पहले वनडे में भारत और विंडीज के बीच हुआ रोचक मुकाबला, आखरी गेंद तक चला मैच, तीन रन से जीता भारत

जीत के लिए 309 रनों का पीछा करते हुए विंडीज की शुरुआत खराब रही। शाई होप (7) को सिराज ने सस्ते में पवेलियन भेज दिया। यहां से कायले मायर्स (75) और शमाह ब्रूक्स (46) ने दूसरे विकेट के लिए 117 रन जोड़कर विंडीज को मुकाबले में ला दिया। इनके आउट होने के बाद ब्रैंडेन किंग (54) और निकोलस पूरन (25) ने विंडीज को होड़ में बनाए रखा। ये दोनों आउट हुए तो मैच में लगा कि भारत आसान जीत की तरफ बढ़ रहा है, लेकिन अकील हुसैन (नाबाद 33) और रोमारियो शैफर्ड (नाबाद 39) ने देर रात तक मैच देख रहे करोड़ों भारतीय फैंस के माथे पर पसीना ला दिया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
एक समय आखिरी के ओवर में विंडीज को जीतने के लिए 15 रन बनाने थे, लेकिन सिराज की चालकी और कौशल तेज खेल रहे दोनों नाबाद बल्लेबाजों पर भारी पड़ा। आखिरी गेंद पर विंडीज को जीत के लिए पांच रन की जरूरत थी, लेकिन सिराज ने इस गेंद को बहुत ही चालाकी से फेंका और इस पर एक ही रन आया और भारत ने मैच 3 रन से जीतकर सीरीज मे 1-0 से बढ़त हासिल कर ली। कुल मिलाकर भारत ने आखिरी गेंद पर मैच जीता क्योंकि रोमारियो अगर इस गेंद पर चौका जड़ते, तो मैच टाई हो जाता और छक्का लगता, तो मैच विंडीज के पाले में होता। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पहली पाली में भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए मेजबान विंडीज के सामने जीत के लिए 309 रनों का लक्ष्य रखा। इसमें कप्तान शिखर धवन (97 रन) और शुबमन गिल (64) रनों का योगदान रहा। दोनों ने मिलकर पहले विकेट के लिए 114 रन जोड़कर भारत को शानदार शुरुआत दी। इसके बाद श्रेयस अय्यर (54) ने भी एक उम्दा पारी खेली। निचले क्रम में दीपक हूडा (27) और अक्षर पटेल (21) ने उपयोगी योगदान देने की कोशिश की। इससे हुआ यह कि सूर्यकुमार यादव (13) और संजू सैमसन (12) के सस्ते में आउट होने के बावजूद भी भारत कोटे के 50 ओवरों में 7 विकेट पर 308 रनों तक पहुंचने में सफल रहा। अल्जारी जोसेफ ने 2 और मोटी ने भी इतने ही विकेट लिए, जबकि रोमारियो और हुसैन के हिस्से एक-एक विकेट आया।