जियोभारत देश का पहला सेफ्टी फर्स्ट मोबाइल फोन, कीमत मात्र 799 रुपये, लॉन्च किया फ्री “एआई क्लासरूम” कोर्स

जियोभारत सीरीज का मौजूदा मोबाइल फोन नए सेफ्टी-शील्ड फीचर के साथ बाजार में उतरने को तैयार है। इंडिया मोबाइल कांग्रेस 2025 में रिलायंस जियो ने इस पावरपैक्ड मोबाइल फोन के फीचर्स से पर्दा हटाया। फोन की खासियत है कि हमेशा कनेक्टेड रहने के साथ, यह आपके अपनों को स्कैम और फ्रॉड से सुरक्षा देगा। इसे खासतौर पर बच्चों, महिलाओं और बुज़ुर्गों की सुरक्षा और कनेक्टिविटी के लिए एक स्मार्ट सॉल्युशन के तौर पर डिज़ाइन किया गया है। देश के सबसे किफ़ायती फ़ोन में से एक, जियोभारत की कीमत मात्र ₹799 है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इंटरनेट और सोशल मीडिया के दौर में बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों के साथ धोखाधड़ी ने विकराल रूप ले लिया है। परिवारों में इस बात की चिंता बनी रहती है कि आपके अपने इस वक्त कहां हैं। जियोभारत फोन के सेफ्टी फीचर इसी चिंता से मुक्त कराते हैं। आपके अपने कहीं भी हों उनके ठिकाने या लोकेशन के बारे में सटीक जानकारी देने की ताकत रखता है जियोभारत। फोन का इस्तेमाल भी बेहद आसान है इसलिए बुजुर्ग इसका सरलता से उपयोग कर सकते हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
जियोभारत मोबाइल पर फोन- यूसेज मैनेज करना भी आसान है। आपके अपने कहीं अनजान व्यक्तियों के झांसे में तो नही आ रहे, इसे भी जियोभारत से कंट्रोल किया जा सकता है। यानी कौन कॉल या मैसेज कर सकता है या कौन नहीं इसे आसानी से नियंत्रित किया जा सकता है। इंटरनेट की अवांछित साइटों व कंटेंट को भी बच्चों तक पहुंचने से रोका जा सकता है। 7 दिनों तक के बैटरी बैकअप वाला जियोभारत, फोन की बैटरी व हेल्थ के बारे में भी रीयल टाइम जानकारी उपलब्ध कराता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
रिलायंस जियो के प्रेसिडेंट सुनील दत्त ने कहा कि हमारा मानना है कि तकनीक ऐसी होनी चाहिए जो हर भारतीय को कनेक्ट करने के साथ उनकी सुरक्षा भी करे। जियोभारत सेफ्टी-फर्स्ट सॉल्युशन इसी उद्देश्य से बनाया गया है। यह सिर्फ़ एक फ़ोन फ़ीचर नहीं बल्कि एक सुरक्षा इनोवेशन है। जो परिवारों को आसान और किफ़ायती तरीके से मानसिक शांति देगा। जियो ने दिखाया है कि तकनीक लाखों लोगों के लिए रोज़मर्रा की ज़िंदगी को सुरक्षित और सरल बना सकती है। नए जियोभारत सेफ्टी-फर्स्ट फ़ोन जियो स्टोर्स, प्रमुख मोबाइल आउटलेट्स, जियोमार्ट, अमेज़न और स्विगी इंस्टामार्ट पर उपलब्ध हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

देश के सबसे बड़े उद्योगपति मुकेश अंबानी ने जब ‘AI फॉर एवरीवन’ की वकालत की थी, तब किसी को अंदाजा नहीं था कि केवल कुछ महीनों में जियो एआई क्लासरूम फाउंडेशन कोर्स लॉन्च कर देगा। चार हफ्तों का यह कोर्स एकदम फ्री है और उन सभी के लिए है जो एआई में हाथ आजमाना चाहते हैं। इंडिया मोबाइल कांग्रेस 2025 के उद्घाटन के दिन इस कोर्स के लॉन्च की घोषणा की गई। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कंपनी के मुताबिक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में देश को सुपरपावर बनाने के मिशन को आगे बढ़ाने के लिए जियोपीसी और जियो इंस्टीट्यूट मिलकर AI क्लासरूम शुरू कर रहे हैं। पर्सनल कंप्यूटर, डेस्कटॉप या लैपटॉप इस्तेमाल करने वाला कोई भी व्यक्ति इस कोर्स को कर सकता है। लेकिन सर्टिफिकेशन केवल जियोपीसी का इस्तेमाल कर कोर्स करने वालों को ही मिलेगा। अन्यों को कंप्लीशन बैज से नवाजा जाएगा। कोर्स को http://www.jio.com/ai-classroom के माध्यम से एक्सेस किया जा सकता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
एआई क्लासरूम कोर्स में शिक्षार्थियों को कई एआई टूल्स को सीखने समझने का मौका मिलेगा। कोर्स से विद्यार्थियों को एआई के फंडामेंटल को समझने, अपनी जानकारी और स्टडीज को ऑर्गेनाइज़ करने, डिजाइन्स, स्टोरीज और प्रेजेंटेशन बनाने के साथ समस्याओं के समाधान में एआई का इस्तेमाल करने का अवसर मिलेगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
लॉन्च के मौके पर रिलायंस जियो के प्रवक्ता ने कहा कि हम मानते हैं कि तकनीक की असली ताकत हर व्यक्ति को सशक्त बनाने की क्षमता में निहित है। जियो एआई क्लासरूम के लॉन्च के साथ हम युवा छात्रों को एआई के लिए तैयार करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठा रहे हैं। यह पहल स्कूली बच्चों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से परिचित कराएगी। हम जियोपीसी और जियो इंस्टीट्यूट की सुलभता और शैक्षणिक उत्कृष्टता का एआई की शिक्षा में इस्तेमाल करने को प्रतिबद्ध हैं। यह पहल एआई शिक्षा को सभी के लिए उपलब्ध कराएगी और यह सुनिश्चित करेगी कि एआई क्रांति में कोई भी पीछे न छूट जाए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
जियोपीसी उपयोगकर्ता होम स्क्रीन पर डेस्कटॉप शॉर्टकट के माध्यम से कोर्स तक पहुँच सकते हैं। यह कोर्स मोबाइल पर काम नहीं करेगा। जियोपीसी से कोर्स करने वालों को एडवांस एआई टूल्स तक पहुँच मिलेगी। साथ ही कोर्स पूरा करने पर जियो इंस्टीट्यूट से एक प्रमाणपत्र भी मिलेगा।
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Bhanu Bangwal
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।