भारत को पीएम मोदी के दोस्त ने कहा गंदा, जो बिडेन ने लपका मुद्दा, बोले-दोस्तों से व्यवहार की समझ नहीं
अमेरिका और भारत की दोस्ती की अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मिसाल देते रहे हैं। वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति के भारत को गंदा करने पर उनके प्रतिद्वंद्वी जो बिडेन ने इस मुद्दे को हाथोंहाथ लपक लिया।
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों में डोनाल्ड ट्रम्प के मुख्य प्रतिद्वंदी और डेमोक्रेट उम्मीदवार जो बिडेन ने ऐन चुनावों से पहले राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प पर जोरदार हमला किया। भारत को गंदा कहने संबंधी ट्रम्प के बयान पर वह बोले कि दोस्तों से कैसा व्यवहार करना है, इसकी समझ तक ट्रंप को नहीं है। उन्हें ये भी नहीं पता कि मित्रों के बारे में कैसे बात करनी चाहिए।
आखरी प्रेसिडेंशियल डिबेट में भारत को गंदा कहने पर जो बिडेन ने कड़ी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि ट्रम्प को वैश्विक मुद्दों की समझ नहीं है। किसके बारे में कौन से शब्द का इस्तेमाल करना है, ये ट्रम्प नहीं जानते। डेमोक्रेटिक उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार कमला हैरिस का जिक्र करते हुए जो बिडेन ने एक ट्वीट में लिखा-राष्ट्रपति ट्रम्प ने भारत को ‘गंदा’ कहा। यह भी नहीं जानते कि आप दोस्तों के बारे में कैसे बात करते हैं। आप जलवायु परिवर्तन जैसी वैश्विक चुनौतियों को कैसे हल करते हैं। उन्होंने आगे लिखा-कमला हैरिस और मैंने गहराई से अपनी साझेदारी को महत्व दिया है। हम विदेश नीति के केंद्र में सम्मान वापस लाएंगे।
दूसरी बार अमेरिका के राष्ट्रपति का चुनाव लड़ रहे डोनाल्ड ट्रंप ने आखिरी प्रेसिडेंशियल डिबेट में भारत में “गंदी हवा” का उल्लेख करते हुए उन्होंने पेरिस समझौते से बाहर निकलने के अपने फैसले का बचाव किया था। पेरिस समझौता वैश्विक स्तर पर कार्बन उत्सर्जन को कम करके जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए एक प्रमुख वैश्विक कदम है। रॉयटर्स के मुताबिक ट्रम्प ने कहा था-भारत को देखो, यह कितना गंदा है, वहां हवा गंदी है।
सोशल मीडिया पर भी ट्रम्प के बयान पर लोगों ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। राष्ट्रपति ट्रम्प के बयान पर लोग उबाल में हैं। कुछ लोगों ने कहा है कि ट्रम्प के बयान ने भारत में वायु प्रदूषण की समस्या को जगजाहिर कर दिया है, जो लंबे समय से भारत में बनी हुई है। ट्रम्प ने कहा था कि वो पेरिस समझौते की वजह से वो देश में लाखों नौकरियों और हजारों कंपनियों को बंद नहीं कर सकते हैं। उन्होंने पेरिस समझौते को विफल और असमान बताया था। ट्रम्प के पूर्ववर्ती राष्ट्रपति बराक ओबामा ने पेरिस समझौते पर दस्तखत किए थे।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।