Loksaakshya Social

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

August 27, 2025

विपक्ष के साझा प्रत्याशी यशवंत सिन्हा ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए दाखिल किया नामांकन पर्चा

राष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष के साझा प्रत्याशी यशवंत सिन्हा ने आज सोमवार 27 जून को अपना नामांकन दाखिल कर दिया। इस दौरान कांग्रेस के नेता राहुल गांधी भी मौजूद थे।

राष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष के साझा प्रत्याशी यशवंत सिन्हा ने आज सोमवार 27 जून को अपना नामांकन दाखिल कर दिया। इस दौरान कांग्रेस के नेता राहुल गांधी भी मौजूद थे। वहीं कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हम लोगों को 17 से ज्यादा पार्टियों का समर्थन है। साथ ही कहा कि जिन लोगों को हमने संपर्क नहीं किया उन लोगों ने खुद हमारे राष्ट्रपति उम्मीदवार यशवंत सिन्हा जी को फोन किया और उनसे बात की। अब शायद सभी पार्टियों के मिल जाने के बाद एक नजदीकी लड़ाई होगी। इससे पहले 24 जून को एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने नामांकन पर्चा दाखिल किया था। इसके साथ ही वह प्रचार में भी जुट गईं हैं।
बता दें कि मतदान 18 जुलाई को निर्धारित है। मतगणना के लिए 21 जुलाई की तारीख तय है। उम्‍मीदवार 29 जून तक नामांकन भर सकेंगे। नामांकन पत्रों की जांच 30 जून को होगी। नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख दो जुलाई है. राष्‍ट्रपति राम नाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्‍त हो रहा है।
इससे पहले रविवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख शरद पवार ने कहा था कि राष्ट्रपति चुनाव में विपक्षी दलों को अपने साझा उम्मीदवार यशवंत सिन्हा की जीत सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास करने होंगे। यदि कोई राष्ट्रपति चुनाव के अंकगणित पर नजर डालें तो स्थिति उतनी खराब नहीं है, जितनी बताई जा रही है। विपक्षी दलों को अच्छी लड़ाई लड़ने के लिए ठोस प्रयास करने होंगे। राकांपा प्रमुख की टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब वाईएसआर कांग्रेस पार्टी और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) जैसे कुछ विपक्षी दलों ने पहले ही 18 जुलाई के चुनाव में भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने की घोषणा कर दी है।
वहीं झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) का झुकाव संथाल समुदाय से ओडिशा की एक आदिवासी नेता मुर्मू की ओर हो रहा है। झामुमो उस विपक्षी समूह का हिस्सा है, जिसने सिन्हा को राष्ट्रपति पद के लिए अपने साझा उम्मीदवार के रूप में चुना था।
राष्ट्रपति चुनाव में यूपीए के पास संख्या बल बहुत कम है। हालांकि विपक्षी नेताओं का दावा है कि उनके उम्मीदवार को कमतर आंकने की गलती न की जाए। जानकारी के लिए बता दें कि फिलहाल एनडीए (NDA) का पलड़ा भारी दिख रहा है, क्योंकि एनडीए के पास कुल मिलाकर 5.26 लाख वोट हैं। जो कुल वोटों का लगभग 49 फीसदी है। एनडीए को जीत के लिए एक प्रतिशत को मार्क बढ़ाना है तो ये किसी बाहरी पार्टी के सपोर्ट से संभव हो सकता है। वैसे बीजेडी (BJD) और बीएसपी (BSP) ने एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने की घोषणा कर दी है। ऐसे में एनडीए उम्मीदवार का जीतना लगभग तय हो गया है।

Bhanu Bangwal

लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *