केजीएफ चैप्टर 2 की धमाकेदार शुरुआत, अंत में खत्म हुआ सस्पेंस, केजीएफ 3 भी बनेगी, एक साल का इंतजार
साउथ के सुपर स्टार यश की फिल्म 'केजीएफ चैप्टर 2' सिनेमाघरों में रिलीज होते ही तहलका मचाने लगी है। हर तरफ बस फिल्म का शोर है। ट्विटर पर केजीएफ 2, यश, संजय दत्त और रवीना टंडन ट्रेंड हो रहे हैं।
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केजीएफ चैप्टर 2’ की कहानी को लेकर एक डायलॉग है कि- यह एक छोटे से गांव में रह रही मां के जिद की कहानी है और उसी जिद को पूरा करने के लिए रॉकी किसी भी हद तक जा सकता है। वाकई ‘केजीएफ: चैप्टर 2’ में निर्देशक प्रशांत नील और यश उस वादे को पूरा किया और इस बार चैप्टर 2 में उसे और ज्यादा भव्य, विशाल, इमोशनल और एंटेरटेनिंग बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। लगभग चार सालों के लंबे इंतजार के बाद चैप्टर 2 आई है और फिल्म देख कर कहा जा सकता है कि इन्होंने अपने फैंस को जरा भी निराश नहीं किया। वैसे फिल्म की लंबाई कुछ ज्यादा है, यदि ये 10 मिनट कम होती तो कसाव ज्यादा होता।
निर्देशक प्रशांत नील ग्रेंजर, रोंगटे खड़े कर देने वाले ऐक्शन, यश के स्वैग और स्टाइल के साथ बॉलिवुड के संजय दत्त और रवीना टंडन जैसे माहिर अदाकारों को जोड़ कर हिंदी दर्शकों के लिए एंटरटेनमेंट का तगड़ा डोज तैयार करने में कामयाब रहे हैं। दूसरे भाग की कहानी वहीं से शुरू होती है, जहां पहला भाग समाप्त हुआ था। रॉकी भाई (यश) गरुड़ा को मारकर केजीएफ का नया सुल्तान बन गया है। उसे वहां के लोगों का बेइंतहा प्यार हासिल है और उसी प्यार के बलबूते पर वे रॉकी को अपना खुदा मानते हैं। यहां रॉकी आंधी-तूफान की तरह आगे बढ़ता जा रहा है, एक मंजिल फतह करने के बाद वो दूसरी मंजिल पर जीत हासिल करता जाता है। उसे केजीएफ का सारा सोना चाहिए।
अपनी मां से किए गया वादा जो पूरा करना है कि उसे दुनिया का सबसे अमीर आदमी बनना है। उसकी राह आसान नहीं है। उसके दुश्मनों की तादात बढ़ती जाती है। गरुडा के वहशी भाई अधीरा (संजय दत्त) जिसकी तलवार खून की प्यासी है, उसका सबसे बड़ा दुश्मन है। यश को अधीरा साथ ही देश की ईमानदार प्रधानमंत्री रमिका सेन (रवीना टंडन) के विरोध और आक्रोश का सामना करना पड़ता है। फिल्म क्लाइमैक्स में यह भी तय कर देती है कि ‘केजीएफ: चैप्टर 3’ की भी योजना है।
हालांकि फिल्म की लंबाई अगर 10-15 मिनट कम होती, तो कहानी और धारधार हो सकती थी। बैकग्राउंड म्यूजिक और सिनेमाटोग्राफी को फिल्म का प्लस पॉइंट कहना गलत न होगा। फिल्म में एक्शन और हिंसक दृश्यों की भरमार है, मगर उसके बीच में यश कहीं अपने डायलॉग्स तो कहीं कॉमिडी तो कहीं अपना जज्बाती पहलू दिखा कर उसे मनोरंजक बनाते जाते हैं। अधीरा के रूप में संजय दत्त सशक्त उपस्थिति दर्शाते हैं, तो वहीं रवीना टंडन चुनिंदा दृश्यों में बाजी मार ले जाती हैं। सूत्रधार के रूप में प्रकाश राज, सीबीआई अधिकारी के रूप में राव रमेश और अन्य सहयोगी कास्ट मजबूत है।
हाउसफुल हो चुके हैं सिनेमाघर
केजीएफ 2 ने रिलीज होते ही अपना अलग बज क्रिएट कर लिया है। फिल्म को देखने के लिए सिनेमाघरों में इतनी भीड़ उमड़ रही है कि थिएटर्स हाउसफुल हो रहे हैं। एक यूजर ने फिल्म की तारीफ करते हुए लिखा- मैंने इससे बढ़िया फिल्म नहीं देखी। थिएटर्स फुल है और लोग सीटी बजा रहे हैं। ये फिल्म नहीं तूफान है, जो सिनेमाघरों में आ चुका है।’
इस दिन रिलीज होगी केजीएफ चैप्टर 3
केजीएफ चैप्टर 3′ की खबर आने के बाद से ही सोशल मीडिया पर अटकलें लगाई जा रही हैं कि फिल्म अगले साल 12 जुलाई को रिलीज हो सकती है।
ऐसी होगी केजीएफ 3 की कहानी
एक तरफ जहां निर्माताओं ने ‘केजीएफ चैप्टर 3’ के संकेत दे दिए हैं, वहीं दूसरी तरफ प्रशंसकों ने इसके तीसरे भाग की कहानी की रचाना करना शुरू कर दिया है। सोशल मीडिया पर एक यूजर ने लिखा कि मुझे लगता है कि जब रॉकी हिंद महासागर में तैर रहा था, हमें संकेत दिया गया था कि अमेरिकी नौसेना वहां आ रही है। इसलिए ऐसा लगता है कि अमेरिकी नौसेना रॉकी को बचाएगी और वहां यह सीआईए लिंक को पूरी कहानी और केजीएफ 3 के वैश्विक होने के महत्व से जोड़ेगी।
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