राष्ट्रीय स्वास्थ्य चिंतन शिविरः देश के हर गांव में लगेंगी आयुष्मान चौपाल, लगाए जाएंगे स्वास्थ्य शिविर
स्वास्थ्य मंत्रालय आयुष्मान भव: योजना के तहत देश के सभी गांवों में आयुष्मान चौपाल लगाने का आयोजन किया जाएगा। मेडिकल कालेज व स्वास्थ्य विभाग गांव-गांव जाकर स्वास्थ्य शिविर लगाएंगे। इसमें आयुष्मान कार्ड व आभा कार्ड बनाने, टीबी उन्मूलन समेत अन्य रोगों के प्रति जागरूक कर केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं की जानकारी दी जाएगी। रविवार को देहरादून के राजपुर रोड स्थित होटल हयात रिजेंसी में दो दिवसीय राष्ट्रीय स्वास्थ्य चिंतन शिविर का समापन हो गया। शिविर में हुए मंथन के संबंध में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डा मनसुख मांडविया ने बताया कि देश के सभी राज्यों में आयुष्मान मेले लगाए जांगे। इसके तहत हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर में प्रति सप्ताह आयुष्मान मेला लगाया जाएगा। राज्यों के मेडिकल कालेज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में कैंप लगाएंगे। मकसद यह कि त्रिस्तरीय स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मरीजों को मिल सके। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि जो गांव आयुष्मान व आभा कार्ड का शत प्रतिशत लक्ष्य हासिल कर लेगा, उसे आयुष्मान ग्राम घोषित किया जाएगा। वहीं, स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों से वर्ष 2040 तक के लिए स्वास्थ्य योजना बनाने को कहा है। राष्ट्रीय स्तरीय के चिंतन शिविर की भांति समस्त राज्य भी स्वास्थ्य चिंतन शिविर आयोजित करेंगे। स्वास्थ्य चिंतन शिविर को हमें स्वास्थ्य में अंतिम मील कनेक्टिविटी के विचार के करीब लाने में मदद करनी चाहिए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि पिछले दो दिनों में, हमने आज भारत में स्वास्थ्य क्षेत्र का विस्तृत अवलोकन देखा है और सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज सुनिश्चित करने के लिए हमें किस दिशा में आगे बढ़ना चाहिए इस पर मंथन हुआ है। शिविर के समापन पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग, केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री डॉ भारती पंवार और प्रो. एसपी सिंह बघेल भी उपस्थित थे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
स्वास्थ्य मंत्रियों में धन सिंह रावत (उत्तराखंड), रजनी विदाला (आंध्र प्रदेश), अलो लिबांग (अरुणाचल प्रदेश), केशब महंत (असम), रुशिकेश पटेल (गुजरात), बन्ना गुप्ता (झारखंड), शामिल हैं। दिनेश गुंडू राव (कर्नाटक), सपम रंजन सिंह (मणिपुर), डॉ. आर. लालथ्यांगलियाना (मिजोरम), थिरु मा. सुब्रमण्यम (तमिलनाडु) विचार-मंथन सम्मेलन में भाग लिया। टीएस सिंह देव (उपमुख्यमंत्री, और स्वास्थ्य मंत्री, छत्तीसगढ़), ब्रजेश पाठक (उपमुख्यमंत्री, और स्वास्थ्य मंत्री, उत्तर प्रदेश), बीएस पंत (पर्यटन और नागरिक उड्डयन मंत्री, सिक्किम), विश्वास सारंग ( राज्य चिकित्सा शिक्षा मंत्री, मध्य प्रदेश), के लक्ष्मी नारायणन (लोक निर्माण मंत्री, पुडुचेरी) भी इस कार्यक्रम उपस्थित थे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान पर डॉ. मांडविया ने कहा कि लोगों की भागीदारी, देश में तपेदिक के बोझ को खत्म करने के लिए एक बहुत ही आवश्यक गतिविधि है। टीबी उन्मूलन के प्रति हमारा दृष्टिकोण स्वास्थ्य देखभाल के प्रति भारतीय दृष्टिकोण को दर्शाता है। मैं लोगों से निक्षय मित्र बनने के लिए आगे आने का आह्वान करता हूं, क्योंकि इससे भारत को टीबी मुक्त बनाने में काफी मदद मिल सकती है। उन्होंने राज्यों से टीबी उन्मूलन को प्राथमिकता देने और इसे और अधिक गति देने का अनुरोध किया। उन्होंने राज्यों से विकलांगता प्रमाणपत्र जारी करना आसान बनाकर देश की दिव्यांग आबादी का समर्थन करने का भी आग्रह किया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
डॉ. मांडविया ने सभी स्वास्थ्य योजनाओं की व्यापक और संतृप्ति कवरेज सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर बल दिया ताकि कोई भी पात्र लाभार्थी पीछे न रह जाए और आशा व्यक्त की कि चिंतन शिविर मौजूदा स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूत करने के साथ-साथ आवश्यक नए हस्तक्षेपों के बारे में सुझाव देगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
चिंतन शिविर में नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वीके पॉल ने कहा कि पिछले दो दिनों में सभी उपस्थित लोगों के इनपुट से स्वास्थ्य सेवा के लिए एक समग्र प्रतिमान बनाया गया है और यह आवश्यक है कि आज हम जो प्रस्ताव पारित करते हैं, इसे क्रियान्वित किया जाता है, ताकि जो लक्ष्य निर्धारित किए गए हैं उन्हें अगले वर्ष तक हासिल किया जा सके। इस दो दिवसीय कार्यक्रम के अंतिम दिन भारत में स्वास्थ्य सेवा के विभिन्न पहलुओं पर सत्र आयोजित किए गए, जिनमें आयुष्मान भव, राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम, खसरा और रूबेला उन्मूलन और पीसीपीएनडीटी अधिनियम शामिल हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस दौरान सचिव स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राजेश भूषण, ओएसडी स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय सुधांश पंत, सचिव आयुष वैद्य राजेश कोटेचा, सचिव स्वास्थ्य अनुसंधान विभाग डॉ. राजीव बहल सहित स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय और राज्यों के वरिष्ठ अधिकारी और उद्योग निकायों के नेता उपस्थित थे।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।