सुरक्षित कांवड़ यात्रा को लेकर इंटरस्टेट समन्वय समिति की बैठक, सीएस का रियल टाइम कॉर्डिनेशन और डाटा साझा का सुझाव

सावन के पहले दिन से यानी 11 जुलाई 2025 से कांवड़ यात्रा शुरू हो जाएगी। आखिरी दिन यानी 9 अगस्त तक भक्त कांवड़ लेकर निकलेंगे। इस यात्रा को लेकर सरकारी तंत्र भी तैयारी में जुट गया है। उत्तराखंड के मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन की अध्यक्षता में आगामी कांवड़ मेले को सरल, सुखद व सुरक्षित संपन्न कराने के लिए इंटरस्टेट समन्वय समिति की बैठक हरिद्वार स्थित सीसीआर सभागार में हुई। इसमें उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली तथा राजस्थान के उच्चाधिकारियों ने ऑफलाइन व ऑनलाइन माध्यम से प्रतिभाग किया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस अवसर पर मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन ने कहा कि कांवड़ मेला आस्था एवं श्रद्धा का बहुत बड़ा उत्सव है। उन्होंने कहा कि कांवड़ यात्रा सकुशल एवं सफलता पूर्वक सम्पन्न कराने के लिए जिला प्रशासन, पुलिस एवं अन्य संबंधित विभाग व्यवस्थाओं को चाक चौबंद करें। उन्होंने सभी राज्यों से रियल टाइम कॉर्डिनेशन व रियल टाइम डाटा साझा किए जाने की बात भी कही। साथ ही कहा कि सुरक्षात्मक दृष्टि से सभी आवश्यक इनपुट्स साझा किए जाएं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मुख्य सचिव ने कांवड़ मेले की व्यवस्थाओं में आधुनिक तकनीक का ज्यादा से ज्यादा उपयोग किए जाने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि आगामी कुंभ मेले को दृष्टिगत रखते हुए सभी तैयारियों को अंजाम दिया जाए। ताकि मेले के अनुभव कुंभ में भी काम आएं। मुख्य सचिव ने कहा कि कांवड़ मेले में दौरान कानून व्यवस्था एवं यातायात व्यवस्था के लिए चाक चौबंद व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं। उन्होंने आवश्यकता पड़ने पर भेल पार्किंग का भी उपयोग किए जाने के निर्देश भी जिला प्रशासन को दिए। यात्रा मार्ग पर स्थित ढाबों और होटलों में सुरक्षा मानकों का अनुपालन हो, साथ ही रेट लिस्ट अनिवार्य रूप से चस्पा की जाए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ ने कहा कि हर आयोजन नई चुनौतियां प्रस्तुत करता है। उन्होंने कहा कि आस्था एवं श्रद्धा के इस मेले को सुरक्षात्मक रूप से संपन्न कराने के लिए रियल टाइम सूचनाएं साझा की जाएं। किसी भी प्रकार की अफवाह का यूनिफाइड खंडन किया जाए। अपने कार्यों में दक्षता रखने वाले कर्मी ही एक दूसरे स्टेट भेजे जाएं। उन्होंने कहा कि कांवड़ियों एवं श्रद्धालुओं के लिए ‘क्या करें और क्या नहीं करें’ की जानकारी यात्रा मार्गों पर अनिवार्य रूप से प्रदर्शित की जाए। इंटर स्टेट कॉर्डिनेशन की अपेक्षाएं पूर्ण हों तथा मेला शांतिपूर्वक संपन्न हो। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

इस मौके पर उत्तर प्रदेश की ओर से डीआईजी अभिषेक ने यात्रा प्लान सहित चल रही तैयारियों की विस्तार से जानकारी दी। बैठक में निर्णय लिया गया कि सुरक्षात्मक दृष्टि से सभी आवश्यक सूचनाएं तथा इनपुट्स रियल टाइम साझा किए जाएं, सोशल मीडिया की मॉनिटरिंग की जाए और अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्ती से कार्यवाही के लिंक भी साझा किया जाए। कांवड़ 10 फीट से अधिक ऊंचाई के न हों। शराब तथा मीट से संबंधित एसओपी का सख्ती से अनुपालन हो, सभी चिह्नित डीजे संचालकों को नियमानुसार नोटिस देते हुए बाउण्ड ऑफ किया जाए। उत्तराखंड द्वारा समय–समय पर हरिद्वार में पार्किंग की स्थिति से उत्तर प्रदेश को अवगत कराया जाए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बैठक में उत्तर प्रदेश से एडीजी भानु भास्कर, गृह सचिव मोहित गुप्ता, मेरठ डिवीजन कमिश्नर ऋषिकेश भास्कर यशोद, बरेली कमिश्नर सौम्य अग्रवाल, सहारनपुर कमिश्नर एके राय, डीआईजी सहारनपुर अभिषेक सिंह, आईजी आरपीएफ पंकज गंगवार, उत्तराखंड से आईजी निलेश आनंद भरणे, एनएस नपलच्याल, डीआईजी धीरेन्द्र गुंज्याल, एसएसपी देहरादून अजय सिंह, मेलाधिकारी सोनिका सहित पांचों राज्यों के उच्चाधिकारी उपस्थित थे।
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Bhanu Bangwal
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।