टिहरी झील को तैरकर पार करने वाले साहसिक पिता और दो बेटों को पहाड़ी पार्टी व लोकतांत्रिक मोर्चा ने किया सम्मानित
टिहरी झील में करीब सवा 12 किलोमीटर दूरी को तैरकर पार करके नया कीर्तिमान स्थापित करने वाले पिता त्रिलोक रावत व बेटे ऋषभ रावत व पारस वीर रावत को आज देहरादून में ईसी रोड स्थित होटल में पहाड़ी पार्टी व लोकतांत्रिक मोर्चा की ओर से एक समारोह में सम्मानित किया गया। इस मौके पर लोकतांत्रिक मोर्चा के अध्यक्ष सुरेन्द्र सिंह पांगती ने कहा टिहरी झील को साहसिक खेलो का केंद्र बनाने के लिए बाप बेटों की ये जोड़ी मील का पत्थर साबित होंगे।इस मौके पर अपने विचार रखते हुए पहाड़ी पार्टी के अध्यक्ष त्रिलोक नेगी ने कहा कि टिहरी मेरी जन्म स्थली व कर्मस्थली रही है। इसलिए इन हीरों को तराशना मेरा प्रथम कर्तव्य है और धर्म भी। इस मौके पर त्रिलोक रावत ने कहा कि भविष्य में वह इससे ज्यादा दूरी तय कर कीर्तिमान बनाने का प्रयास करेंगे। गर सरकार का सहयोग मिला तो वह अपने बच्चों को तैराकी के क्षेत्र में भेजने का भी विचार कर सकते हैं। इस अवसर पर सम्मान समारोह का संचालन मोर्चा के संयोजक पीसी थपलियाल ने किया। समारोह में अनिल बलूनी, सुमित बहुगुणा भी मौजूद थे।
गौरतलब है कि गुरुवार 30 सितंबर को टिहरी के प्रतापनगर के मोटणा गांव निवासी निवासी त्रिलोक सिंह रावत (49 वर्ष) ने अपने दो बेटों ऋषभ (18 वर्ष) और पारसवीर (15 वर्ष) के साथ टिहरी स्थित कोटी कालोनी से गुरुवार सुबह आइटीबीपी की टीम की निगरानी में भल्डियाणा तक सवा 12 किलोमीटर दूरी टिहरी झील में तैरकर तय की। दोनों पुत्रों ने जहां यह दूरी साढ़े तीन घंटे, वहीं पिता ने सवा चार घंटे में इसे तय किया। टिहरी झील 42 वर्ग किमी में फैली है और लगभग 260 मीटर गहरी है। यहां पर तैरना काफी कठिन है, लेकिन वह कई साल से अपने गांव के पास झील के बैकवाटर में ही प्रैक्टिस करते थे।






