एसजीआरआर देहरादून में विज्ञान पर आयोजित किए व्याख्यान, दी गई ये जानकारी
विज्ञान पूर्ण व्याख्यान श्रृंखला के अंतर्गत श्री गुरु राम राय पीजी कॉलेज देहरादून में दो व्याख्यान का आयोजन किया गया। व्याख्यान श्रृंखला में बैरकपुर राष्ट्रगुरु सुरेंद्रनाथ कॉलेज कोलकाता के प्राचार्य एवं प्रख्यात वैज्ञानिक प्रोफेसर मोनोजित रे और वनस्पति विज्ञान के अध्यक्ष डॉ सूरज शेख आमंत्रित वक्ता के रूप में उपस्थित थे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस मौके पर बैरकपुर राजगुरु सुरेंद्रनाथ कॉलेज कोलकाता एवं श्री गुरु राम राय पीजी कॉलेज देहरादून के बीच एक समझौता हुआ। इसके अंतर्गत शैक्षणिक एवं सांस्कृतिक गतिविधियों के आदान-प्रदान के लिए शिक्षक एवं प्राचार्य एक दूसरे के कॉलेज में आते-जाते हैं। साथ ही अपने यहां हुई उपलब्धियां को साझा करते हैं। गत माह श्री गुरु राम राय के प्राचार्य बैरकपुर कॉलेज कोलकाता गए थे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
आज के प्रथम सत्र में प्रोफेसर मनोजीत रे ने अपने व्याख्यान में ऑर्गेनिक केमिस्ट्री में प्रयुक्त होने वाले अभिकर्मक (Reagents) के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया बिना उपयुक्त अभिकर्मको बिना कोई भी रासायनिक क्रिया नहीं हो सकती। नए उत्पाद का निर्माण नहीं हो सकता। अतः हमें कोई भी रासायनिक क्रिया करने के लिए सर्वप्रथम अभिकर्मको के बारे में जानकारी होनी जरूरी है। यह अभिकर्मक ही हैं, जो पानी में मिले हुए विषैले तत्वों की खोज व उनकी पहचान कर सकते हैं। साथ ही कैंसर रोधी दवाओं के निर्माण में अत्यंत सहायक हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
प्रोफेसर मोनोजित रे एवं डॉ सूरज शेख एक सप्ताह के लिए उत्तराखंड आए हुए हैं। इसमें वे व्याख्यान श्रृंखला के अंतर्गत अन्य व्याख्यान देंगे तथा टिहरी झील, ऋषिकेश एवं हरिद्वार में गंगा नदी के जल का रासायनिक एवं जैविक सैंपल लेकर उनका परीक्षण श्री गुरु राम राय पीजी कॉलेज एवं बैरकपुर राष्ट्र गुरु सुरेंद्रनाथ कॉलेज कोलकाता की लैब करेंगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
श्री गुरु राम राय महाविद्यालय पहुंचने पर महाविद्यालय के प्राचार्य मेजर प्रदीप सिंह, मुख्य नियंता प्रो.हर्षवर्धन पंत, एकेडमिक एक्सचेंज प्रोग्राम के कोऑर्डिनेटर प्रोफेसर संदीप नेगी ने उनका पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया। व्याख्यान श्रृंखला में रसायन विज्ञान विभाग की अध्यक्ष प्रोफेसर दीपाली सिंघल, डॉ हरिश्चंद्र जोशी, प्रो. राकेश ढोंडियाल, प्रो.पूनम शर्मा, डॉ श्यामवीर सिंह, डॉ आनंदकुमार, डॉ अरुण जोशी, पीएचडी स्कॉलर एवं परास्नातक के अनेक छात्र एवं छात्राएं उपस्थित थे। व्याख्यान के अंत में मुख्य नियंता प्रोफेसर हर्षवर्धन पंत ने दोनों वक्ताओं को धन्यवाद ज्ञापित किया।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।