इस वन में रात को जाने की है मनाही, मान्यता है कोई जाएगा तो मर जाएगा, युवक ने रात का बनाया वीडियो, किया गिरफ्तार
कहा जाता है कि यदि कोई यहां रात को जाएगा तो वह या तो मर जाएगा, या फिर विक्षिप्त हो जाएगा। इस भ्रांति को तोड़ने के लिए एक युवक ने वहां की वीडियो बना दी।
उत्तर प्रदेश के मथुरा जनपद में वृन्दावन में स्थित ठा. बांकेबिहारी की प्राकट्य स्थली एवं उनके प्रकटकर्ता संगीत शिरोमणि स्वामी हरिदास की तपस्थली के नाम से जाने जाने वाले ‘निधिवन राज’ मंदिर स्थल का रात्रि में वीडियो बनाकर वहां की मान्यता को झुठलाने संबंधी प्रयास करने के आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया। न्यायालय में पेश करने के बाद उसे जेल भेज दिया है।
इस संबंध में पुलिस ने मंदिर के सेवायत रोहित कृष्ण पुत्र भीक चंद्र गोस्वामी ने अज्ञात के विरुद्ध 13 नवम्बर को भादवि की धारा 295 (ए) एवं आईटी एक्ट की धारा 66 के तहत मुकदमा दर्ज कराया था। तभी से वृन्दावन के अनेक धार्मिक एवं सामाजिक संगठन उसके इस कृत्य पर अत्यधिक रोष व्यक्त कर रहे थे। पुलिस के मुताबिक, इस मामले का अभियुक्त गौरव शर्मा मूलतः अलीगढ़ का रहने वाला है। इन दिनों वह दिल्ली के मालवीय नगर क्षेत्र में रहता है। उसे वहीं से गिरफ्तार कर मथुरा लाया गया और मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश करने के बाद जिला कारागार भेज दिया गया है।
गौरव ने पुलिस को दिए बयान में बताया है कि वह बीते पांच वर्ष से दिल्ली में ही रहकर गौरव जोन नाम से यू-ट्यूब चैनल चलाता है तथा अच्छा-खासा कमा लेता है। वह छह नवम्बर को मथुरा में महोली रोड स्थित अपने चाचा राजकुमार के यहां आया था। चचेरे भाई ने बताया था वृंदावन में निधिवन एक ऐसा स्थान है, जहां भगवान स्वयं लीला करते हैं। उसने बताया कि उसे उसके चचेरे भाई प्रशांत ने बातों-बातों में बताया कि वृन्दावन में एक ऐसा स्थान है जहां प्राचीन मान्यता है कि रात में भगवान स्वयं लीला करने आते हैं। कोई भी व्यक्ति वहां रात में रुक नहीं सकता है। ऐसा करने पर मंदिर की ओर से प्रतिबंध है। क्योंकि यदि कोई व्यक्ति वहां रुकने का प्रयास करता है तो वह या तो मर जाता है अथवा विक्षिप्त हो जाता है।
आरोपी ने बताया कि इसके बाद उसने प्रशांत व उसके मित्रों मोहित, अभिषेक व एक अन्य के साथ रात में वहां जाने एवं निधिवन का वीडियो बनाने का प्रयास किया। उसने बताया कि वे सभी मध्य रात्रि कार से वहां पहुंचे और गौरव के साथ प्रशांत और मोहित मंदिर परिसर की दीवार फांद कर अंदर प्रवेश कर गए। अभिषेक और पांचवां लड़का गाड़ी में ही बैठे रहे थे।
पुलिस ने बताया कि गौरव ने अपने मोबाइल फोन से वीडियो बनाया। निधिवन से वे करीब 15-20 मिनट में वे सभी वहां से वापस आ गए। उन्होंने बताया कि इसके बाद दिल्ली पहुंचकर गौरव ने नौ नवम्बर को वह वीडियो अपने यू-ट्यूब चैनल पर अपलोड कर दिया। जब 13 नवम्बर को उसे पता चला कि इस मामले में उनके खिलाफ वृन्दावन में मुकदमा दर्ज करा दिया गया है, तो उसने तुरंत वह वीडियो न केवल चैनल से हटा दिया। अपने मोबाइल फोन से भी डिलीट कर दिया। इस बीच मामला गर्माने पर पुलिस सक्रिय हुई और सर्विलांस एवं यू-ट्यूब चैनल के आईपी एड्रेस के माध्यम से गौरव के ठिकाने का पता लगाकर उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस का कहना है कि चार अन्य आरोपियों की भी तलाश की जा रही है।
ये है मान्यता
वृन्दावन में निधिवन के संबंध में कहावत है कि यह वही वन है, जहां भगवान श्री कृष्ण ने द्वापरयुग में राधा और गोपियों के संग रास रचाया था। निधिवन, वृंदावन में यमुना नदी के चीरघाट के पास ही स्थित है। इस वन का जिक्र पुराणों में भी मिलता है। यहां श्री राधारानी की अष्टसखियों में प्रधान ललिता सखी ने भी अवतार लिया था।
रात में इस निधिवन में रुकना या जाना मना है। इसके लिए बाकायदा यहां बैरिकेड कर दी जाती है। मथुरा-वृन्दावन के लोगों की मानें तो आज भी भगवान श्री कृष्ण यहां गोपियों संग रासलीला रचाते हैं, जो मनुष्यों को देखना निषिद्ध है यानी मना है।
लोग बताते हैं कि जो भी इस रासलीला की महज एक झलक भी देख लेता है, वह विक्षिप्त यानी पागल हो जाता है। यही कारण है संध्या होने के बाद निधिवन में जाना पूरी तरह से निषेध किया गया है। लोग बताते हैं कि रात के समय निधिवन के आस-पास पशु-पक्षी भी नहीं रहते हैं। निधिवन की एक और खासियत यहां के पेड़ हैं, जो अद्भुत हैं। यहां पेड़ की शाखाएं ऊपर की ओर न बढ़कर नीचे की ओर बढ़ती हैं। निधिवन में ही श्री राधाजी एक मंदिर है। जो चोर राधारानी मंदिर के नाम से पूजित है। यहां एक पवित्र कुंड भी है, जो विशाखा कुंड के नाम से जाना जाता है।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।