पिता का नहीं पसीजा दिल, दो दिन के नवजात को 65 हजार में बेचा, पत्नी को पता चला तो हुआ ऐसा
एक व्यक्ति ने अपने दो दिन के पुत्र को ही पत्नी को बताए बगैर अपने किसी दोस्त को बेच दिया। जब बच्चा गायब हुआ तो मां परेशान हो उठी।

एक व्यक्ति ने अपने दो दिन के पुत्र को ही पत्नी को बताए बगैर अपने किसी दोस्त को बेच दिया। जब बच्चा गायब हुआ तो मां परेशान हो उठी। वह शिकायत लेकर कोतवाली पहुंच गई। पुलिस के हस्तक्षेप पर बच्चे को मां की गोद में लौटा दिया गया है। यह मामला उत्तराखंड के नैनीताल जिले के हल्द्वानी में बनभूलपुरा का है।
गरीबी हो, मजबूरी हो या फिर कोई और हालात। फिर भी कलेजे को टुकड़े को बेचने की घटना हल्द्वानी क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी है। दो दिन का मासूम जिसे मां की छाती से चिपका रहना था, उसे पत्थर दिल पिता ने 65 हजार रुपये में बेच दिया। ऐसा करते हुए उसका दिल तक नहीं पसीजा। न ही उसने ये सोचा कि कितने कष्ट सहने के बाद उसे जन्म देने वाली मां के दिल में क्या बीतेगी।
हल्द्वानी के बनभूलपुरा में एक महिला ने बेटे को जन्म दिया। जन्म के दो दिन बाद ही बच्चा गायब हो गया। इस पर उसने अपने पति से पूछा तो वह पहले अलग-अलग बहाने बनाने लगा। जोर देकर पूछा तो पति ने बताया कि उसके इलाज के खर्च के लिए उसने बच्चे को एक मित्र को दे दिया है। इस पर महिला आग बबूला हो गई। वह अपनी बीमारी की एवज में बच्चे को अलग करना नहीं चाहती थी। इस पर वह बनभूलपुरा कोतवाली पहुंच गई।
उसका कहना था कि पति ने गौजाजाली निवासी व्यक्ति को 65 हजार रुपये में बच्चा दे दिया है। वहीं, उसके पति ने कहा कि पत्नी काफी समय से बीमार चल रही है। उसकी बीमारी में काफी पैसे खर्च हो गए हैं। ऐसे में बच्चा पालना मुश्किल था। उसके इलाज के लिए उसने बच्चे को दोस्त के पास दिया है। इसके लिए उसने दोस्त से 65 हजार रुपये लिए थे। पुलिस के हस्तक्षेप पर पति ने दोस्त को 60 हजार रुपये वापस कर दिए। उसने कहा कि बाकी पांच हजार रुपये बाद में देगा। कोतवाली के एसएसआइ मंगल सिंह नेगी ने बताया कि महिला को उसका बच्चा वापस मिल गया है।
Bhanu Bangwal
लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
वाट्सएप नंबर-9412055165
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।