शांत गांव में बंद घर के टूटे ताले, सारे संदूक खंगाले, दारू की बोतल में शराब छोड़कर चंपत हुए चोर
उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्र के शांत गांवों में भी अब चोरों ने अशांति पैदा कर दी है। टिहरी जनपद के कीर्तिनगर क्षेत्र में स्थित गुरछौली गांव में बंद घर के ताले तोड़कर चोरों ने पूरे कमरों को खंगाल दिया। घर में रखा कोई संदूक ऐसा नहीं बचा, जिसे चोरों ने ना खोला हो। घर में पुराने बर्तन आदि को चोरों ने छुआ तक नहीं। इतना जरूर है कि चोरों ने इस घर में बैठकर शराब भी पी और बची शराब बोतल में छोड़कर ही चलते बने। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
काफी समय वैद्य और ब्रह्मावृत्ति के रूप में फेमस रहे मोहन लाल बंगवाल की कई साल पहले मृत्यु हो गई थी। इनके बेटे और बेटियां सभी परिवार के साथ या उससे सटे एनसीआर क्षेत्र में रहते हैं। मोहनलाल बंगवाल की मौत के बाद उनकी पत्नी भी बच्चों के पास चला गई थी और पिछले साल सितंबर माह में उनका निधन भी हो गया था। तब इस इस घर में ताला रहता है। कभी कभार परिवार का कोई सदस्य गांव पहुंचता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बताया जा रहा है कि बीती 16 अप्रैल को चोरों ने इस घर का ताला तोड़ा और पूरे घर के सामान को खंगाल दिया। सारे संदूक का सामान फर्श पर बिखेर दिया। चोरी की सूचना पर रमेश बंगवाल दिल्ली से गांव पहुंचे और उन्होंने राजस्व पुलिस से चोरी की लिखित शिकायत की। साथ ही बताया कि चोर घर से जेवर आदि ले गए हैं। चोरी कितने की हुई ये स्पष्ट नहीं हो पाया है। बताया जा रहा है कि आसपास के गांव और स्कूलों में भी ताले टूटने की कई घटनाएं हो चुकी हैं। ग्रामीणों का कहना है कि अब रात को चैन की नींद सोना भी दूभर हो गया है। चोरों का साहस देखिए कि उन्होंने इस घर में तसल्ली से शराब पी। साथ ही शराब की बोतल भी छोड़कर चले गए। उसमें भी कुछ शराब पड़ी थी।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।