संदिग्ध परिस्थितियों में चौथी मंजिल से से गिरकर आइटीबीपी के जवान की मौत, एक सप्ताह के भीतर दूसरा हादसा
देहरादन में सीमाद्वार स्थित आइटीबीपी के जवान की संदिग्ध परिस्थितियों में चौथी मंजिल के गिरकर मौत हो गई। जवान मूल रूप से बुलंदशहर यूपी का निवासी था। फिलहाल उनके परिजनों को इसकी सूचना दे दी गई है। एक सप्ताह के भीतर आइटीबीपी में ये दूसरा हादसा है। इससे पहले एक जवान की मशीन से घास करते समय करंट की चपेट में आने से मौत हो गई थी।
जानकारी के मुताबिक उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले की शिकारपुर तहसील में छतारी थाने के अंतर्गत ग्राम कानेन्नी पेगरामपुर निवासी जितेन्द्र कुमार (35 वर्ष) पुत्र रघुराज आइटीबीपी में जीडी कांस्टेबल थे। गत रात करीब साढ़े दस बजे वह शहीद स्व. रामुलाल गेंगर बैरक की चौथी मंजिल में सोने गए थे। आज मंगलवार की सुबह करीब छह बजे उन्हें बैरक के आंगन में चित्त अवस्था में देखा गया।
सुबह एएसआइ धनपाल ने उन्हें गिरे देखा तो साथी कर्मचारियों के साथ वे उन्हें श्री महंत इंदिरेश अस्पताल ले गए। जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। सूचना पर बसंत विहार पुलिस भी मौके पर पहुंची और जानकारी जुटाई। प्रथम दृष्टया इसे हादसा माना जा रहा है। पुलिस के मुताबिक मृतक के परिजनों को सूचित कर दिया गया है।
एक सप्ताह में दूसरा हादसा
23वीं वाहिनी आइटीबीपी सीमाद्वार में एक सप्ताह के भीतर ये दूसरा हादसा है, जब किसी जवान की मौत हुई हो। इससे करीब चार दिन पहले एक जीडी कांस्टेबल वीरेंद्र चंद पुत्र रमेश चंद ग्राम बीजपुर थाना खटीमा जिला उधम सिंह नगर हाल पता ऋषि बिहार सीमाद्वार देहरादून की आइटीबीपी परिसर में मौत हो गई थी। वह बीती 23 जुलाई की सुबह 7.30 बजे ऑफिसर मैस के लॉन में घास कटाई मशीन से काम कर रहे थे।
अचानक करंट लगने से गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें महंत इंदिरेश अस्पताल ले जाया गया। जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया था। पुलिस के मुताबिक आइटीबीपी में घास कटाई इलेक्ट्रिक मशीन के तार के बाहर कोई सुरक्षा सम्बन्धी उपाय नहीं थे। इससे जवान को करंट लग गया था।
Bhanu Bangwal
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।