पीएम मोदी ने किया मेरा अपमान, उन्हें लगता है कि सब उनसे डर जाएंगेः राहुल गांधी
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेहरू सरनेम वाले सवाल पर पलटवार किया है। राहुल गांधी ने केरल में अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि पीएम खुद को बहुत ताकतवर समझते हैं। उन्हें लगता है कि सब उनसे डर जाएंगे, लेकिन उन्हें शायद पता नहीं कि वे आखिरी शख्स होंगे, जिनसे मुझे डर होगा। मैंने संसद में जो भी कहा सच कहा था और इसलिए मेरे मन में डर नहीं था। मेरे अपमान से कुछ नहीं होगा। सच तो सामने आ ही जाएगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने उनका अपमान किया है। लोकसभा में पीएम मोदी के भाषण का जिक्र करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि उन्होंने (PM) कहा कि मेरे नाम में गांधी क्यों है, नेहरू क्यों नहीं है। यह मेरा अपमान है। भारत में पिता का सरनेम लगाते हैं। शायद पीएम मोदी ये नहीं समझते हैं। उद्योगपति गौतम अडाणी के साथ कथित संबंध को लेकर भी राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री पर करारा प्रहार किया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
अडाणी समूह की कंपनियों पर अमेरिकी शॉर्ट सेलिंग कंपनी हिंडनबर्ग की रिपोर्ट से जुड़े विषयों को उठाते हुए संसद में हाल में दिये अपने बयान को याद करते हुए राहुल ने यहां कहा कि उन्होंने जो कुछ कहा था, उस बारे में उनसे सबूत देने को कहा गया। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने आगे कहा कि मेरा चेहरा देखिए और जब वे बोलते हैं तो उन्हें देखिए। देखिए बोलते हुए उन्होंने कितनी बार पानी पिया। पानी पीते हुए भी उनके हाथ कांप रहे थे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि मेरे भाषण के एक हिस्से को संसद की कार्यवाही से हटा दिया गया, लेकिन PM के शब्द नहीं हटाए गए। मैंने किसी का अपमान नहीं किया। मैंने जो कहा उसके संबंध में मुझे सबूत दिखाने के लिए कहा गया था। मैंने लोकसभा अध्यक्ष को एक पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने सबूत के साथ हर बिंदु को हटा दिया है। राहुल ने कहा कि मैंने संसद की कार्यवाही से हटाई गई मेरी प्रत्येक टिप्पणी के बारे में स्पीकर (लोकसभा अध्यक्ष) को लिखे पत्र में जानकारी दी है तथा सबूत दिये हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उल्लेखनीय है कि हाल में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर लोकसभा में चर्चा के दौरान राहुल के भाषण का एक बड़ा हिस्सा सदन की कार्यवाही से हटा दिया गया था। उन्होंने कहा कि संसद के निचले सदन (लोकसभा) में उन्होंने किसी अपशब्द या अशोभनीय भाषा का इस्तेमाल नहीं किया था, बल्कि मोदी और अडाणी के बीच संबंध का सिर्फ जिक्र किया था। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
राहुल गांधी ने लोकसभा सचिवालय की आलोचना की
कांग्रेस नेता ने मीनानगडी में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि मेरे भाषण के बाद, इसका अधिकांश हिस्सा संपादित कर (सदन की कार्यवाही से) बाहर कर दिया गया और इसे संसद के रिकार्ड में नहीं जाने दिया गया। राहुल ने ‘सीधे तौर पर उन्हें अपमानित करने’ वाले मोदी के भाषण को सदन की कार्यवाही से नहीं हटाये जाने के लिए लोकसभा सचिवालय की भी आलोचना की। उन्होंने यह उल्लेख किया कि वह कहते हैं कि आपका नाम गांधी क्यों है, नेहरू क्यों नहीं? इस तरह, देश के प्रधानमंत्री ने सीधे तौर पर मेरा अपमान किया, लेकिन उनके शब्दों को सदन की कार्यवाही से नहीं हटाया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
राहुल गांधी ने कहा- सत्य उनकी ओर नहीं है
वायनाड से लोकसभा सदस्य ने प्रधानमंत्री मोदी के अडाणी से कथित संबंध को लेकर अपना हमला तेज करते हुए कहा कि मोदी को लगता है कि वह बहुत शक्तिशाली हैं, लेकिन उन्हें इसका एहसास नहीं है कि नरेंद्र मोदी वह आखिरी चीज होंगे, जिनसे मैं डरूंगा। राहुल ने कहा कि चाहे वह क्यों ना भारत के प्रधानमंत्री हों, उनके पास सभी (जांच) एजेंसियां हो। यह मायने नहीं रखता है। क्योंकि सत्य उनकी ओर नहीं है। एक दिन, वह सच का सामना करने के लिए मजबूर हो जाएंगे। उन्होंने लोकसभा में दिये अपने भाषण को देखने का कांग्रेस कार्यकर्ताओं से अनुरोध किया, क्योंकि यह प्रधानमंत्री और अडाणी के बीच साठगांठ तथा देश में जो कुछ हो रहा है, उसे समझने के लिए जरूरी है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मेरे एक भी सवाल का जवाब नहीं दिया
कांग्रेस नेता ने दावा किया कि अडाणी 2014 के 609वें स्थान से छलांग लगाते हुए विश्व के दूसरे सबसे अमीर कारोबारी बन गये हैं। राहुल ने कहा कि मैंने प्रधानमंत्री से कुछ सवाल पूछे हैं। मैंने उनसे श्रीमान अडाणी के साथ उनके संबंध के बारे में पूछा। प्रधानमंत्री ने एक भी सवाल का जवाब नहीं दिया। मेरे सवाल का उनका जवाब यह था कि आप अपना उपनाम नेहरू क्यों नहीं लगाते, आप गांधी क्यों कहे जाते हैं। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के बेटे राहुल गांधी ने कहा कि शायद श्रीमान मोदी नहीं जानते होंगे, लेकिन भारत में यह सामान्य परंपरा है कि हमारा उपनाम (सरनेम) हमारे पिता का (उपनाम) रहता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर जवाब दिया। सरकारी योजनाओं का नाम बदलने को लेकर पीएम ने कहा कि किसी कार्यक्रम में अगर नेहरूजी के नाम का उल्लेख नहीं हुआ तो कुछ लोगों के बाल खड़े हो जाते थे। लहू गर्म हो जाता था। मुझे ये समझ नहीं आता कि उनकी पीढ़ी का कोई व्यक्ति नेहरू सरनेम रखने से डरता क्यों है। आपको किस बात की शर्मिंदगी होती है। नेहरू महान थे तो उनका सरनेम क्यों नहीं लगाते।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।