“रूम टू रीड” का आयोजन, हर कदम बेटी के संग, स्कूल से सशक्त बने हम, हस्ताक्षर कार्यक्रम से हुई शुरुआत

इस अवसर पर रूम टू रीड की राज्य प्रभारी पुष्पलता रावत ने कहा कि-हर कदम बेटी के संग, स्कूल से सशक्त बने हम, की अवधारणा के साथ उत्तराखंड के सभी तेरह जिलों में इस तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इसके तहत सेमिनार, नुक्कड़ नाटक, पोस्टर प्रदर्शनी, कविता और कहानी प्रतियोगिताओं, शिक्षक -संवाद, सामुदायिक विमर्श जैसी गतिविधियों के जरिये 7 नवंबर से यह अभियान चलाया जा रहा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कार्यक्रम से जुड़ी निशा जोशी ने कहा कि विद्यालयों, विशेष रूप से पर्वतीय और मैदानी देहाती इलाकों में छात्राओं को स्कूलों में सुरक्षित और अनुकूल परिवेश देना आज की पहली आवश्यकता बन गई है। प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों में सुरक्षा का वातावरण निर्मित किया जाए और बालिकाओं को इतना उन्मुक्त परिवेश मिले कि वह अपनी बात खुलकर रख सकें। छात्राओं की बातों को परंपरागत पैमानों से आंकने की प्रवृत्ति से उनकी संप्रेषण, क्षमता और मनोबल दुष्प्रभावित होते हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि विद्यालयों में अवस्थापना विकास के अभाव से भी छात्राओं का शैक्षिक परिवेश प्रभावित होता है। यहां तक कि विद्यालयों में शौचालय जैसी मूलभूत आवश्यकता की कमी बालिकाओं को स्कूल जाने से रोक सकती है। इस अवसर पर विभिन्न विद्यालयों की चुनिंदा छात्राओं के वक्तव्यों की वीडियो प्रस्तुति भी की गई। इसमें उन्होंने अपने भविष्य के सपनों का खुलकर खुलासा किया। कार्यक्रम का संचालन पूनम जुयाल ने किया। आयोजन से जुड़ी शिल्पी सती ने धन्यवाद ज्ञापन दिया।

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भानु बंगवाल
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।