बौद्धिक सम्पदा अधिकार कार्यशाला, भाषण प्रतियोगिता में मनीषा भट्ट प्रथम, अर्चना उनियाल द्वितीय और मंजीत सिंह रहे तृतीय
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राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय उत्तरकाशी में एक दिवसीय बौद्धिक सम्पदा अधिकार कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें भाषण प्रतियोगिता में मनीषा भट्ट प्रथम, अर्चना उनियाल द्वितीय और मंजीत सिंह रहे तृतीय स्थान पर रहे।
कार्यशाला का शुभारम्भ प्राचार्या प्रो सविता गैरोला ने दीप प्रज्वलित कर किया। साथ ही उन्होंने बौद्धिक सम्पदा का प्रयोग कर नये आविष्कार और नवाचार करने के लिए प्रेरित किया। इस अवसर पर यूकॉस्ट देहरादून से आये विषय विशेषज्ञ डा. हिमांशु गोयल तथा सिद्धांत उनियाल ने बौद्धिक सम्पदा अधिकार पर विस्तृत व्याख्यान दिया। उन्होंने इतिहास, नियम, अधिकार तथा विभिन्न प्रकार की बौद्धिक सम्पदाओं का विस्तार से वर्णन किया।
महाविद्यालय के प्राध्यापक डा महेन्द्र परमार ने मंच संचालन करते हुए जिला उत्तरकाशी के विभिन्न भौगोलिक सम्पदाओं की विस्तॄत चर्चा की और बताया कि उन्होंने तीन भौगोलिक सम्पदाओं के पंजीकरण के लिए आवेदन किया है । इस कार्यशाला में 200 प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया । इस कार्यशाला से पूर्व एक क्विज, भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर पर डा बसन्तिका कश्यप, डा केके बिष्ट, डा एमपी तिवारी तथा कार्यशाला संयोजक डॉ टीआर प्रजापति ने विचार व्यक्त किये। प्राचार्या तथा विषय विशेषज्ञों ने बौद्धिक सम्पदा क्विज़ तथा भाषण प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय तथा तॄतीय स्थान पर आये 19 छात्र/छात्राओं को पुरस्कार प्रदान किए। इस कार्यशाला में डा वचन लाल, डा मनोज फोंदणी, डा विश्वनाथ राणा, डा नेपाल सिंह, डा महेन्द्र राणा, डा जयलक्ष्मी रावत, डा अनामिका, डा ॠचा धीमान आदि प्राध्यापकगण उपस्थित रहे ।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।