चतुर्थ हिमालयन एजुकेशन एक्सीलेंस अवॉर्ड-21 के लिए नामांकन शुरू, हिमालयन वाइस चांसलर्स कान्क्लेव भी होगा आयोजित
देहरादून इंटरनेशनल साइंस एंड टेक्नॉलोजी फेस्टिवल के अंतर्गत चतुर्थ हिमालयन एजुकेशन एक्सीलेंस अवार्ड-2021 की नामांकन प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है। 15 नवंबर तक नामांकन करने की अंतिम तिथि है।

प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष के लिए भी हिमालयन एजुकेटर्स समिट एवं हिमालयन एजुकेशन एक्सीलेंस अवार्ड-2021 की घोषणा हो गई हैं। पिछले वर्ष की भांति इस वर्ष भी अवार्ड के लिए 11 हिमालयी राज्यों के सभी प्रकार के शिक्षण संस्थान विभिन्न श्रेणियों में नामांकन कर सकेंगें। नामांकन की श्रेणियां एवं मापदंडों की निर्धारण उत्तराखंड के पूर्व मुख्य सचिव आईएएस (रि) सुभाष कुमार की अध्यक्षता में गठित उच्चस्तरीय स्क्रीनिंग एवं अवार्ड कमेटी ने किया है। इसमें हिमालयी राज्यों के कई कुलपति, सीबीएसई, केंद्रीय विद्यालय संगठन, तकनीकी एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के अधिकारी एंव अन्य शिक्षाविद् शामिल हैं।
अवार्ड एवं स्क्रीनिंग कमेटी के सदस्य सचिव एवं प्रिंसिपल्स प्रोग्रेसिव स्कूल्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डा. प्रेम कश्यप ने बताया कि एजुकेशन एक्सीलेंस अवार्ड के लिए केवल शिक्षण संस्थान की अर्ह होंगे। उन्होंने बताया कि नामांकन bit.ly/distf-award-nomination-2021 लिंक के माध्यम से ऑनलाइन किया जा सकेगा। स्क्रीनिंग एवं अवार्ड कमेटी ने नामांकन के लिए 15 नवंबर अंतिम तिथि तय की है। 30 नवंबर को देहरादून स्थित आंचलिक विज्ञान केंद्र ‘विज्ञान धाम’ में यह पुरूस्कार प्रदान किया जायेगा। डा. प्रेम कश्यप ने बताया कि नामांकन के लिए किसी प्रकार की नामांकन शुल्क नहीं देना है। 11 हिमालयी राज्यों के स्कूली शिक्षा संस्थान, उच्च शिक्षा संस्थान, तकनीकी शिक्षा संस्थान, चिकित्सा शिक्षा संस्थान, विश्वविद्यालय संस्थान, अनुसंधान संस्थान इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिए नामांकन कर सकेंगे।
पुरस्कारों का अंतिम चयन उच्च स्तरीय स्क्रीनिंग एवं अवार्ड कमेटी करेगी। स्क्रीनिंग कमेटी की मीटिंग का आयोजन वर्चुअल किया गया। मीटिंग में देहरादून साइंस एंड टेक्नॉलोजी फेस्टिवल के दौरान हिमालयन वाइस चांसलर्स कॉन्क्लेव के आयोजन के विषय में भी रूपरेखा तैयार की गई। मीटिंग में तय किया किया गया कि हिमालयन राज्यों के सभी केंद्रीय, राज्य एवं निजी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को इस कॉन्क्लेव में आमंत्रित किया जायेगा। कान्क्लेव में इंडियन माउंटेन इनीशिएटिव (आईएमआई) तथा इंटरनेशनल सेंटर फॉर इंटीग्रेटिड माउंटेन डेवलेपमेंट को भी जोड़ा जाएगा।
मीटिंग में स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष आईएएस (रि.) एवं उत्तराखंड के पूर्व मुख्य सचिव सुभाष कुमार, सदस्य में आईएएस (रि.) एवं डीआईटी विश्वविद्यालय उत्तराखंड के कुलाधिपति एन. रविशंकर, श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय एवं उत्तराखंड तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. पीपी ध्यानी, उत्तराखंड चिकित्सा शिक्षा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. हेमचंद्र पांडेय, उत्तराखंड औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अजीत कर्नाटक, भारतीय विश्वविद्यालय संघ के पूर्व अध्यक्ष प्रो. दुर्ग सिंह चौहान, उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सुनील जोशी, मणिपुर विश्वविद्यालय के प्रोफेसर एवं नॉर्थ-इस्टर्न हिल विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. एस. के. श्रीवास्तव, राजीव गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय अरूणाचल प्रदेश के कुलपति प्रो. साकेत कुशवाह, तेजपुर केंद्रीय विश्वविद्यालय आसाम के कुलपति वी.के. जैन, कुलपति, कश्मीर केंद्रीय विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. मैराजुद्दीन मीर, उत्तराखंड तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलसचिव एवं तकनीकी शिक्षा के अपर निदेशक ई. आर.पी. गुप्ता, केंदीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी जय प्रकाश चतुर्वेदी, केंद्रीय विद्यालय संगठन के उपायुक्त मीनाक्षी जैन, प्रिन्सिपल्स प्रोगेसिव स्कूल्स एसोसिएशन के अध्यक्ष एवं सदस्य सचिव डा. प्रेम कश्यप, देहरादून इंटरनेशनल साइंस एंड टेक्नॉलोजी फेस्टिवल के आयोजन के आयोजन सचिव कुंवर राज उपस्थित थे। मीटिंग का संचालन देहरादून इंटरनेशनल साइंस एंड टेक्नॉलोजी फेस्टिवल के संयोजक एवं एपीजेएके प्रौद्योगिकी संस्थान के निदेशक प्रो. अमित अग्रवाल ने किया।
लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
वाट्सएप नंबर-9412055165
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।