Loksaakshya Social

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

December 15, 2024

देर रात उत्तराखंड के उत्तरकाशी में महसूस किए गए भूकंप के कई झटके, दहशत में आए लोग

उत्तराखंड में आधी रात के बाद पांच मार्च को भूकंप के कई झटके महसूस किए गए। भूकंप के ये झटके की रात 12 बजकर 45 मिनट से करीब सवा एक बजे तक महसूस किए गए। इससे लोगों में दहशत है। हालांकि, झटके इतने मामूली थे कि इनमें पहला झटका ही रिक्टर स्केल में दर्ज किया गया। कुछ लोगों के मुताबिक, भूकंप के तीन झटके महूसस किए गए, तो कुछ लोगों का कहना है कि पांच झटके आए। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी में दर्ज रिपोर्ट के मुताबिक, भूकंप का एक झटका रात करीब 12 बजकर 45 मिनट पर आया। इस भूकंप की तीव्रता 2.5 थी। इसका आक्षांस 30.75 और देशांतर 78.49 था। इसकी गहराई पांच किलोमीटर थी। हालांकि, कहीं किसी नुकसान की सूचना नहीं है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

भूकंप की दृष्टि से संवेदनशील उत्तराखंड
भूकंप की दृष्टि से उत्तराखंड बेहद संवेदनशील है। राज्य के अति संवेदनशील जोन पांच की बात करें इसमें रुद्रप्रयाग (अधिकांश भाग), बागेश्वर, पिथौरागढ़, चमोली, उत्तरकाशी जिले आते हैं। ऊधमसिंहनगर, नैनीताल, चंपावत, हरिद्वार, पौड़ी व अल्मोड़ा जोन चार में हैं और देहरादून व टिहरी दोनों जोन में आते हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

उत्तरकाशी और चमोली में आ चुके हैं बड़े भूकंप
उत्तरकाशी में 20 अक्टूबर 1991 को 6.6 तीव्रता का भूकंप आया था। उस समय हजारों लोग मारे गए थे। साथ ही संपत्ति को भी अत्यधिक क्षति हुई थी। इसके बाद 29 मार्च 1999 में चमोली जिले में उत्तराखंड का दूसरा बड़ा भूकंप आया। भारत के उत्तर प्रदेश (अब उत्तराखंड) राज्य में आया यह भूकंप हिमालय की तलहटियों में 90 वर्षों का सबसे शक्तिशाली भूकंप था। इस भूकंप में 103 लोग मारे गए थे।

+ posts

लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You cannot copy content of this page