दुर्घटनाओं में मुआवजे को लेकर पीएम मोदी कर रहे हैं भेदभावः धीरेंद्र प्रताप

धीरेंद्र प्रताप ने एक बयान में कहा कि प्रधानमंत्री पूरे भारत के प्रधानमंत्री हैं। उन जैसे ऊंचे पद पर बैठे व्यक्ति को गुजरात में या अन्य राज्यों में घट रही घटनाओं में दिवंगत लोगों के परिजनों को सहायता दिए जाने में भेदभाव नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री का यह रवैया उनके ऊंचे पद के क्रियाकलापों के प्रतिकूल है। प्रजातंत्र में जो प्रधानमंत्री द्वारा व्यक्तिगत आचरण के उच्च मापदंड स्थापित किए जाने चाहिए, उनको गिराने का वह काम करते हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने प्रधानमंत्री के इस रवैया में सुधार की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि दुर्घटना के मामलों दी जाने वाली आर्थिक सहायता को लेकर राज्यों में भेदभाव गलत है। भारतीय जन गण मन में गुजरात मराठा से लेकर द्रविड़ उत्कल बंग तक जब भारत एक है तो पीएम नरेंद्र मोदी से ऐसे भेदभाव की अपेक्षा नहीं की जा सकती है। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी पूरे भारत देश के प्रधानमंत्री है तो उन से यही अपेक्षा की जाती है की वे सारे भारत के नागरिकों के साथ समान व्यवहार करें। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने उम्मीद जताई भविष्य में प्रधानमंत्री कार्यालय से लोगों की सहायता में राज्य विशेष को वरीयता ना देकर भारत के नागरिक के रूप में सबके साथ समान व्यवहार करेगा। इसका सब लोग स्वागत करेंगे। उन्होंने इस बात पर खेद व्यक्त किया कि उत्तराखंड की सिमड़ी बस दुर्घटना में दिवंगत लोगों के परिजनों को प्रधानमंत्री कार्यालय ने ढाई लाख रुपए देना तक भी उचित नहीं समझा। वहीं, गुजरात के लोगों को 400000 की सहायता दिए जाने का ऐलान किया गया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा गुजरात के लोगों को चार लाख की सहायता का ऐलान स्वागत योग्य है, लेकिन अन्य राज्यों के लोगों को भी दुर्घटनाओं में इतनी ही राशि सहायता के रूप में दी जानी चाहिए।

Bhanu Prakash
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भानु बंगवाल
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।