ठक-ठग गैंग का अंतरराज्यीय सदस्य गिरफ्तार, 75 हजार का मोबाइल बरामद, जानिए क्या है ठक-ठक गैंग
भीड़ भाड़ वाले स्थानों पर वाहन चालकों को बातों में उलझाकर उनका मोबाइल फोन उड़ाने के अंतरराज्यीय गैंस के सदस्य को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
भीड़ भाड़ वाले स्थानों पर वाहन चालकों को बातों में उलझाकर उनका मोबाइल फोन उड़ाने के अंतरराज्यीय गैंस के सदस्य को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस का दावा है कि उसे चोरी की घटना प्रकाश में आने के बाद 24 घंटे के भीतर गिरफ्तार किया गया है। इनके चोरी करने के तरीके को ठक-ठक गैंग का नाम दिया गया है।
पुलिस के मुताबिक जनपद देहरादून के अलग-अलग थाना क्षेत्रों से भीड़-भाड वाले चौराहों व सडको पर गाडियों के शीशे पर ठक-ठक करके चालक को अपनी बातों में उलझाने के बाद कीमती मोबाइल व पर्स आदि चोरी करने की घटनाएं लगातार प्राप्त हो रही थी। 12 फरवरी को मातावाला बाग कट पर सचिन अग्रवाल पुत्र ऋषि कुमार अग्रवाल निवासी बल्लीवाला के वाहन के शीशों को ठक-ठकाकर उनका ध्यान भटका कर दो लडको ने उनका मोबाईल फोन सैमसैंग नोट-10 फोन चोरी कर लिया था। इस फोन की कीमत करीब 75000 रुपये बताई गई।
ऐसे पकड़ में आया आरोपी
पुलिस के मुताबिक घटनास्थल व उसके आस-पास के करीब 100 से अधिक सीसीटीवी फुटेज को देखा गया। इससे घटना में गैर राज्य के शातिर चोरों का शामिल होना प्रकाश में आया। आज पंजाब भूसा स्टोर से माता वाला बाग को जाने वाले मार्ग पर संदिग्ध युवक आसिफ पुत्र मुख्तयार निवासी जलीकोटी पुरवा अहमदनगर थाना दिल्ली गेट को चोरी के मोबाइक के साथ गिरफ्तार किया गया।
कई घटनाओं में शामिल होना बताया
पुलिस के मुताबिक आरोपी ने जनपद देहरादून में विगत माह में कई घटनाओं को अंजाम देना स्वीकार किया है। हालांकि पुलिस ऐसे मामले अपने प्रेस नोट में जारी नहीं करती। पुलिस सिर्फ वाहवाही लूटने के लिए आरोपियों की पकड़ने के मामले ही बताती है। चोरी के अधिकांश मामलों में तब रिपोर्ट दर्ज की जाती है, जब आरोपी पकड़ में आ जाते हैं। ऐसे देहरादून ही नहीं, बल्कि पूरे उत्तराखंड की पुलिस का ऐसा ही हाल है।
अब तक उड़ा चुका है करीब सात आठ फोन
पुलिस के मुताबिक इसका एक अन्य साथी भी है। उसके साथ वह अब तक देहरादून में करीब सात आठ फोन चोरी कर चुका है। उसके साथी का नाम आसिफ पुत्र मुख्तयार निवासी जलीकोटी पुरवा अहमदनगर थाना दिल्ली गेट है। वह पूर्व में जनपद मेरठ से चोरी के अन्य मामलों में जेल जा चुका है।
अपराध करने का तरीका
गिरफ्तार आरोपी ने बताया कि वे मोबाइल पर बात कर रहे कार सवार को निशाना बनाते हैं। उसकी कार के आगे अचानक इस प्रकार आते हैं कि ऐसा लगे कि उसकी गलती से एक्सीडेंट हो गया है। ऐसा वे भीड़भाड़ वाले इलाके में करते हैं। कार वाला व्यक्ति हड़बड़ी में मोबाइल को कार की बगल वाली सीट या फिर आगे रख देता है। इस पर एक कार पर ठकठकाता है। वहीं, दूसरा साथी दूसरी तरफ से उसकी कार कार का शीशा नीचे करवाता है। बातों में लगा कर उसका मोबाइल व पर्स जो भी मिलता है, उठा लेता है। फिर जाम लगने पर उसे जाने को कह देते हैं। चोरी के मोबाइलों के स्पेयर पार्ट आगे खरीदने वाले बेच देते हैं।
लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
वाट्सएप नंबर-9412055165
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।
बहुत अच्छा काम उत्तराखण्ड पुलिस को बधाई.