उत्तराखंड में लगाया गया नाइट कर्फ्यू, आज रात से अगले आदेश तक रहेगा जारी, दिन में रैली और रात को कर्फ्यू, समझ से परे
कोरोना को लेकर उत्तराखंड भी यूपी की चाल चला। दिन में रैली करो। राजनीतिक जनसभाएं करो और रात को कर्फ्यू लगा दो। 30 दिसंबर को हल्द्वानी में पीएम मोदी की रैली है। इसमें भी लोगों की भारी भीड़ जुटेगी। ऐसे में रात के कर्फ्यू का औचित्य समझ से परे है। सवाल उठता है कि क्या उत्तराखंड में रात के समय सड़कों पर भीड़ होती है। क्या कोरोना रात के समय ही हमला करता है। दिन में रैलियों से क्या कोरोना का डर नहीं है। इन सवालों का जवाब नीति निर्धारकों को भी पता होगा, लेकिन बस कोरोना के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है। जब तक दिन में सख्ती नहीं होती, तब तक ये तरीका अवैज्ञानिक है। फिलहाल उत्तराखंड में नाइट कर्फ्यू आज यानी 27 दिसंबर की रात से ही लागू कर दिया गया है। इसे लेकर डॉ. सुखबीर सिंह संधु की ओर से आदेश जारी कर दिए गए हैं। इसमें कहा गया है कि नाइट कर्फ्यू रात 11 बजे से सुबह पांच बजे तक जारी रहेगा।नाइट कर्फ्यू को लेकर एसओपी पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें-
इसमें ये भी गौर करने की बात है कि 31 दिसंबर को नए साल के स्वागत में कई होटलों में कार्यक्रम तय हो गए थे। वहीं, लोगों ने मसूरी या अन्य पर्यटक स्थलों में जश्न मनाने की प्लानिंग कर ली थी। अब नए साल के जश्न पर भी पानी फिर गया। साथ ही होटल व इससे जुड़े व्यवसाय के लोगों का धंधा तो चौपट हो ही जाएगा। वहीं, राजनीतिक रैलियों में इससे ज्यादा भीड़ जुट रही है। हजारों लोग एक दूसरे से सटकर नजर आ रहे हैं। ना नेताजी मास्क लगा रहे हैं और न ही जनता। ऐसे में नाइट कर्फ्यू के औचित्य पर सवाल उठता है।




