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August 23, 2025

अधिकांश पंचांगों में 19 अगस्त को जन्माष्टमी पर्व, उत्तराखंड सरकार ने बदली सार्वजनिक अवकाश की तिथि, देखें पंचांग

जन्माष्टमी का पर्व इस साल अलग अलग पंचांग के मुताबिक, लोग अपने तरीके से मना रहे हैं। कई जगह आज जन्माष्टमी पर्व मनाया जा रहा है, तो कई जगह 19 अगस्त को जन्माष्टमी मनाई जाएगी। हर बार की तरह इस बार भी इस पर्व को लेकर दो मत हैं। इस त्योहार को मनाने को लेकर पंचांगों की गणनाओं में भिन्नताएं हैं। अमूमन सभी पंचांगों में गणना की विधि में समय में अंतर दिखाई दे रहे हैं। अधिकांश पंचांग में 19 अगस्त, शुक्रवार को जन्माष्टमी मनाने की सलाह दी गई है। जन्माष्टमी की सही तारीख को लेकर सभी प्रमुख पंचांगों को देखने से यही पता चलता है कि 19 अगस्त की मध्यरात्रि 12 बजे अष्टमी होगी। ऐसे में भगवान श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का जन्मोत्सव 19 को ही मनाया जाएगा। वहीं, पंचागों के मुताबिक अधिकांश स्थानों पर 19 अगस्त की जन्माष्टमी होने के चलते उत्तराखंड सरकार ने भी अब पहले से घोषित 18 अगस्त के सार्वजनिक अवकाश की तिथि को बदल दिया है। अब उत्तराखंड में जन्माष्टमी पर्व के उपलक्ष्य में 19 अगस्त को सार्वजनिक अवकाश होगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

 

ये भी है मत
श्रीकृष्ण का जन्म रोहिणी नक्षत्र में अष्टमी तिथि में हुआ था। ज्योतिष शास्त्र के जानकारों के अनुसार, इस बार भाद्रपद कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि 18 अगस्त की रात 9 बजकर 21 मिनट से शुरू हो रही है। अष्टमी तिथि की समाप्ति 19 अगस्त को रात 10 बजकर 59 मिनट पर होगी। साथ ही निशीथ काल पूजा 18 अगस्त को रात 12 बजकर 03 मिनट से 12 बजकर 47 मिनट के बीच होगी। ऐसे में भगवान की पूजा के लिए 44 मिनट का समय मिलेगा। इसके साथ ही जन्माष्टमी व्रत का पारण 19 अगस्त को सुबह 5 बजकर 52 मिनट के बाद किया जा सकेगा। इस बार जन्माष्टमी का व्रत 18 अगस्त को रखा जाएगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

 

देहरादून के मालदेवता में तैयार की जा रही झांकी।

इस बार बन रहा है ऐसा योग
ज्योतिष के जानकार बता रहे हैं कि भगवान श्रीकृष्ण का जन्म अष्टमी तिथि को रात 12 बजे हुआ था। इस बार ऐसा योग 18 अगस्त को बन रहा है, जबकि कुछ पंडितों का मानना है कि 19 अगस्त को पूरे दिन अष्टमी तिथि रहेगी। ऐसे में उदया तिथि को मान्यता देने वाले लोग 19 अगस्त को जन्माष्टमी मनाएंगे। हालांकि अगर धार्मिक दृष्टिकोण से देखा जाए तो भगवान श्रीकृष्ण का जन्म अष्टमी तिथि को रात 12 बजे हुआ था। ऐसे में जन्माष्टमी का पर्व 18 अगस्त को मनाया जाना उचित माना जा रहा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

 

हृषिकेश पंचांग में अष्टमी
हृषिकेश पंचांग के अनुसार, अष्टमी तिथि का प्रारंभ 18 अगस्त को मध्य रात्रि 12 बजकर 15 मिनट से हो रहा है। साथ ही अष्टमी तिथि 19 अगस्त को देर रात 1 बजकर 06 मिनट तक रहेगी।
निर्णय सागर पंचांग
जन्माष्टमी की तिथि को लेकर निर्णय सागर पंचांग का भी अपना मत है। इस पंचांग के अनुसार अष्टमी तिथि 18 अगस्त को रात्रि 09 बजकर 22 मिनट से से प्रारंभ हो रही है। वहीं अष्टमी तिथि क समापन 19 अगस्त को रात तकरीबन 11 बजे होगा।
श्री आदित्य पंचांग
श्री आदित्य पंचांग की मानें को अष्टमी तिथि 18 अगस्त को आधी रात 12 बजकर 08 मिनट से 19 अगस्त को रात 12 बजकर 58 मिनट तक रहेगी।
श्री जगन्नाथ पंचांग
जन्माष्टमी तिथि को लेकर श्री जगन्नाथ पंचांग का भी मत है. श्री जगन्नाथ पंचांग के अनुसार 18 अगस्त को रात 09 बजकर 27 से अष्टमी तिथि प्ररंभ हो रही है। वहीं अष्टमी तिथि 19 को रात्रि 11 बजकर 05 मिनट तक रहेगी।
विश्व पंचांग
वाराणसी हिंदू विश्वविद्यालय पंचांग (विश्व पंचांग) के अनुसार, अष्टमी तिथि 18 अगस्त को रात 11 बजकर 55 से लेकर 19 अगस्त को रात 12 बजकर 43 मिनट तक रहेगी।
गणेश आपा पंचांग
गणेश आपा पंचांग के मतानुसार, अष्टमी तिथि की शुरुआत 18 अगस्त रात 12 बजकर 15 मिनट से हो रहा है, जबकि अष्टमी तिथि का समापन 19 अगस्त 2022 को देर रात 01 बजकर 06 मिनट पर होगा।
अन्नपूर्णा काशी विश्वनाथ
अन्नपूर्णा काशी विश्वनाथ पंचांग के मुताबिक अष्टमी तिथि 18 अगस्त को रात्रि 12 बजकर 06 से शुरू होकर 19 अगस्त को रात 2 बजकर 07 तक अष्टमी रहेगी।
धर्म रक्षा पंचांग
धर्म रक्षा पंचांग की मान्यतानुसार अष्टमी तिथि 18 अगस्त को रात 12 बजकर 06 से शुरू होकर 19 को रात्रि 12 बजकर 58 मिनट तक रहेगी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

 

मामलदेवता में तैयार की जा रही झांकी।

देहरादून के मंदिरों में दो दिन मनाई जा रही है जन्माष्टमी
देहरादून में कई मंदिरों में 18 अगस्त को जन्माष्टमी मनाई जा रही है। शिव मंदिर आर्यनगर में सुबह से ही मंदिर में सजावट और पूजन कार्यक्रम आरंभ हो जाएगा। साथ ही मंदिर में झांकियां सजाई जा रही है। रात 10 बजे से महिला मंडली की ओर से कीर्तन और भजन होगा। रात 12 बजे भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव पर प्रसाद वितरण किया जाएगा। हर साल की तरह 28 अगस्त को भंडारे का आयोजन किया जाएगा। देहरादून पुलिस लाइन में पुलिस के अधिकारियों और कर्मचारियों की ओर से जन्माष्टमी पर्व 18 अगस्त को मनाया जाएगा। कार्यक्रम में राज्यपाल ले.ज. (सेनि) गुरमीत सिंह मुख्य अतिथि एवं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी विशिष्ट अतिथि होंगे। रात करीब साढ़े आठ बजे दीप प्रज्जवन के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होंगे। रात पौने 12 बजे मंदिर में पूजन होगा। इसके बाद 12 बजकर पांच मिनट पर प्रसाद वितरण किया जाएगा। पुलिस लाइन में भव्य झांकियां भी सजाई जाएंगी। जो हर साल की तरह आकर्षक का केंद्र होती हैं। वहीं कई मंदिरों में 19 अगस्त की तैयारी चल रही है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

उत्तराखंड में 19 अगस्त को सार्वजनिक अवकाश
जन्माष्टमी पर्व पर उत्तराखंड में 19 अगस्त को सार्वजनिक अवकाश रहेगा। सचिव प्रभारी विनोद कुमार सुमन की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि शासन की ओर से घोषित अवकाशों में 18 अगस्त 2022 गुरुवार को जन्माष्टमी पर्व पर निगोशियेबल इंस्ट्रूमेंट एक्ट 1881 के अधीन सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया है। हिंदू पंचांग के अनुसार जन्माष्टमी का त्योहार 19 अगस्त 2022 को मनाए जाने की सूचना मिली है। ऐसे में जन्माष्टमी पर्व 18 अगस्त की बजाय 19 असग्त को मनाने का निर्णय किया गया है। अब 18 अगस्त की बजाय 19 अगस्त को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया जाता है।

Bhanu Prakash

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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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