Loksaakshya Social

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

December 20, 2024

जानिए पसीना क्यों है जरूरी, इसके क्या हैं फायदे, कब घातक हो सकता है पसीना, करें ये उपाय

पसीने का मलतब सीधे शारीरिक मेहनत करने से लगाया जाता है। यानि कि जब भी आप शारीरिक शक्ति का इसेमाल करोगे तो पसीना आएगा ही। इसीलिए यदि कोई मेहनत से कमाई करता है तो उसे पसीने की कमाई कहा जाता है। पसीना स्वाभाविक शारीरिक क्रिया है। इन दिनों गर्मी अपना रंग दिखा रही है। ऐसे में पसीना भी आएगा। आप पंखे, एसी, कूलर से दूर चले जाएं तो पसीने से तर बतर हो जाएंगे। कई बार तो ऐसा होता है कि आप बाथरूम से नहा कर आते हैं और शरीर का पानी सूखते-सूखते पसीना होना शुरू हो जाता है। पसीना आना ऐसे तो अच्छी बात है, लेकिन जब ज्यादा आने लगता है तो यह परेशान करने लगता है। इंसान इसकी वजह से चिड़चिड़ा हो जाता है। यहां हम आपको पसीने से संबंधी ही जानकारी दे रहे हैं। आखिर इसके पीछे का विज्ञान क्या है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

पहले जानिए क्यों आता है पसीना
स्वेटिंग होने से हमारे शरीर का टेंपरेचर रेगुलेट होता रहता है। ग्लैंड्स से पानी स्किन से बाहर निकलता है और इवोपरेट हो जाता है। इस वजह से शरीर को ठंडक मिलती है। वहीं एक्सरसाइज करते वक्त मसल्स काफी ज्यादा हीट होती है। इस वजह से शरीर को ज्यादा पसीने की जरूरत पड़ती है। स्वेटिंग का मेजर फंक्शन बॉडी को ठंडक प्रदान करना होता है। यदि पसीना न आए तो शरीर में काफी ज्यादा गर्मी हो जाएगी और कई तरह कि स्वास्थ्य जोखिम हो सकते हैं। ज्यादातर स्थिति में पसीना आना हेल्दी होता है। परंतु कभी-कभी कुछ एक्टिविटीज के कारण स्वेटिंग होना खतरनाक हो सकता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

हमे कब आता है पसीना
पसीना आना एक नेचुरल प्रक्रिया है, यह हर जीवित जीव को आता है। दरअसल, गर्मी के मौसम में जब हमारे शरीर का तापमान बढ़ने लगता है तो उसे सामान्य रखने के लिए शरीर में मौजूद पसीने की ग्रंथियां सक्रिय हो जाती हैं। इनके जरिये निकलने वाले तरल पदार्थ को पसीना कहा जाता है। इससे शरीर का तापमान नियंत्रित हो जाता है। सबसे खास बात की अगर आपको पसीना निकल रहा है तो आप गर्मी में ‘हीट स्ट्रोक’ जैसी समस्या से बचे रह सकते हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

पसीना निकलना कब होता है बुरा
ऐसे तो पसीना निकलना अच्छा माना जाता है, लेकिन कुछ स्थितियों में ये बहुत बुरा माना जाता है. अगर आपको ठंड में या फिर रूम टेंपरेचर पर पसीना आ रहा है, तो यह आपके लिए हानिकारक है। अगर आपको कभी घबराहट के साथ पसीना आ रहा हो तो वह हार्ट अटैक जैसी गंभीर समस्या की निशानी है। ऐसे में आपको तत्काल रूप से डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। अगर आपको कभी भी सामान्य टेंपरेचर पर पसीना आए या फिर बहुत पसीना आए तो यह चिंता की बात है और आपको ऐसे में डॉक्टर से सलाह लेने की जरूरत है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

पसीना निकलना कब है फायदेमंद
अगर आपको गर्मी के कारण पसीना निकल रहा है, वर्कआउट की वजह से पसीना हो रहा या फिर आपको रनिंग के दौरान पसीना हो रहा है तो यह अच्छी बात है। आपको इसे लेकर घबराने की जरूरत नहीं है। खासतौर से वर्कआउट और एक्सरसाइज के दौरान तो पसीना होना बिल्कुल सही माना जाता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

वर्कआउट में पसीने के फायदे
एक्सरसाइज करते वक्त सेटिंग होना हेल्दी होता है। क्योंकि इस दौरान मसल्स हीट होते हैं और शरीर को ठंडक चाहिए होती है। ऐसे में लगातार पसीना आने से हीट रिलीज होती रहती है। एक्सरसाइज करते समय जब आपको पसीना आता है, तो उससे आपको इस तरह के फायदे मिलते हैं।
एनर्जी बूस्ट होती है
हेल्दी वेट मेंटेन रहता है
कई तरह के स्वास्थ्य जोखिमों से लड़ने में मदद मिलती है
मूड बूस्ट करने में मदद करता है
अच्छी नींद के लिए भी जरूरी है
शरीर से हेवी मेटल्स को डिटॉक्स करता है
हार्मफुल बैक्टीरिया को बाहर निकालता है (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

बहुत कम स्वेटिंग होना भी है समस्या
यदि आपको बहुत कम स्वेटिंग होती है, तो इस कंडीशन को ऐन्हीड्रोसिस कहते हैं। ऐन्हीड्रोसिस में शरीर ओवरहीट हो जाता है और सेहत गंभीर रूप से प्रभावित हो सकती है। यह समस्या ज्यादातर डिहाइड्रेशन, बर्निंग और स्किन डिसऑर्डर के कारण होती हैं।
नोटः प्रस्तुत लेख में में सलाह केवल आम जानकारी के लिए है। इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी समस्या होने पर पहले डॉक्टर से परामर्श जरूर लें। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

ज्यादा पसीना आने पर करें ये उपाय
अगर आप हर वक्‍त पसीने से तर रहते हैं या आपको अत्‍यधिक पसीना आता है तो इसे हाइपर हाड्रोसिस का लक्षण कहा जा सकता है। आपको जानना जरूरी है कि शरीर से ज्‍यादा पसीना आना सामान्‍य नहीं है। इसके एक नहीं कई कारण हो सकते हैं जिसमें ओवरवेट, बीपी की समस्या और डाइबटीज आदि शामिल है। अगर आप भी इस समस्या से जूझ रहे हैं तो आपको अपनी डाइट में बदलाव लाना चाहिए। कुछ ऐसे फूड्स हैं, जिनका सेवन करने से पसीने की परेशानी कम की जा सकती है। ऐसे में आपको डाइट में इन नीचे सुझाई गई चीजों को शामिल करना चाहिए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

कैल्शियम रिच
शरीर के तापमान को कंट्रोल करने के लिए भी कैल्शियम रिच फूड फायदेमंद होता है। आपको अपनी डाइट में ऐसे फूड्स शामिल करने चाहिए, जिसमें भरपूर मात्रा में कैल्शियम पाया जाता हो। इसके लिए आपको लो फैट दूध, दही या चीज का सेवन करना चाहिए. बेहतर होगा कि आप ब्रेकफास्‍ट में इन चीजों का सेवन करें।
पानी
शरीर को ठंडा रखने के लिए आप भरपूर पानी का सेवन करें। पुरुषों को दिनभर में 3.7 लीटर और महिलाओं को 2.7 लीटर पानी पीना चाहिए। इससे इंटरनल टेंपरेचर कम होता है और शरीर से पसीना कम निकलता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

केला
केला में भरपूर मात्रा में पोटैशियम, मैग्‍नेशियम, विटामिन बी 6 होता है। ये शरीर को हाइड्रेट रखने में मदद करता है।
वॉटर बेस्‍ड फल
आपको अपनी डाइट में अधिक से अधिक तरबूज, खरबूज, अंगूर, नारंगी, पाइनएप्‍पल, सेव आदि फलों को शामिल करना चाहिए। ऐसा करने से शरीर में पानी की आपूर्ति होती रहती है और आपका शरीर ठंडा रहता है।
ऑलिव ऑयल
ऑलिव ऑयल में एंटी-ऑक्‍सीडेंट भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं जो मेटाबॉलिज्‍म बेहतर बनाते हैं और डाइजेशन को बेहतर बनाता है। जिससे शरीर को ठंडा करने की जरूरत नहीं होती और पसीना अधिक नहीं आता। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

फाइबर रिच फूड
अपने भोजन में अधिक से अधिक फाइबर रिच फूड का सेवन करें। इससे आपका डाइजेशन बेहतर होगा और खाने को पचाने में शरीर को अधिक मेहनत करने की जरूरत नहीं होगी।
मैग्‍नीशियम रिच फूड
मैग्‍नीशियम मेटाबॉलिज्‍म को बूस्‍ट करता है, डाइजेशन अच्‍छा करता है और इम्‍यूनिटी को स्‍ट्रॉन्‍ग रखता है। इसलिए खाने में खरबूज का बीज, काजू आदि को शामिल करें। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

ये चीजें न खाएं
– मसालेदार या चटपटा खाना कम खाना चाहिए।
-कैफीन का सेवन कम करें।
-प्रोसेस्ड फूड जैसे डीप-फ्राइड फूड, फास्ट फूड, क्रैकर्स, मार्जरीन, ब्रेड और नमकीन स्नैक्स से दूर रहें।
-शुगर और कार्बोहाइड्रेट का अधिक सेवन ना करें।
नोटः सच का साथ देने में हमारा साथी बनिए। यदि आप लोकसाक्ष्य की खबरों को नियमित रूप से पढ़ना चाहते हैं तो नीचे दिए गए आप्शन से हमारे फेसबुक पेज या व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ सकते हैं, बस आपको एक क्लिक करना है। यदि खबर अच्छी लगे तो आप फेसबुक या व्हाट्सएप में शेयर भी कर सकते हो।

+ posts

लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You cannot copy content of this page