पीएम मोदी ने विपक्षी दलों पर बोला हमला, नहीं दिया राहुल के सवालों का जवाब, शशि थरूर से बोले-थैंक यू शशि जी
लोकसभा में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ओर से उद्योगपति अडानी और पीएम मोदी के संबंधों को लेकर उठाए सवालों का जवाब देने से पीएम नरेंद्र मोदी कन्नी काट गए। अपने लंबे चौड़े भाषण में उन्होंने कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों को विभिन्न मुद्दों पर घेरा, लेकिन सीधे सीधे विपक्ष के आरोपों का जवाब नहीं दिया। हालांकि, हर बार की तरह ही उन्होंने इस बार भी भाषण दिया। जिसमें शुरू से अंत तक विपक्षी दलों को कोसते रहे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को लोकसभा में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण का जवाब दिया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस दौरान उन्होंने विपक्ष की एकता और राहुल की भारत जोड़ो यात्रा पर भी तंज कसा। मोदी ने कहा- UPA के 10 साल में सबसे ज्यादा घोटाले हुए। 2004 से 2014 तक UPA ने हर मौके को मुसीबत में बदल दिया। पिछली शताब्दी में मैं भी जम्मू-कश्मीर में यात्रा लेकर गया था और लाल चौक में तिरंगा फहराने का संकल्प लेकर गया था। मोदी के भाषण के बाद राहुल ने संसद के बाहर कहा कि उनके बयान से समझ आ गया है कि वे अडाणी को बचा रहे हैं। प्रधानमंत्री जी ने एक जवाब नहीं दिया। मैने यही पूछा है कि अडाणीजी आपके साथ कितनी बार गए हैं। कितनी बार मिले हैं। दरअसल, राहुल ने एक दिन पहले ही अडाणी और प्रधानमंत्री मोदी के रिश्ते को लेकर संसद में सवाल पूछे थे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
राहुल गांधी ने कहा कि वह पीएम के जवाब से संतुष्ट नहीं हैं। उन्होंने पीएम पर गौतम अदाणी को बचाने का आरोप लगाया। राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी अदाणी को बचा रहे हैं। उन्होंने जांच का आदेश नहीं दिया। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी ने विपक्ष द्वारा उठाए गए सवालों का जवाब नहीं दिया। राहुल गांधी ने कहा कि मैं संतुष्ट नहीं हूं, लेकिन इसने सच्चाई सामने ला दी है। जांच कराने पर कोई बात नहीं हुई। अगर वे (नरेंद्र मोदी और गौतम अदाणी) दोस्त नहीं हैं तो उन्हें जांच पर सहमति जतानी चाहिए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
राहुल ने कहा कि रक्षा क्षेत्र की शेल कंपनियों की कोई जांच नहीं हुई। बेनामी पैसा एक हाथ से दूसरे हाथ में गया, लेकिन प्रधानमंत्री ने उस पर कुछ नहीं कहा। यह साफ हो गया है कि प्रधानमंत्री उनकी रक्षा कर रहे हैं। मैं इसे समझता हूं। इसके कारण हैं। यह राष्ट्रीय सुरक्षा और देश के बुनियादी ढांचे से जुड़ा मुद्दा है। प्रधानमंत्री को कहना चाहिए था कि आरोपों की जांच होगी। यह बहुत बड़ा घोटाला है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
यह पूछे जाने पर कि क्या उन्हें अपने सवालों के जवाब मिले राहुल गांधी ने कहा कि मुझे पीएम से कोई जवाब नहीं मिला। प्रधानमंत्री सदमे में थे। मैंने कोई जटिल सवाल नहीं पूछा। मैंने केवल यह पूछा कि वह (अदाणी) कितनी बार आपके साथ गए हैं। वह आपसे कितनी बार मिले। मैंने साधारण सवाल किए, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला।” कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने संसद में प्रधानमंत्री के जवाब को ध्यान भटकाने वाला बताया। उन्होंने कहा कि पीएम ने अपने पसंदीदा ‘व्यवसायियों’ के साथ अपने ‘संबंधों’ पर एक शब्द भी नहीं कहे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
शशि थरूर से बोले-थैंक्यू शशि जी
अपने संबोधन में पीएम मोदी ने सदन में 2004 से 2014 के दशक को ‘लॉस्ट डिकेड’ यानी खोया हुआ दशक बताकर कांग्रेस (Congress) पर कई तंज कसे। पीएम के भाषण के बीच में ही कई विपक्षी सांसदों ने सदन से वॉकआउट किया, लेकिन कांग्रेस सांसद शशि थरूर सबसे पहले लौट आए। तभी पीएम मोदी की नजर शशि थरूर पर पड़ी। प्रधानमंत्री ने मुस्कुराते हुए कहा- ‘थैंक्यू शशि जी। इस दौरान बीजेपी के कुछ सदस्यों ने हंसते हुए कहा- कांग्रेस में बंटवारा हो गया, कांग्रेस में बंटवारा हो गया। इसके बाद पीएम मोदी भी हंस पड़े। हालांकि, कुछ देर में ही कांग्रेस के बाकी सांसद भी सदन में लौट आए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
नहीं किया किसी का नाम, ना ही दिया राहुल के सवाल का जवाब
सांसदों के वॉकआउट पर स्पीकर ओम बिरला ने उन्हें टोकते हुए कहा कि ये संसदीय परंपराओं के अनुरूप नहीं है। आप बिना तथ्यों के बोलते हैं और सुनते नहीं हैं। फिर थोड़ा ठहरने के बाद प्रधानमंत्री ने फिर से भाषण देना शुरू किया। प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में किसी का नाम नहीं लिया, लेकिन विपक्ष पर जमकर हमला बोला। हालांकि, पीएम मोदी ने लोकसभा में 85 मिनट के भाषण में राहुल गांधी के पूछे गए किसी सवाल का जवाब नहीं दिया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
2014 से पहले का दशक घोटालों का दशक था
पीएम मोदी ने कहा कि UPA के 10 साल में सबसे ज्यादा घोटाले हुए। इनकी निराशा का कारण यही है कि देश का सामर्थ्य खुलकर सामने आ रहा है। 2004 से 2014 तक UPA ने हर मौके को मुसीबत में बदल दिया। जब टेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन का युग बढ़ रहा था, उसी समय ये 2G में फंसे रहे। सिविल न्यूक्लियर डील की चर्चा के दौरान ये कैश फॉर वोट में फंसे रहे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
चुनाव नहीं, ED ने पूरे विपक्ष को एकजुट किया
प्रधानमंत्री ने यूपीए के 10 साल के शासनकाल की आलोचना में कोई कसर नहीं छोड़ी। उन्होंने कहा कि 2014 से पहले तक कैसे कांग्रेस की यूपीए सरकार मौकों को मुसीबत में पलट देती थी, लेकिन आज हालात वैसे नहीं हैं। प्रधानमंत्री यहीं नहीं रुके। पीएम मोदी ने कहा कि बहुत सारे विपक्षी मिले-सुर मेरा-तुम्हारा कर रहे थे। मुझे लगता था कि देश की जनता, देश के चुनाव के नतीजे ऐसे लोगों को जरूर एक मंच पर लाएंगे। वो तो हुआ नहीं, लेकिन इन लोगों को ED का धन्यवाद करना चाहिए उसके कारण ये एक मंच पर आ गए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कांग्रेस की बर्बादी पर भी कसे तंज
पीएम मोदी ने अपने भाषण में कांग्रेस की मौजूदा स्थिति पर भी तंज कसे. उन्होंने कहा, ‘बीते वर्षों में हार्वर्ड में स्टडी हुई है। उसका टॉपिक था- द राइज एंड डिक्लाइन ऑफ इंडियाज कांग्रेस पार्टी। मुझे भरोसा है कि भविष्य में कांग्रेस की बर्बादी पर हार्वर्ड ही नहीं, बड़ी-बड़ी यूनिवर्सिटी में अध्ययन होना ही है। सिर्फ यही नहीं, कांग्रेस को बर्बाद करने वालों पर भी स्टडी होगी। इस प्रकार के लोगों के लिए दुष्यंत कुमार ने बढ़िया बात कही है- तुम्हारे पांव के नीचे कोई जमीन नहीं, कमाल ये है कि फिर भी तुम्हें यकीन नहीं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
नाकामी पर विपक्ष सिस्टम को गाली देता है
पीएम मोदी ने कहा कि लोकतंत्र में आलोचना का बहुत महत्व है। भारत लोकतंत्र की जननी है। आलोचना लोकतंत्र की मजबूती के लिए है, लेकिन लोगों ने आलोचना के मौके गंवा दिए। हर जगह आरोप, गालीगलौज। चुनाव हार जाओ तो EVM खराब कहकर चुनाव आयोग को गाली, फैसला पक्ष नहीं आया तो सुप्रीम कोर्ट को गाली दे दो। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
देश के 140 करोड़ लोग मेरा सुरक्षा कवच
पीएम मोदी ने कहा कि मोदी पर भरोसा अखबार की सुर्खियों से नहीं पैदा हुआ है, टीवी पर चमकते चेहरों से नहीं हुआ है। हमने देश के लोगों के लिए, देश के भविष्य के लिए जीवन खपा दिया है। आपकी गालियों-आरोपों को कोटि-कोटि भारतीयों से होकर गुजरना पड़ेगा। 140 करोड़ लोग मेरा सुरक्षा कवच हैं। झूठ के हथियार से आप इस सुरक्षा कवच को आप नहीं भेद सकते. ये विश्वास का सुरक्षा कवच है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
जम्मू-कश्मीर और नॉर्थ ईस्ट का भी किया जिक्र
पीएम मोदी ने राहुल गांधी का नाम लिए बिना कहा कि जो अभी-अभी जम्मू-कश्मीर से घूमकर आए हैं। उन्होंने देखा होगा कि कितने आन-बान-शान के साथ वहां जा सकते हैं। पिछली शताब्दी में मैं भी जम्मू-कश्मीर में यात्रा लेकर गया था और लाल चौक में तिरंगा फहराने का संकल्प लेकर गया था। लाल चौक में तिरंगा फहराकर मैंने कहा था- आमतौर पर 15 अगस्त और 26 जनवरी को तिरंगा लहराता है तो भारत का आयुध और बारूद सलामी देता है। आज जब लाल चौक पर तिरंगा फहराया है, तो दुश्मन देश का बारूद सलामी दे रहा है। वहीं, नॉर्थ ईस्ट को लेकर पीएम ने कहा कि विपक्ष से कहना चाहता हूं कि एक बार नॉर्थ ईस्ट देख आइए। वहां कैसे हालात थे और अब कैसे हालात हो गए हैं। पीएम ने विपक्ष को नसीहत देते हुए कहा, ‘समय सिद्ध कर रहा है कि जो यहां (सत्ता में) बैठते थे, वो वहां (विपक्ष में) जाने के बाद भी फेल हो गए। देश पास होता जा रहा है डिस्टिंक्शन पर। समय की मांग है कि आज निराशा में डूबे लोग स्वस्थ मन रखकर आत्म चिंतन करें।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।