एक तरफ भारत जोड़ो यात्रा, दूसरी तरफ जम्मू कश्मीर में कांग्रेस प्रवक्ता दीपिका पुष्कर नाथ ने दिया इस्तीफा
दीपिका पुष्कर नाथ ने कहा कि वह वैचारिक कारणों पर पार्टी छोड़ रही हैं, क्योंकि लाल सिंह आठ साल की बच्ची के बलात्कारियों का “बेशर्मी से बचाव” करके 2018 के कठुआ दुष्कर्म मामले में अभियोजन का पक्ष कमजोर करने के लिए जिम्मेदार थे। दो बार के सांसद और तीन बार के विधायक सिंह 2014 में कांग्रेस छोड़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए थे। वह जम्मू-कश्मीर में पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) और भाजपा की पूर्ववर्ती गठबंधन सरकार में मंत्री भी थे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
जनवरी 2018 में कठुआ दुष्कर्म मामले के आरोपियों के समर्थन में निकाली गई एक रैली में हिस्सा लेने पर हुए हंगामे के बाद सिंह ने भाजपा से इस्तीफा दे दिया था और डोगरा स्वाभिमान संगठन पार्टी (डीएसएसपी) बनाई थी। उन्होंने यह कहते हुए रैली में भाग लेने के अपने कदम का बचाव किया था कि वह स्थिति को शांत और नियंत्रित करने के लिए वहां गए थे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पंजाब में कांग्रेस नेता एवं पूर्व मंत्री ने दिया इस्तीफा
कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान पंजाब कांग्रेस को भी झटका लगा है। पंजाब के पूर्व वित्तमंत्री मनप्रीत बादल ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है। कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद बादल दिल्ली स्थित भाजपा मुख्यालय पहुंच गए। पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को भेजे अपने इस्तीफे में बादल ने कहा कि कांग्रेस से उनका मोहभंग हो गया है। बादल ने अपना इस्तीफा ट्विटर पर भी साझा किया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मनप्रीत बादल ने इस्तीफे में कहा कि पार्टी और सरकार में मुझे जो भी जिम्मेदारी दी गई, उसे निभाने में मैंने अपना सब कुछ झोंक दिया। मुझे यह मौका देने और सम्मान देने के लिए आपका शुक्रिया अदा करता हूं। उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य ये पार्टी के भीतर जारी मौजूदा संस्कृति और उपेक्षापूर्ण रवैये के कारण मैं अब भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का हिस्सा नहीं बना रहना चाहता। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बादल ने कहा कि सात साल पहले, मैंने पीपल्स पार्टी ऑफ पंजाब का आपकी पार्टी के साथ विलय किया था। मैंने बड़ी उम्मीदों व आकांक्षाओं के साथ यह कदम उठाया था कि इससे मुझे अपनी क्षमता के हिसाब से पंजाब के लोगों और उनके हितों की सेवा करने के पूर्ण अवसर मिलेंगे। यह उत्साह धीरे-धीरे कम होता गया, जिससे निराशा बढ़ी और मोहभंग हो गया।
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भानु बंगवाल
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।