ओमिक्रॉन से लड़ने के लिए कोविड-19 वैक्सीन की बूस्टर डोज ही कारगार, स्टडी में हुआ खुलासा
साउथ अफ्रीका में पाए गए कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन को लेकर देश और दुनिया भर में चिंता बनी हुई है। हालांकि ये वायरस डेल्टा वायरस की तरह खतरनाक तो नहीं है, लेकिन ये उनकी तुलना में तेजी से फैलता है।
यूकेएचएसए ने कहा कि यह अनुमान लगाया गया है कि यदि मौजूदा रूझान में बदलाव नहीं होता है तो इस महीने के अंत तक ब्रिटेन में संक्रमितों की संख्या 10 लाख को पार कर जाएगी। प्रारंभिक आंकड़ों ने दिखाया कि नए वेरिएंट के खिलाफ प्रभावशीलता बूस्टर डोज के बाद शुरुआती अवधि में काफी बढ़ जाती है, जो रोगसूचक संक्रमण के खिलाफ लगभग 70-75 प्रतिशत सुरक्षा प्रदान करती है। निष्कर्षों की प्रारंभिक प्रकृति के कारण आंकड़े में बदलाव भी हो सकता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने फिर से कहा है कि वैक्सीनेशन अभी भी गंभीर कोविड के खिलाफ बेहतर सुरक्षा प्रदान करने की क्षमता रखता है, जिसके लिए अस्पताल में इलाज की आवश्यकता होती है।
यूकेएचएसए में टीकाकरण के प्रमुख डॉ मैरी रामसे ने कहा कि इन शुरुआती अनुमानों को सावधानी के साथ माना जाना चाहिए, लेकिन वे संकेत देते हैं कि दूसरी लहर के कुछ महीने बाद, डेल्टा की तुलना में ओमिक्रॉन वेरिएंट का अधिक जोखिम होता है। हम उम्मीद करते हैं कि टीके COVID-19 की गंभीर जटिलताओं के खिलाफ उच्च सुरक्षा दिखाते हैं, इसलिए यदि आपने अभी तक अपनी पहली दो खुराक नहीं ली हैं, तो कृपया तुरंत अपॉइंटमेंट बुक करें। उन्होंने संभव हो तो घर से ही काम करना, भीड़-भाड़ वाले या संलग्न स्थानों में लगातार मास्क पहनना, अपने हाथों को नियमित रूप से धोना, आइसोलेशन में रहना और टेस्ट कराने जैसी बातों पर जोर दिया।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।