हे केदारनाथ जी मुझे अपने मंदिर में सुलगती अगरबत्ती बना दोः कालिका प्रसाद सेमवाल
हे केदारनाथ जी
हे केदारनाथ जी
मुझे अपने मंदिर में सुलगती
अगरबत्ती बना दो
जिससे मेरे अवगुण दूर हो
सद् गुण मेरे शरीर में
खुशबू बनकर समाहित हो जाय।
हे केदारनाथ जी
मुझे अपने मंदिर में
जलता हुआ दीपक बना दो
जिससे मेरी आत्मा
सबके प्रति श्रद्धा करुणा प्रेम से
भर जाय।
हे केदारनाथ जी
मुझे अपने चरणों में
शीश रखने का अवसर दो
जिससे मेरा शरीर आत्मा
शुद्ध हो जाय
और मैं कभी कुपथ पर न चलूं।
कवि का परिचय
कालिका प्रसाद सेमवाल
अवकाश प्राप्त प्रवक्ता, जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान रतूड़ा।
निवास- मानस सदन अपर बाजार रुद्रप्रयाग, उत्तराखंड।