पत्रकार का बेटा सड़क हादसे में घायल, आयुष्मान कार्ड बना शो पीस, राज्य आंदोलनकारी भावना पांडेय ने बढ़ाए मदद को हाथ
पौड़ी जिले के सतपुली में अपनी लेखनी से आमजन की आवाज को मुखर करने वाले पत्रकार इंद्रजीत असवाल का बेटा सड़क हादसे में घायल है। बेटे के इलाज के लिए वह एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल में भटक रहे हैं। आयुष्मान कार्ड भी उपचार के लिए शो पीस बना हुआ है। महंगे अस्पताल में ले जाने की उनकी आर्थिक स्थिति नहीं है। सोशल मीडिया में पत्रकार की ओर से मदद की गुहार लगाने के बाद राज्य आंदोलनकारी भावना पांडे मदद को आगे आई हैं। उन्होंने उन्हें किसी भी अस्पताल में बेटे का इलाज कराने को कहा है। साथ ही कहा कि पूरे इलाज का खर्च वह उठाएंगी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पौड़ी जिले के रिखणीखाल क्षेत्र में ग्राम नावेतली के मूल निवासी प्रभुपाल सिंह रावत ने इसकी जानकारी दी। प्रभुपाल रावत सेना से सेवानिवृत्त हैं। वह समाजसेवी हैं। वर्तमान में वह देहरादून के कारगी चौक में निवासरत हैं। उन्होंने बताया कि पौड़ी जिले से सतपुली निवासी पत्रकार इंद्रजीत सिंह असवाल के बेटे अमनजीत असवाल (24 वर्ष) सात मार्च को ब्यासघाट के निकट सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गए थे। वह हंस फाउंडेशन अस्पताल सतपुली में कार्यरत था। उसे स्वास्थ्य लाभ देने में हंस फाउंडेशन भी फिसड्डी रहा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने बताया कि इंद्रजीत सिंह असवाल ने बेटे को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ( एम्स) ऋषिकेश में भर्ती किया। वहां भी तीन दिन से उनके बेटे का बुखार तक नहीं उतर पाया। इस पर चोटिल इलाज तो बहुत दूर की बात है। वर्तमान में उनका लड़का जिन्दगी और मौत के बीच झूल रहा है। उन्होंने बताया कि इन्द्रजीत असवाल एक पत्रकार हैं तथा आर्थिक रूप से बहुत कमजोर हैं। वह इस स्थिति में नहीं है कि बेटे का उचित इलाज इन्द्रेश अस्पताल, सीएमआई, कैलाश, या मैक्स आदि में करा सकें। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इंद्रजीत असवाल विभिन्न मीडिया के लिए लिखते हैं। कल 11 मार्च को उन्होंने एक वीडियो अस्पताल से जारी कर कहा कि कोई उनके बेटे के इलाज के लिए आगे आए। जैसे ही वीडियो जारी हुआ। कुछ ही मिनट बाद उत्तराखंड की बेटी व राज्य आंदोलनकारी भावना पांडेय ने आनन फानन में एक वीडियो व संदेश जारी किया कि वे इन्द्रजीत असवाल के बेटे का अस्पताल का पूरा खर्च वहन करेंगी। भावना पांडेय मूल रूप से नैनीताल जिले में हल्द्वानी निवासी हैं और वर्तान में वह देहरादून में रहती है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
अपने संदेश में भावना पांडेय ने कहा कि इंद्रजीत असवाल चाहें तो इन्द्रेश या किसी अन्य अस्पातल में बेटे का इलाज करा सकते हैं। इसका खर्च वह वहन करेंगी। उन्होंने इन्द्रजीत असवाल को फोन कर ढाढस बंधाया तथा बैंक का खाता नम्बर देने का अनुरोध किया। वह इन्द्रजीत असवाल से बराबर फोन पर सम्पर्क बनाये हुए हैं। वहीं, इन्द्रजीत असवाल कहते हैं कि आयुष्मान कार्ड तो सिर्फ जेब में रखने व वाहवाही लूटने के लिए बनाया गया है। उसका कहीं भी असर व फायदा नहीं है।

Bhanu Prakash
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भानु बंगवाल
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।