सरकारी कार्यक्रम को एक बार फिर से पीएम मोदी ने बनाया राजनीतिक, बोले- विपक्ष ना खुद करेगा और ना करने देगा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार छह अगस्त, 2023 को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये देशभर के 508 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की आधारशिला रखी। इस दौरान, रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव भी मौजूद रहे। ये 508 रेलवे स्टेशन 27 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में फैले हैं। 450 से ज्यादा रेलवे स्टेशन राज्यों के और करीब 20 केंद्र शासित प्रदेशों में फैले हैं। ये एक सरकारी कार्यक्रम था, जिसे जनता के टैक्स के पैसों के किया जाता है, लेकिन इस कार्यक्रम में भी पीएम मोदी राजनीति करने से नहीं चूके और कार्यक्रम को ऐसा बना दिया जैसे कोई चुनावी सभा हो। हालांकि, सरकारी कार्यक्रम में विपक्ष पर हमले करना और राजनीति करना उनकी आदत में शुमार है। इसमें अब किसी को आश्चर्च नहीं होता। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस दौरान प्रधानमंत्री ने विपक्ष पर भी हमला बोला और कहा विपक्ष पुराने ढर्रे पर अड़ा हुआ है। न खुद कुछ करेंगे न कुछ करने देंगे। पीएम ने कहा कि विपक्ष ने संसद के नए भवन का विरोध किया, 70 साल में शहीदों के लिए एक वॉर मेमोरियल तक नहीं किया, स्टैच्यू ऑफ यूनिटी में नहीं गए। उन्होंने कहा कि आज तक सरदार साहब के स्टेच्यू के सामने जाकर नमन नहीं किया। हम पार्टी से ऊपर उठकर विकास के लिए काम कर रहे हैं और डेढ़ लाख से ज्यादा युवाओं को रेलवे में नौकरी मिली है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि दुनिया में साउथ अफ्रीका, यूक्रेन, स्वीडन, यूके जैसे देशों में जितना रेल नेटवर्क है भारत ने अकेले 9 साल में रेल ट्रैक बनाए हैं। देश का लक्ष्य है कि सुलभ और सुखद भी हो। प्लेटफॉर्म पर बैठने के लिए अच्छे वेटिंग रूम बनाए जा रहे हैं। हजारों स्टेशन पर मुफ्त इंटरनेट उपलब्ध होगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पीएम ने आगे कहा कि विकसित होने के लक्ष्य की तरफ कदम बढ़ा रहा भारत अपने अमृत काल के प्रारंभ में है। एक नए अध्याय की शुरूआत हो रही है। उन्होंने कहा कि 1300 रेलवे स्टेशनों में से 508 अमृत भारत स्टेशन का पुनर्विकास किया जाएगा। इस पर 25 हजार करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि 30 साल में पहली बार देश में पूर्ण बहुमत की सरकार बनी। दुनियाभर में भारत की साख बढ़ी है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि मैं अमृतकाल के प्रारंभ में इस ऐतिहासिक काम के लिए रेल मंत्रालय की सराहना करता हूं और सभी देशवासियों को बधाई देता हूं। आज पूरी दुनिया की दृष्टि भारत पर है। वैश्विक स्तर पर भारत की साख बढ़ी। दुनिया का रवैया बदला। इसकी दो मुख्य वजहें हैं। पहली यह कि भारत के लोगों ने तीन दशक बाद पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई। पूर्ण बहुमत की सरकार ने उसकी स्पष्टता के साथ बड़े-बड़े निर्णय लिए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पीएम ने कहा कि हमारे शहरों की पहचान भी शहर के रेलवे स्टेशन से जुड़ी होती है। देशी विदेशी कोई भी पर्यटक इन स्टेशन पर पहुंचेगा तो आपके शहर की पहली तस्वीर अच्छी बनेगी। इनमें से 55-55 यूपी और राजस्थान, महाराष्ट्र में 44, बिहार में 49, पश्चिम बंगाल में 37, असम में 32, मध्य प्रदेश में 34, पंजाब में 22, गुजरात और तेलंगाना में 21-21, झारखंड में 20, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में 18-18, कर्नाटक में 13, 15 हरियाणा के और 3 रेलवे स्टेशन उत्तराखंड के शामिल हैं. 3 त्रिपुरा के और 1-1 हिमाचल प्रदेश, मेघालय और नागालैंड के हैं. इसके अलावा, दिल्ली के 5, चंडीगढ़ के 8, जम्मू-कश्मीर के 3, पुदुचेरी के 1 रेलवे स्टेशनों का कायाकल्प होना है।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।