जसपुर विधायक पर हमला, गनर की वर्दी फाड़ी, कोतवाली में दिया धरना, बोले-बीजेपी हत्या कराना चाहती है, प्रदेश कांग्रेस ने की निंदा

शनिवार को विधायक अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ जसपुर कोतवाली पहुंचकर धरने पर बैठ गए। उन्होंने पुलिस प्रशासन पर जानबूझकर उनका गनर हटाने का आरोप लगाया गया। मामले में सीओ बीर सिंह ने शनिवार को जसपुर कोतवाली पहुंचकर आदेश सिंह चौहान से मामले में बातचीत की और लगभग दो घंटे धरना चलने के बाद सीओ के आश्वासन के बाद विधायक धरना समाप्त करने को राजी हुए। मामले में सीओ की तरफ से शाम तक कार्रवाई करने का आश्वासन दिया गया। वहीं, इस मामले में मामले में भाजपा के पूर्व विधायक डॉ शैलेन्द्र मोहन सिंघल भी कूद पड़े। उन्होंने प्रेसवार्ता कर विधायक और उनके गनर पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि एक गनर पिछले पांच साल से ज्यादा समय से उनके साथ तैनात है और गनर और विधायक मिलकर लोगों को धमकाने और अभद्रता करने का काम करते हैं। पुलिस को इस मामले में जांच करनी चाहिए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
विधायक का यह आरोप
विधायक आदेश चौहान की ओर से दी गई तहरीर में कहा गया है कि शुक्रवार की सुबह करीब साढ़े नौ बजे वह अपने आवास गांव निवारमंडी पर थे। तभी पंडित पूर्णानन्द तिवारी इंटर कॉलिज के पास रहने वाले अवनीश कुमार, मदन लाल, कृष्ण कुमार उनके आवास में घुस आये। आरोप है कि इन लोगों ने विधायक से कहा कि तुम हमारे खिलाफ एसडीएम बहुत शिकायत करते हो। साथ ही वह शिकायत वापस लेने का दबाव बनाने लगे।
उन्होंने कहा की वह आम जनता के साथ हैं। दबाव में नही आएंगे। इस पर तीनो लोग आग बबूला हो गये। कहने लगे हम तुम्हे सबक सिखाकर ही रहेंगे। गाली देते हुये कहने लगे कि तुम हमारा ब्याज का काम रुकवाना चाहते हो। शोर सुनकर मौके पर सरदार सुखदेव सिंह, उनका गनर प्रयाग सिंह अन्य लोग मौके पर आ गये। तीनो ने हमला कर उनके गनर की वर्दी फाड़ दी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मामले में विधायक की तरफ से शुक्रवार को देर शाम प्रशासन की तरफ से भेजे गए गए गनर को लेने से इंकार कर दिया। मामले में एसपी काशीपुर चंद्रमोहन सिंह का कहना है कि मामले में गनर के बयान और जांच के लिए उसे कोतवाली बुलाया गया था, जबकी उसकी जगह पर उनके सुरक्षा के लिए दूसरा गनर भेज दिया गया। विधायक ने उन्होंने गनर लेने से मना कर दिया। वहीं पुलिस के बयान के बाद आदेश सिंह चौहान का कहना है कि एसएसपी उधमसिंह नगर के पद पर रहते हुए वह कोई सुरक्षा कर्मी अपने पास नहीं लेंगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
डीजीपी से मिला कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल
जसपुर विधायक आदेश चौहान के निवास पर उनके साथ हुई अभद्रता व ऊधम सिंह नगर के एसएसपी की ओर से विधायक की सुरक्षा हटाने के विरुद्ध कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं का प्रतिनधिमंडल पूर्व पीसीसी अध्यक्ष प्रीतम सिंह के नेतृत्व में आज राज्य के डीजीपी से मिला। इस मौके पर कांग्रेसियों ने विधायक के साथ अभद्रता करने वालों की गिरफ्तारी की मांग की। प्रतिनिधिमंडल में कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना, पूर्व विधायक राजकुमार शामिल रहे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
जसपुर विधायक आदेश चौहान पर हमला दुर्भाग्यपूर्णः करन माहरा
जसपुर विधायक आदेश चौहान घर में घुसकर हमले की घटना की प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने कड़ी निंदा की। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि भाजपा सरकार में राज्य की कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है कि एक जनप्रतिनिधि भी अपने आवास पर सुरक्षित नहीं है, तो आम जनता का क्या हाल होगा।
उन्होंने कहा कि जसपुर विधायक आदेश चौहान ने अपनी विधानसभा में बढ़ रही सूदखोरी के खिलाफ संलिप्त व्यापारियों की जांच करने, उनके लाइसेंस की जांच करने एवं उनके इनकम टैक्स की जांच कराने को लेकर उपजिलाधिकारी को पत्र सौंपा था। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि इसी बात खिन्न होकर कुछ व्यापारियों ने स्थानीय विधायक के आवास पर जाकर उन पर दबाव बनाने की कोशिश की। उनकी बात मानने से मना करने पर विधायक पर हमला कर दिया। स्थानीय पुलिस ने आदेश चौहान पर हमला करने वाले व्यापारियों को गिरफ्तार कर कुछ ही देर में सत्तारूढ़ दल के पूर्व विधायक के दबाव में आकर छोड़ दिया। साथ ही साथ विधायक आदेश चौहान के गनर को भी पुलिस प्रशासन ने उनकी सुरक्षा से हटा दिया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा पुलिस के पक्षपातपूर्ण रवैये की निंदा करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से अपेक्षा की है कि जसपुर से चुने हुए जनप्रतिनिधि पर हुए हमले के मद्देनजर पुलिस की लचर कार्यप्रणाली को देखते हुए तत्काल प्रभाव से उधमसिंह नगर के कप्तान को हटाया जाए।

Bhanu Prakash
लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।