आंदोलनरत उपनल कर्मियों को धमकाने का दौर शुरू, पांच से दिन की अनुपस्थिति पर सेवा समाप्त करने का फरमान

नियमितिकरण की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे उपनल कर्मियों को धमकाने का दौर भी शुरू हो गया है। पांच दिन से ड्यूटी से अनुपस्थित कर्मचारियों की सेवा समाप्त करने का फरमान जारी कर दिया गया। उपनल कर्मी दून अस्पताल में बेमियादी धरना दे रहे हैं।
कोरोनाकाल में पीआरडी और उपनल के माध्यम से नर्सिंग, लैब तकनीशियन, वार्ड ब्वाय, चालक समेत अन्य कई पदों पर 250 से अधिक कर्मचारी रखे गए थे। अब 28 फरवरी एवं 31 मार्च को उनकी सेवा समाप्त हो रही है। कर्मचारियों का कहना है कि उन्होंने कोरोना में जान जोखिम में डालकर घर-परिवार छोड़कर कार्य किया, लेकिन अब उन्हें निकाला जा रहा है। दून मेडिकल कालेज अस्पताल में उपनल और पीआरडी के माध्यम से रखे गए नर्सिंग, पैरामेडिकल और अन्य स्टाफ ने सोमवार से बेमियादी कार्य बहिष्कार शुरू किया हुआ है।
अब हड़ताली कर्मियों पर शिकंजा कसने की तैयारी की जा रही है। उत्तराखंड पूर्व सैनिक कल्याण निगम लिमिटेड उपनल प्रबंधन ने विभिन्न विभागों में उपनल के माध्यम से प्रायोजित संविदा कर्मचारियों के अकारण पांच दिन से अधिक अवकाश पर रहने वालों की सेवा समाप्त करने का फरमान जारी कर दिया है।
उपनल के उप महाप्रबंधक कर्नल (अ.प्रा) मनोज रावत ने सभी विभागों का पत्र लिखकर कहा है कि संज्ञान में आया है कि कुछ विभागों में उपनल की ओर से प्रायोजित संविदा कर्मी बिना कारण कार्यालय से अनुपस्थित हो रहे हैं।
पत्र में कहा गया है कि यदि कोई भी उपनल कर्मी अकारण विभाग से अनुपस्थित रहता है तो उपस्थिति पंजिका में उन्हें अनुपस्थित दर्शाया जाए। जो भी उपनल कर्मी पांच दिन या उससे अधिक अकारण अनुपस्थित रहते हैं, उस स्थित में उनकी सेवा को समाप्त की जाए। साथ ही उनके स्थान पर उपनल को मांग भेजी जाए।