेवा शुरू कराने और हेली सेवा के जरिये आने वाले 200 यात्रियों को दर्शन की अनुमति देने का अनुरोध किया था। इस पर देवस्थानाम बोर्ड ने यूकाडा को यह स्पष्ट किया कि जिन व्यक्तियों ने दर्शन के लिए बोर्ड की वेबसाइट पर पंजीकरण नहीं कराया है, उन्हें यात्रा करने की अनुमति नहीं दी जा सकती। इसे देखते हुए अब यूकाडा ने भी व्यवस्था बना दी है। इसके तहत केवल उन्हीं श्रद्धालुओं को हेली सेवा के बुकिंग स्वीकार की जाएगी, जिनके यात्रा के लिए ई-पास जारी हैं।

यह रहेगा दोनों ओर का किराया
गुप्तकाशी से केदारनाथ व वापसी- 7800
सिरसी से केदारनाथ व वापसी- 4600
फाटा से केदारनाथ व वापसी – 4660
अब तक 25811 श्रद्धालुओं ने किए चारधाम के दर्शन
18 सितंबर से शुरू की गई चारधाम यात्रा के तहत अब तक 25811 श्रद्धालु चारधाम के दर्शन कर चुके हैं। 29 सितंबर की दोपहर दो बजे तक श्री बदरीनाथ धाम में 900, श्री केदारनाथ धाम में 569, श्री गंगोत्री धाम में 437 और श्री यमुनोत्री धाम में 400 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। यानी एक दिन में कुल 2306 ने दर्शन किए। 18 सितंबर से लेकर अब तक चारों धाम में कुल 25811 यात्री दर्शन कर चुके हैं। वहीं, चारधाम के लिए 15 अक्टूबर तक के लिए 69619 ई पास जारी किए जा चुके हैं।
यहां करें रजिस्ट्रेशन
गौरतलब है कि केदारनाथ धाम में 800, बदरीनाथ धाम में 1000, गंगोत्री में 600 और यमुनोत्री धाम में एक दिन में 400 यात्रियों के जाने की अनुमति दी है। चारधाम यात्रा के लिए उत्तराखंड से बाहर के श्रृद्धालुओं हेतु देहरादून स्मार्ट सिटी पोर्टल http://smartcitydehradun.uk.gov.in में रजिस्ट्रेशन अनिवार्य है। साथ ही ई पास के लिए देवस्थानम बोर्ड की वेबसाइट www.devasthanam.uk.gov.in या http:// badrinah- Kedarnath.uk.gov.in में अप्लाई करना है।

Bhanu Bangwal

लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *