कोविड वैक्सिन लेने के बाद भी मेडिकल कॉलेज के छात्र की कोरोना से मौत, 15 छात्र संक्रमित, महाराष्ट्र में भी एक मौत
बिहार राज्य के पटना स्थित नालंदा मेडिकल कॉलेज के फाइनल ईयर के एक छात्र की कोरोना से मौत हो गई। छात्र ने कोरोना का टीकारण कराया था। 23 साल के शुभेंदु सुमन की मौत बेगूसराय में हुई, जबकि उन्होंने 22 दिन पहले कोवैक्सिन का पहला डोज लिया था। अब इस मेडिकल कॉलेज के सभी छात्रों का आरटी-पीसीआर टेस्ट कराया जा रहा है। कॉलेज के करीब 15 छात्र कोरोना संक्रमित बताए जा रहे हैं। उधर, महाराष्ट्र के ठाणे में भी कोरोना का दूसरा टीका लगाने के कुछ देर बाद एक व्यक्ति की मौत हो गई।
पटना में नालंदा मेडिकल कॉलेज के शुभेंदु सुमन ने 22 दिनों पहले ही वैक्सीन ली थी। उन्होंने फरवरी के पहले हफ्ते में वैक्सीन ली थी, लेकिन वह 25 फरवरी को कोरोना पॉजिटिव पाए गए। इसके बाद वह अपने घर बेगुसराय चले गए। जहां 27 फरवरी को उन्हें एक स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन सोमवार की शाम उनका निधन हो गया।
इस अस्पताल में अब तक 15 छात्र पॉजिटिव आ चुके हैं। इनमें से बहुत सारे छात्रों ने कुछ हफ्ते पहले ही वैक्सीन की पहली डोज ली थी। बता दें कि देश में कोरोना के खिलाफ 16 जनवरी से वैक्सीनेशन शुरू किया गया है। पहले चरण में लाखों हेल्थकेयर वर्कर्स और फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीका लगाया गया था। पहले चरण में स्वास्थ्य कर्मियों को प्राथमिकता दी गई थी। 1 मार्च से वैक्सीनेशन ड्राइव का दूसरा चरण शुरू हुआ है। इस चरण में 60 से ज्यादा उम्र के लोगों और गंभीर बीमारियों से जूझ रहे 45 से ऊपर की उम्र के लोगों को टीका लगाया डा रहा है। आम जनता के लिए भी कोविन वेबसाइट और आरोग्य सेतु ऐप पर रजिस्ट्रेशन हो रहा है।
दूसरी खुराक लेने के बाद मौत
महाराष्ट्र के ठाणे जिले के भिवंडी के अस्पताल में कोरोना के टीके की दूसरी खुराक दिए जाने के बाद 45 साल के एक व्यक्ति की मंगलवार को मौत हो गई। अधिकारियों ने बताया कि स्थानीय चिकित्सक के चालक के तौर पर काम करने वाले सुखदेओ किरदित को आज पूर्वाह्न 11 बजे टीका दिया गया। उन्होंने बताया कि टीका केंद्र के प्रतीक्षालय में बैठे रहने के दौरान उन्होंने चक्कर आने की शिकायत की। इसके बाद किरदित को पास के आईजीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
भिवंडी निजामपुरा नगर निगम के स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर के खरात ने बताया कि किरदित के मरने के कारणों का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पता चलेगा। उन्होंने बताया कि उनकी चिकित्सा स्थिति का पता लगाया जा रहा है. किरदित के परिजनों ने बताया कि टीका लगवाने के लिए जब वह घर से निकले थे, वह पूरी तरह स्वस्थ थे।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।