Loksaakshya Social

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

December 23, 2024

अगले साल 2024 के लिए नासा ने डराया, बड़ी संख्या में लोगों की जा सकती है जान

अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के वैज्ञानिकों ने अगले साल 2024 के लिए डराने वाली चेतावनी जारी की है। ये ऐसी चेतावनी है, जिससे निपटने के लिए हर देश और नागरिक को अभी से तैयारी कर देनी चाहिए। क्योंकि, नासा की चेतावनी यदि सही निकली तो अगले साल भयानक गर्मी पड़ सकती है। इसकी विजह से बड़ी संख्या में लोगों की जाने की भी संभावना है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

1880 के बाद जुलाई माह सबसे गर्म
नासा के मुताबिक, 1880 के बाद इस साल 2023 में जुलाई महीने में सर्वाधिक गर्मी पड़ी। इस साल तीन जुलाई से लेकर सात अगस्त यानी लगातार 36 दिनों तक भयानक तापमान दर्ज किया गया है। नासा प्रमुख बिल नेल्सन के मुताबिक, इस साल अरबों लोगों ने अत्यधिक गर्मी झेली है। अब अनुमान लगाया जा रहा है कि अगले साल इससे भी ज्यादा गर्मी लोगों को झेलनी पड़ सकती है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

सचेत नहीं हुए तो रहने लायक नहीं रहेगी धरती
बिल ने कहा कि अभी से हमें पर्यावरण के प्रति सचेत होना पड़ेगा। अमेरिका हो या कोई अन्य देश। सभी इस वक्त जलवायु परिवर्तन के संकट से जूझ रहे हैं। सभी को ये बात समझनी होगी, वरना ये धरती रहने लायक नहीं बचेगी। दुनियाभर में जलवायु परिवर्तन के कारण कहीं आग तो कहीं बाढ़ के हालात देखने को मिल रहे है। तरह-तरह की आपदाएं सामने आ रही हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

ये है संकट की वजह
दुनियाभर में बढ़ रहे प्रदूषण, कार्बन उत्सर्जन और अल-नीनो के प्रभाव ने जलवायु परिवर्तन के संकट को बढ़ा दिया है। अमेरिका से लेकर चीन तक भयानक गर्मी पड़ रही है। सामान्य से अधिक गर्मी के कारण कनाडा, अमेरिका और यूरोप के जंगलों में आग लग रही है। वहीं, कई जगहों पर मॉनसूनी तूफान ने हालत खराब कर रखी है। रिपोर्ट के मुताबिक, चीन में गर्मी के कारण सैकड़ों लोगों की जान गई है। बर्कले के पर्यावरणविद जेके हॉसफादर के अनुसार, आगे चलकर और भयानक आपदाएं आने वाली हैं। दशकों से चेतावनी के बावजूद भी जीवाश्म ईंधन का प्रयोग बंद नहीं हो रहा है।
नोटः सच का साथ देने में हमारा साथी बनिए। यदि आप लोकसाक्ष्य की खबरों को नियमित रूप से पढ़ना चाहते हैं तो नीचे दिए गए आप्शन से हमारे फेसबुक पेज या व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ सकते हैं, बस आपको एक क्लिक करना है। यदि खबर अच्छी लगे तो आप फेसबुक या व्हाट्सएप में शेयर भी कर सकते हो।

+ posts

लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You cannot copy content of this page