किसान सभा ने की दिशा रवि, नौदीप कौर तथा गिरफ्तार किसानों को बिना शर्त रिहाई करने की मांग
अखिल भारतीय किसान सभा ने आज किसान नेता सर छोटू राम की जयंती के अवसर पर किसान एकता के लिये उनके ऐतिहासिक योगदान को याद किया। देहरादून स्थित किसान सभा के राज्य कार्यालय मे आयोजित गोष्ठी में वक्ताओं ने दिशा रवि, नौदीप कौर तथा गिरफ्तार किसानों को बिना शर्त रिहाई करने की मांग भी की।
वक्ताओं ने कहा कि असहमति की आवाज और विरोध के अधिकार को खत्म करने के लिए केंद्र सरकार एजेंसियों का दुरूपयोग करना बंद करे। वक्ताओं ने किसान आंदोलन को समर्थन देने वाली बेंगलुरु की 21 वर्षीय छात्रा व पर्यावरण कार्यकर्ता दिशा रवि को तुंरत रिहा करने की मांग की। उन्होंने कहा कि दिशा रवि को बिना किसी ट्रांजिट वारंट के दिल्ली ले जाया गया, दिल्ली पुलिस ने उन्हें उनके कानूनी अधिकारों से वंचित किया। साथ ही मौलिक अधिकारों का उल्लंघन कर रही है।
वक्ताओं ने कहा है कि इससे पहले 23 वर्षीय दलित और मजदूर अधिकार कार्यकर्ता नौदीप कौर व पत्रकार मनदीप पुनिया सहित कई अन्य को भी को गिरफ्तार किया गया। ये गिरफ्तारियां उन सभी को डराने की योजना का हिस्सा है, जो मौजूदा किसानों के संघर्ष, विभिन्न जन संघर्षों के साथ हैं। या बीजेपी सरकार के विरोध की आवाज का समर्थन कर रहे हैं। किसान सभा नौदीप कौर की रिहाई की भी मांग के साथ ही उन के साथ पुलिस हिरासत में हुए यौन शोषण के आरोपों की निष्पक्ष जांच की भी मांग की।
वक्ताओं ने कहा कि विशाल भागेदारी वाला शांतिपूर्ण किसान आन्दोलन देश और विदेशों में लाखों मेहनतकश जनता के मन में विश्वास पैदा करने में सक्षम रहा है। मोदी सरकार किसानों के आन्दोलन व जन संघर्षो का समर्थन करने वाले व्यक्तियों को डराने और उन के अधिकारों का हनन करने का प्रयास रही है। कहा कि सरकार की सोशल मीडिया अकाउंट पर प्रतिबंध लगाने की कार्रवाई जैसे सामाजिक कार्यकर्ताओं के ट्विटर हैंडल और फेसबुक पेज को बंद करना, प्रेस की स्वतंत्रता पर हमला, निंदनीय है। वरिष्ठ पत्रकारों के साथ-साथ सांसदों के खिलाफ देशद्रोह का आरोप अस्वीकार्य है। सरकार की ये नीति आपातकाल के दिन याद दिला रही है। भाजपा सरकार औपनिवेशिक काल के अधिनायकवादी कदमों का अनुसरण कर रही है।
वक्ताओं ने कहा है कि इस हमले का प्रतिरोध करने के लिए सभी जन व वर्ग संगठनों, राजनीतिक दलों के साथ-साथ सभी जनतांत्रिक हिस्सों को आगे आ एकजुट होना होगा। लोकतंत्र में जनता ही परम हैं और सरकार नागरिकों से विरोध करने का बुनियादी जनतांत्रिक अधिकार नहीं छीन सकती। किसान सभा विरोध की आवाज उठा रहे सभी लोगों के साथ खड़े होने और अधिनायकवादी शासन के खिलाफ विरोध का हिस्सा बनने का आह्वान करती है।
इस अवसर पर किसान सभा के प्रान्तीय कोषाध्यक्ष शिवप्रसाद देवली, सीटू कार्यवाहक अध्यक्ष राजेंद्र सिंह नेगी, जिला कोषाध्यक्ष माला गुरुंग, सहसचिव याकूब अली, जाहिद, अन्जुम, पुरूषोत्तम बडोनी, राजेन्द्र पुरोहित, मामचंद, ब्रह्मानन्द कोठारी, गुमानसिंह, महबूब हसन, दिलशाद अली, फूलसिंह, सरोज देवी, अनन्त आकाश, यू एन बलोनी आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता किसान सभा के जिला महामन्त्री कमरूद्दीन ने की।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।