Video: बेटे के सवाल पर गृह राज्य मंत्री ने खोया आपा, पत्रकारों को मारने दौड़े, बोला चोर, राहुल ने कहा- बर्खास्त करो
बता दें कि 3 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में हिंसा में 8 लोगों की मौत हो गई थी। आरोप है कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्रा उर्फ मोनू ने अपनी जीप किसानों पर चढ़ा दी थी। इसके बाद गुस्साई भीड़ ने आशीष के ड्राइवर समेत चार लोगों की हत्या कर दी थी। इस मामले में 14 लोगों को आरोपी बनाया गया है।
जब कोई अहंकार की अट्टालिका बैठ जाता है,गुरूर का गुबार माथे से टकराता है।तो नेता, सांसद,मंत्री से होते हुए व्यक्ति अजय मिश्रा टेनी बन जाता है।
लखीमपुर SIT जांच पर @ABPNews के रिपोर्टर ने सवाल किया। कहते हैं
दिमाग खराब क्या बे…
बंद करो बे…ये भारत सरकार के मंत्री की भाषा है pic.twitter.com/MAhacN2MIV
— Abhinav Pandey (@Abhinav_Pan) December 15, 2021
राहुल गांधी ने कहा-मंत्रिमंडल से करो बर्खास्त
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी केस में जेल में बंद केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे केंद्रीय मंत्री आशीष मिश्रा द्वारा कथित तौर पर किसानों की हत्या को एक “सुनियोजित साजिश” बताए जाने वाली SIT की रिपोर्ट सामने आने के बाद आज संसद में सरकार को विपक्षी दलों ने कड़े तेवर दिखाए। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज सुबह SIT रिपोर्ट पर चर्चा के लिए लोकसभा में कार्य स्थगन नोटिस दिया।
लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में आज राहुल गांधी द्वारा लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव नोटिस देने के बाद जमकर हंगामा हुआ, जिसके चलते सदन की कार्यवाही को दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित करना पड़ा। राहुल गांधी ने यह स्थगन प्रस्ताव केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय टेनी की बर्खास्तगी की मांग करते हुए दिया था। वहीं सांसदों के निलंबन के मुद्दे पर राज्यसभा में भी विपक्ष ने जोरदार हंगामा किया।
कांग्रेस नेता ने अपने नोटिस में कहा है कि स्पेशल इन्वेस्टिगेटिव टीम (SIT) की रिपोर्ट आने के बाद केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी को मोदी मंत्रिमंडल से बर्खास्त किया जाना चाहिए। कांग्रेस सांसद ने लिखा कि यूपी पुलिस की एसआईटी रिपोर्ट में इस बात पर प्रकाश डाला गया है कि लखीमपुर में किसानों का नरसंहार एक पूर्व नियोजित साजिश थी। न कि कोई लापरवाही। उन्होंने कहा, “सरकार को गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा को तुरंत बर्खास्त करना चाहिए और पीड़ितों के परिवारों को न्याय दिलाना सुनिश्चित करना चाहिए।
एसआईटी ने अपनी एक रिपोर्ट में लखीमपुर खीरी के ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट से कहा है कि किसानों को 3 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी में कथित तौर पर आशीष मिश्रा द्वारा संचालित एक एसयूवी गाड़ी द्वारा “हत्या करने के इरादे से” कुचल दिया गया था और यह “लापरवाही से हुई मौत नहीं” थी। मामले की जांच कर रही टीम ने कहा है कि आशीष मिश्रा और अन्य के खिलाफ रैश ड्राइविंग के आरोपों को संशोधित किया जाना चाहिए। हत्या के प्रयास के आरोप और स्वेच्छा से चोट पहुंचाने के आरोप शामिल किए जाने चाहिए। आशीष मिश्रा और अन्य पहले से ही हत्या और साजिश के आरोपों का सामना कर रहे हैं।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।