मलाईदार कामों में बिना अनापत्ति प्रमाणपत्र के सिंचाई विभाग के अभियंता पीएमजीवाईएस में दे रहे योगदानः सूर्यकांत धस्माना
उत्तराखंड कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि उत्तराखंड में सिंचाई की अनेक महत्वपूर्ण योजनाएं अभियंताओं की कमी के कारण या तो शुरू नहीं हो पा रही हैं या अधर में लटकी हुई है। क्योंकि सिंचाई विभाग के अधिकांश बड़े इंजीनियर मलाई काटने के चक्कर में प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना में जुटे पड़े हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
अपने कैम्प कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत में धस्माना ने कहा कि इससे भी बड़ी आश्चर्य की बात यह है कि इनमें से लगभग एक दर्जन इंजीनियर जो चीफ इंजीनियर, सुपरिटेंडेंट इंजीनियर व एग्जीक्यूटिव इंजीनियर स्तर के हैं, उन्होंने ऐसा अपने मूल विभाग से बीना अनापत्ति प्रमाण पत्र लिए हुए किया हुआ है। धस्माना ने कहा कि राज्य में सिंचाई विभाग की अनेक महत्वपूर्ण योजनाएं अधर में लटकी पड़ी हैं, किंतु इसकी चिंता न तो विभाग के मंत्री को है और ना ही विभागाध्यक्ष को है। ना ही विभाग के मुख्य अभियंता को है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना में मलाईदार काम का लालच उनको उनके मूल विभाग के कार्यों से विमुख कर रहा है। धस्माना ने कहा कि इसका संज्ञान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को लेना चाहिए और उन अभियंताओं के विरुद्ध सख्त कार्यवाही करनी चाहिए जो बिना एनओसी के दूसरे विभाग में सेवाएं दे रहे हैं।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।