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July 18, 2025

उत्तराखंड कांग्रेस के अध्यक्ष माहरा और उपाध्यक्ष धस्माना सहित कई कांग्रेसी गिरफ्तार, राजभवन के सामने बैठ गए थे धरने पर

उत्तराखंड कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल चार दिन से राज्यपाल से मिलने का समय मांग रहा था, लेकिन जब समय नहीं मिला तो कांग्रेसियों ने आंदोलन की राह पकड़ ली। देहरादून में राजभवन के गेट तक अचानक कांग्रेसियों का प्रतिनिधिमंडल पहुंच गया और सड़क किनारे धरने पर बैठ गया। इस दौरान पुलिस ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा, प्रदेश के वरिष्ठ उपाध्यक्ष संगठन सूर्यकांत धस्माना सहित कई कांग्रेसियों को गिरफ्तार किया और बाद में उन्हें रिहा भी कर दिया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

कांग्रेसी पंचायत चुनावों में राज्य निर्वाचन आयुक्त सुशील कुमार पर विवादित भूमिका अपनाने का आरोप लगा रहे थे। कांग्रेसियों का कहना है कि वे असंवैधानिक तरीके से उत्तराखंड पंचायती राज एक्ट की धारा नौ की उपधारा छह व सात का खुले आम उल्लंघन कर रहे हैं। कांग्रेसियों ने उन्हें तत्काल प्रभाव से बर्खास्त करने की मांग की। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

इस मांग को लेकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी का प्रतिनिधिमंडल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा के नेतृत्व में उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टीनेंट जनरल (सेनि) गुरमीत सिंह से मिलने के लिए चार दिनों से समय की मांग कर रहा था। राजभवन की ओर से प्रदेश कांग्रेस को समय ना दिए जाने से खफ़ा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा व वरिष्ठ उपाध्यक्ष संगठन सूर्यकांत धस्माना गुरुवार की दोपहर कुछ साथियों के साथ कैंट रोड स्थित राजभवन पहुंच गए और राजभवन की सड़क के इस पर तिराहे पर धरने में बैठ गए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

 

एक जत्था करन माहरा के साथ तिराहे पर बैठा ही था कि प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना अकेले चुपचाप सड़क पार कर राजभवन के मुख्यद्वार के बाहर फुटपाथ पर बैठ गए। उन्हें देखते ही वहां तैनात पुलिस अधिकारियों के हाथ पांव फूल गए। वे दौड़ कर धस्माना के पास पहुंचे और उठने का अनुरोध किया। साथ ही उन्हें करन माहरा के नेतृत्व में चल रहे धरने में बैठा दिया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

धरने के दौरान पत्रकारों से बातचीत में करन माहरा ने कहा कि राज्य निर्वाचन आयुक्त की नियुक्ति राज्य सरकार की सिफारिश पर राज्यपाल करते हैं। राज्य सरकार राज्य निर्वाचन आयुक्त से असंवैधानिक कार्य करवा रही है। इसलिए अब राज्य निर्वाचन आयुक्त को बर्खास्त करने की मांग राज्यपाल से की जानी थी, लेकिन राजभवन मुलाकात के लिए समय नहीं दे रहा है। इसलिए हम मर्यादित तरीके से राजभवन के सामने शांतिपूर्ण अनशन पर बैठे हैं और राजपाल महोदय का ध्यान अपनी मांग की ओर आकर्षित करना चाहते हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

 

करन माहरा जब पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे, तभी पुलिस अधिकारियों ने उनको , प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना, महानगर अध्यक्ष डॉक्टर जसविंदर सिंह गोगी समेत एक दर्जन पार्टी कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया और उन्हें पुलिस लाइन ले जाया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

गिरफ्तार होने वाले मुख्य लोगों में महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष ज्योति रौतेला, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के मीडिया सलाहकार अमरजीत सिंह, प्रदेश महामंत्री नवीन जोशी, जगदीश धीमान, विशाल मौर्य, दिनेश कौशल, गिरिराज किशोर हिंदवाण, अभिनव थापर, गुल मोहम्मद, ललित भद्री, आनंद सिंह पुंडीर, मदन कोहली भी शामिल थे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

लोकतंत्र का गला घोंट रही है सरकार: करन माहरा
बाद में कांग्रेस मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत में उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार लोकतंत्र का गला घोंटने में लगी है। वहीं, प्रदेश के प्रमुख विपक्षी दल को राज्यपाल द्वारा मिलने का समय नहीं दिया जाना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

उन्होंने कहा कि पंचायत चुनाव में भाजपा षड्यंत्र रच रही है। साथ ही राज्य निर्वाचन आयुक्त लगातार उच्च न्यायालय के निर्देशों का उल्लंघन कर रहे हैं। कांग्रेस पार्टी की ओर से राज्यपाल से निर्वाचन आयुक्त की बर्खास्तगी की लगातार मांग की जा रही है, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। बार-बार चुनाव आयुक्त की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं।(खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

 

उन्होंने कहा कि राज्यपाल से तीन बार मिलने के लिए समय मांगा गया, लेकिन कोई उत्तर नहीं मिला। यह प्रमुख विपक्षी दल की घोर उपेक्षा है, जिसे किसी भी स्थिति में सहन नहीं किया जाएगा। उन्होंने आरोप लगाया कि कांवड़ यात्रा को लेकर भी भाजपा केवल दिखावा कर रही है। जिस प्रदेश के मुख्यमंत्री और मंत्री कांवड़ियों पर फूल बरसा रहे हैं, वहीं कुछ कांवड़िए लोगों के वाहनों में तोड़फोड़ कर रहे थे और महिलाओं से अभद्रता कर रहे हैं। जो पुलिसकर्मी इन असामाजिक तत्वों पर कार्रवाई कर रहे हैं, उन्हें भी रोका जा रहा है। कांग्रेस ऐसे ईमानदार पुलिसकर्मियों के साथ मजबूती से खड़ी है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

उन्होंने कहा कि कांवड़ यात्रा के दौरान घटित घटनाओं से सनातन धर्म को मानने वाले श्रद्धालुओं को परेशानी हो रही है। हरियाणा नंबर की एक गाड़ी में सवार व्यक्ति ने एक गुर्जर युवक पर गोली चलाई। उन्होंने आरोप लगाया कि इस हमलावर को भाजपा का संरक्षण प्राप्त है और एफआईआर दर्ज होने के बावजूद अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि कांवड़ यात्रा में सक्रिय अराजक तत्व सनातन धर्म की छवि को नुकसान पहुंचा रहे हैं, जिसे किसी भी स्थिति में सहन नहीं किया जाएगा। उन्होंने बीकेटीसी अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि वे स्वयं नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। केदारनाथ में हेलीकॉप्टर से जुड़ी पांच घटनाओं के बावजूद बीकेटीसी अध्यक्ष और अन्य विवादास्पद लोग हेलीकॉप्टर से यात्रा कर रहे हैं, जो अत्यंत गंभीर विषय है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

उन्होंने पूछा कि हेमंत द्विवेदी को परमिशन किस आधार पर दी गई? इस संबंध में यूकाडा को स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। साथ ही, बीकेटीसी अध्यक्ष को भी जनता के सामने आकर स्पष्टीकरण देना चाहिए। उन्होंने मुख्यमंत्री से इस पूरे प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

जब सुनवाई नहीं होगी तो आंदोलन का विकल्पः धस्माना
प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय के वरिष्ठ उपाध्यक्ष संगठन सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि राज्यपाल प्रदेश सरकार के संरक्षक होते हैं और जब सरकार शपथ लेती है तो वे ही राज्य सरकार को पद व गोपनीयता की शपथ दिलाते हैं। विधानसभा में अभिभाषण में राज्य सरकार को मेरी सरकार कह कर संबोधित करते हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

धस्माना ने कहा कि जब राज्य में सरकार विपक्ष व जनता की बात अनसुनी कर दे, जब राज्य निर्वाचन आयोग जैसी संवैधानिक व स्वायत्तशासी संस्था संविधान व कानून के विरुद्ध ही कार्य करे तो उसकी शिकायत राज्यपाल के पास ही की जा सकती है। अगर राजभवन राज्यपाल से मुलाकात का समय ही ना दे तो हमारे पास राजभवन के सामने शांतिपूर्ण तरीके से धरना अनशन के अलावा कोई विकल्प नहीं रह जाता। धस्माना ने कहा कि इस प्रकरण से शायद हमारी बात राज्यपाल महोदय के कानों तक पहुंचेगी और अगर नहीं पहुंची तो प्रदेश कांग्रेस पार्टी किसी बड़े कार्यक्रम का ऐलान करेगी।
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Bhanu Bangwal

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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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