नूरा कुश्तीः कौशिक जी मैं देहरादून आ रहा हूं, आप सिर्फ पांच काम गिनवा दें, एक जनवरी से सोशल मीडिया में एक्टिव नहीं कौशिक
दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और उत्तराखंड के शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक के बीच त्रिवेंद्र बनाम केजरीवाल मॉडल पर कल यानी चार जनवरी को आमने सामने डिबेट होगी या नहीं, ये कल ही तय होगा। फिलहाल दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने जो कहा वो कर दिखाया। वे डिबेट के लिए देहरादून पहुंच गए। पहुंचने से पहले भी उन्होंने रास्ते में नूरा कुश्ती के पहलवानों की तरह अपने आने की चेतावनी भी दे डाली।
कुश्ती में ऐसा होता था
किसी जमाने में दारा सिंह की देहरादून में कुश्ती होती थी। तब तांगों में बड़े बड़े दो पहलवानों के पोस्टर लगे होते थे। उसका प्रचार कुछ इस तरह से होता था-हांगकांग से चल पड़ा माइटी मंगोल। फिर माइटी मंगोल की तस्वीर वाले पोस्टर के नीचे लिखा होता है-दारा सिंह मैं भारत आ रहा हूं, तेरे हाथ पांव तोड़ दूंगा।
इसके बगल में दारा सिंह की फोटो वाले पोस्टर के साथ लिखा रहता था कि कौन किसे तोड़ेगा, ये फैसला देहरादून के पवेलियन मैदान में होगा।
नूरा कुश्ती के अंदाज में राजनीतिक जंग
ठीक उसी तर्ज पर कुछ दिन से मदन कौशिक और मनीष सिसोदिया के बीच जुबानी जंग चल रही है। दारा सिंह और माइटी मंगोल की तर्ज पर मनीष सिसोदिया ने दिल्ली से चलने के दौरान ट्विट किया कि- मदन कौशिक जी आपके निमंत्रण पर त्रिवेंद रावत मॉडल बनाम केजरीवाल मॉडल पर बहस के लिए देहरादून आ रहा हूँ। आप 100 नहीं बस 5 काम गिनवा दीजिएगा। जो आपकी सरकार ने शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, पानी, महिला सुरक्षा आदि के क्षेत्र में उत्तराखंड के लोगों के लिए सफलतापूर्वक किए हों।
एक जनवरी के बाद से एक्टिव नहीं ट्विटर और फेसबुक अकाउंट
अब मनीष सिसोदिया जी को शायद ये नहीं मालूम कि आप देहरादून आ रहे हैं, इसका पता मदन कौशिक को चलेगा कि नहीं। क्योंकि मदन कौशिक का फेसबुक अकाउंट और ट्विटर दोनों ही एक जनवरी को देशवासियों को बधाई संदेश के बाद से एक्टिव ही नहीं हुआ है। जब फेसबुक और ट्विटर उन्होंने खोला ही नहीं तो आपके हैसटेग मैसेज को क्या पढ़ा होगा।
यूपी में भी दे चुके हैं चुनौती
इससे पहले मनीष सिसोदिया यूपी के भी कई मंत्रियों को इस तरह की चुनौतियां देते रहे हैं। यूपी के मंत्री भी सीधी बहस से बचते नजर आए। अब इस तरह की चुनौती उत्तराखंड में उन्होंने दी तो मदन कौशिक ने चैलेंज लपक लिया।
उत्तराखंड में मदन ने स्वीकारी थी चुनौती
हुआ ये कि दिसंबर माह में कुमाऊं दौरे पर आए मनीष सिसोदिया ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को अपने चार वर्ष के कार्यकाल में किए गए जनहित के कोई पांच कार्य गिनाने को कहा था। साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री को प्रदेश के विकास कार्यों पर खुली बहस की चुनौती भी दी थी। इस पर मुख्यमंत्री की तरफ से शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने मोर्चा संभालते हुए भाजपा सरकार के काम गिनाने की चुनौती स्वीकार कर ली थी।
कौशिक ने पत्रकारों को दिया था बयान
मदन कौशिक ने पत्रकारों से कहा कि सिसोदिया चाहें तो यहां आ जाएं या फिर वे ही दिल्ली पहुंच जाएंगे। उन्हें कोई ऐतराज नहीं है। इसके लिए मनीष सिसोदिया ने मदन कौशिक से दिन और समय बताने को कहा था। मदन कौशिक ने कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया। इस पर सिसोदिया ने खुद उन्हें पत्र भेजकर चार जनवरी को सर्वे चौक स्थित आइआरडीटी सभागार में सुबह 11 बजे खुली बहस के लिए आमंत्रित कर दिया। साथ ही उन्हें दिल्ली मॉडल पर बात करने के लिए छह जनवरी को दिल्ली में आमंत्रित किया है।
अब पत्र को बनाया मुद्दा
कुछ मीडिया में खबर आई कि कौशिक ने कहा कि मनीष सिसोदिया ने पत्र में तारीख गलत लिखी है। इस पत्र में 2021 की जगह 2020 का जिक्र किया है। ऐसे में 2020 के लिए आमंत्रित किया गया है। 2021 का कोई जिक्र नहीं है। ऐसे में डिबेट की उम्मीद कम ही नजर आ रही है। लोकसाक्ष्य ने जब मनीष सिसोदिया के ट्विटर अकाउंट को खंगाला तो उसमें एक जनवरी को मदन कौशिक को लेकर ट्विट किए गए पत्र की तारीख में चार जनवरी 2021 का जिक्र है। जो पत्र इस प्रकार से है-
डिबेट के लिए देहरादून पहुंचे मनीष सिसोदिया
उत्तराखंड के विकास कार्यों पर शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक से खुली बहस के लिए आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेता एवं दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया रविवार रात देहरादून पहुंच गए। आप के प्रदेश मीडिया प्रभारी अमित एस. रावत ने बताया कि खुली बहस के लिए मनीष सिसोदिया चार जनवरी को तय समय पर सर्वे चौक स्थित आइआरडीटी सभागार पहुंच जाएंगे। इस बारे में मदन कौशिक को पत्र और ट्विटर के माध्यम से सूचना दी जा चुकी है। इसके लिए मनीष सिसोदिया दून पहुंच गए हैं। वह रात्रि विश्राम के लिए बीजापुर गेस्ट हाउस में रुके हैं।
उम्मीद है कौशिक आएंगे: सिसोदिया
दिल्ली से देहरादून आते हुए मनीष सिसोदिया ने वीडियो के माध्यम से प्रेस बयान जारी किया। जिसमें उन्होंने बताया कि उत्तराखंड में प्रदेश सरकार की ओर से किए गए जनहित के कार्यों पर खुली बहस के लिए वह देहरादून के लिए रवाना हो गए हैं। उन्होंने यह भी कहा, मुझे उम्मीद है कि सरकार के वरिष्ठ मंत्री मदन कौशिक अपनी बात से मुकरेंगे नहीं और जनहित में किए गए पांच कार्य गिनाने के लिए बहस में जरूर आएंगे। मैं समय से पहुंचकर मदन कौशिक का इंतजार करूंगा।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।