महिला पहलवानों के समर्थन में जनवादी संगठनों ने किया प्रदर्शन, केंद्र सरकार का पुतला जलाया
कुश्ती संघ के अध्यक्ष एवं सासद पर यौन शोषण का आरोप लगाते हुए दिल्ली के जंतर मंतर में पिछले 25 दिनों से धरने पर बैठी महिला पहलवानों के समर्थन में आज देहरादून में जनवादी संगठनों ने प्रदर्शन किया। इस दौरान केंद्र सरकार का पुतला जलाया गया। प्रदर्शन करने वालों में सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन्स (सीटू), स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई), जनवादी महिला समिति (एडवा), अखिल भारतीय किसान सभा (एआईकेएस) से जुड़े लोग शामिल थे। देशव्यापी आह्वान के तहत आज राजपुर रोड स्थित सीटू कार्यालय से राजपुर रोड तक जुलूस निकाला गया। साथ ही सड़क किनारे प्रदर्शन कर विरोध स्वरूप केंद्र सरकार का पुतला दहन किया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस अवसर पर सीटू के राज्य अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह नेगी ने कहा कि कुश्ती संघ में के अध्यक्ष रहते बृजभूषण शरण सिंह ने देश की आन बान शान रहे महिला पहलवानो के यौनशोषण के कारण देश के खेल संघो पर प्रश्नचिह्न लग गया है। साथ ही देश की शाखा पर धब्बा लगाया गया है। सरकार के संरक्षण के चलते दिल्ली पुलिस एफआईआर तक नही कर रही थी। इसके लिए महिला पहलवानो को सर्वोच्च न्यायालय की शरण मे जाना पड़ा। तब जाकर रिपोर्ट दर्ज की गई। इस सरकार को शर्म आनी चाहिए, जो यौनशोषण के आरोपियो को बचाने में लगी हुई है। उन्होंने कहा कि वे इस सरकार का जमकर विरोध करेंगे और महिला पहलवानो के संघर्ष को समर्थन करते रहेंगे। जबतक इस मामले में उन्हें इंसाफ नही मिल जाता, आंदोलन जारी रखा जाएगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
सीटू के प्रांतीय सचिव लेखराज ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार यौन शोषण करने वालों को संरक्षण दे रही है। इस कारण दिल्ली पुलिस महिला पहलवानो के यौन शोषण के आरोपी भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह को अभी तक गिरफ्तार नही किया गया है। उस पर नाबालिक के यौन शोषण का भी आरोप लगा है। पोक्सो एक्ट के तहत तत्काल गिरफ्तारी हो जानी चाहिए थी। खुद प्रधानमंत्री मोदी का संरक्षण प्राप्त होने पर गिरफ्तारी नही की जा रही है। इससे दिल्ली पुलिस गिरफ्तारी से बच रही है। उल्टा महिला पहलवानों को ही तरह तरह से आतंकित कर रही है। इसे बिल्कुल बर्दाश्त नही किया जाएगा। इस आंदोलन को ओर अधिक तेज किया जाएगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस अवसर पर एसएफआई के प्रांतीय अध्यक्ष नितिन मलेठा, महिला समिति की प्रांतीय महामन्त्री दमयंती नेगी, रविन्द्र नौडियाल, भगवंत पयाल, राम सिंह भंडारी, डीएवी छात्र संघ उपाध्यक्ष सोनाली नेगी, हर्ष, अंकित, प्रज्ज्वल, मोहित, अनिता, अंजली, सुषमा, कुसुम नौडियाल, अमन कण्डारी, फेज अहमद, सुखपाल राणा, सोनू कुमार, संजू कुमार, रामप्रसाद गुप्ता, दिनेश तोमर, संगीता रावत, दिनेश नोटियाल आदि बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पहलवानों ने लगाए हैं ये आरोप
पहलवानों का आरोप था कि रेसलर फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने अपशब्दों का प्रयोग किया था और खिलाड़ियों को गाली भी दी थी। साथ की यौन शोषण के भी आरोप लगाए। पहलवानों ने कहा था कि हम यहां खेलने आए हैं। वो विशेष रूप से खिलाड़ी और राज्य को टारगेट कर रहे हैं। अध्यक्ष के खिलाफ सात महिला पहलवानों ने पुलिस को लिखित तहरीर भी दी है। इसमें एक नाबालिग पहलान भी शामिल है। इन महिला पहलवानों ने संघ अध्यक्ष पर यौन उत्पीड़न का भी आरोप लगाया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में देश के शीर्ष पहलवानों की भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह द्वारा कथित यौन दुराचार के खिलाफ एक याचिका पर सुनवाई हुई थी। इसके बाद दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे पहलवानों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि हम सुप्रीम कोर्ट के आदेश का सम्मान करते हैं, लेकिन धरना जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि हमें दिल्ली पुलिस पर भरोसा नहीं, वह कमजोर प्राथमिकी दर्ज कर सकती है। अब इस मामले में केस भी दर्ज कर लिया गया है।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।